बच्चों में मिसोफोनिया की देखरेख घर में कैसे करें? (Caring tips for Misophonia in child)
मिसोफोनिया के बारे में जानकारी इकट्ठा करें
बच्चों में मिसोफोनिया (Misophonia in child) होने पर इसके बारे में पेरेंट होने के नाते जितना ज्यादा पढ़ सकते हैं उतना पढ़ें। ऐसा करने के बाद आपको पता चलेगा कि एक सेंसरी डिसऑर्डर वाले बच्चे को कैसे संभालना है। चूंकि मिसोफोनिया एक ऐसी स्थिती है, जिसके बारे में लोग कम जानते है इसलिए सटीक जानकारी प्राप्त करना जरूरी है। बच्चों में मिसोफोनिया (Misophonia in child) की ठीक करने का पहला नियम है कि आप ये समझें कि अगर वो ऐसे हैं, तो इसमें उनकी गलती नही हैं।
अपने डॉक्टर से बात करें
डॉक्टर से बच्चे की समस्या के बारे में बात करें। बच्चों को इस परेशानी से जूझने में तब मदद मिलती है, जब उनके पेरेंट इस बात को समझते हैं।
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अपने बच्चे के कमरे को साउंडप्रूफ बनाएं
आपका बच्चा तब जल्दी शांत होता है जब उनके पास एक जगह हो, जहां वह खुद को ठीक करने के लिए जा सकते हैं। अपना कमरा साउंड प्रूफ होने से बच्चे को कूल डाउन होने का समय मिलेगा, जो उसके लिए बहुत जरूरी है। चूंकि आपके बच्चे को इन आवाजों की आदत नहीं है उसके पास ऐसी जगह होनी चाहिए जहां वे जाकर थोड़ा समय अकेले शांति में बिता सकें।
हालांकि बच्चों में मिसोफोनिया (Misophonia in child) से निपटना पेरेंट्स के लिए कठिन हो सकता है। लेकिन, यह बहुत जरूरी है कि माता-पिता याद रखें कि जब आपका बच्चा संघर्ष कर रहा है तो इसका मतलब यह नहीं है कि वे दूसरी एक्टिविटी (Activity) का आनंद नहीं ले सकता। मिसोफोनिया के लिए जरूरी उपाय करने पर आपका बच्चा इस समस्या का सामना करके सामान्य जिंदगी जी सकता है।