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कमरे का तापमान
नवजात बच्चों की त्वचा बहुत ही नाजुक होती है। उन्हें गर्मी और ठंडी का एहसास किसी वयस्क के मुकाबले कई गुना ज्यादा महसूस हो सकता है। इसलिए उनके सोने और खेलने के कमरे का तापमान न ही बहुत ज्यादा ठंडा होना चाहिए और न ही बहुत ज्यादा गर्मी वाला होना चाहिए। नवजात के सोने या खेलने के कमरे में एसी का इस्तेमाल कम से कम करें। आप पंखा चला सकते हैं जिसकी स्पीड को धीमा रखना चाहिए। साथ ही, कमरे में खिड़कियां भी होनी चाहिए ताकि कमरे का तापमान आप वातारण के अनुकूल रख सकें। अगर आहार देने के बाद बच्चे को सुलाना चाहती हैं, तो उसे उसके कमरे में ले जाएं और उसके सोने वाली जगह पर उसे लिटा दें। पेट भरा होने और तापमान बेहतर होने से बच्चे को अच्छा महसूस होगा जिसे उसे नींद भी जल्दी आ जाएगी और बच्चा अगली बार भूख लगने पर ही जाग सकता है।
बच्चे की जम्हाई पर दें ध्यान
अक्सर लोग बहुत ज्यादा थकान और नींद के कारण जम्हाई लेते हैं। इसी तरह छोटे बच्चों को भी नींद आने पर जम्हाई लेते हैं। आमतौर पर छोटे बच्चे ब्रेस्टफीडिंग करते हुए ही जम्हाई लेने लगते हैं और सो भी जाते हैं। ऐसे में अगर बच्चा सो जाए, तो और ज्यादा ब्रेस्टफीडिंग कराने या आहार देने के लिए न जगाएं। बच्चे को बिना किसी शोर के साथ उसके सोने वाले स्थान पर लिटा देना चाहिए।
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आरामदायक कपड़े पहनाएं
नवजात शिशु को हमेशा आरामदायक कपड़े पहनाने चाहिए। गर्मी या सर्दी के सीजन में उन्हें एक बार में सिर्फ एक जोड़े कपड़े ही पहनाने ही चाहिए। गर्मियों की बात करें, तो नवजात शिशुओं के लिए कई तरह के स्टाइल कपड़े बाजार में आते हैं। जिन्हें आप बच्चे को तभी पहनाएं जब वो जाग रहा हो और कुछ समय के लिए खेलने के मूड में हो। लेकिन अगर आप बच्चे को सुलाना चाहते हैं, तो उसे हमेशा आरामदायक और कॉटन के हल्के कपड़े पहनाएं। हो सके तो, बच्चे को नाइट ड्रेस भी पहनाएं।
सोने के लिए बच्चे की निश्चित दिनचर्या बनाएं
बच्चों की नींद के घरेलू नुस्खे अपना रही हैं, तो हर दिन बच्चे के सोने, जागने और स्तनपान की एक निश्चित दिनचर्या बनाएं। ऐसा करने से बच्चा अपने एक फिक्स समय में उठेगा, ब्रेस्टफीडिंग करेगा और फिर गहरी नींद में सो जाएगा। एक ही समय पर बच्चे की इस सोने की आदत से धीरे-धीरे बच्चा खुद ही समझ जाएगा कि उसे इसी समय पर सोना है।
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सोने के कमरे में उजाला न रखें
बच्चे के सोने के कमरे में सामान्य तापमान के साथ-साथ अंधेरा भी रखें। अंधेरा नींद से जुड़े हार्मोन मेलाटोनिन को बढ़ाने में मदद करता है। और यही वजह है कि हमें अंधेरे कमरे में जल्दी और अच्छी नींद आती है।
आवाज करने वाली चीजें दूर रखें