के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड डॉ. अभिषेक कानडे · आयुर्वेदा · Hello Swasthya
बच्चों के अच्छे शारीरिक विकास के लिए उनकी मसाज यानी मालिश बहुत जरूरी होती है। शिशु को बेबी ऑयल के साथ हल्के हाथों से की गई मालिश उनकी कोमल त्वचा, स्वास्थ्य और नींद में अहम भूमिका निभाती है। इस बारे में बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत डॉ. श्रीनिवास के अनुसार ‘बेबी ऑयल से बच्चों की त्वचा कोमल और हड्डियां मजबूत बनती हैं। त्वचा चमकदार और मुलायम बनी रहती है।’ बच्चे की एक अच्छे बेबी ऑयल से मालिश करना जरूरी है। क्योंकि इससे बच्चे की त्वचा को पोषण मिलता है। यह नवजात शिशु के फिजिकल डेवलपमेंट और वेलनेस के लिए बहुत जरूरी होता है। हड्डियां मजबूत बनती हैं।
एक अच्छा बेबी ऑयल शिशु की त्वचा को आवश्यक पोषण तत्व प्रदान करता है। इससे उनकी त्वचा सॉफ्ट बनाए रखने में मदद मिलती है। ज्यादातर बेबी ऑयल गुलाब के पंखुड़ियों और लैवेंडर से मिलकर बनता है, जो उनकी रुखी त्वचा को मुलायम बनाता है और उनमें नमी का प्रवाह करता है।
डॉ.श्रीनिवास बेबी ऑयल के महत्व पर बात करते हुए बताते हैं कि एक चम्मच बेबी ऑयल में आधा छोटा चम्मच चीनी और कुछ बूंदें नींबू के रस को मिला कर शिशु के होठों पर हल्के स्क्रब की तरह लगाने से उसमें सॉफ्टनेस आती है। ऐसा करने से शिशु के होठ मुलायम बने रहेंगे। यह बड़े लोगों के लिए भी यह बहुत फायदेमंद है। इससे होठों का कालापन दूर हो जाता है।
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थोड़ी सी भी सावधानी से ध्यान हटते ही शिशु के सिर में जुएं होना शुरू हो जाता है। शिशु में जूं का होना बेहद आम बात है। बाजार में इन्हें खत्म करने के लिए कई तरह के बेबी केयर प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं लेकिन, बेबी ऑयल की मदद से भी इनका सफाया किया जा सकता है। इसके लिए आप बेबी ऑयल में कुछ बूंदें ‘टी ट्री ऑयल’ की मिलाएं और इसे बच्चों के सिर पर लगाएं। इससे राहत मिलेगी आपको। और शिशु बड़े आराम से अपनी मुस्कान बिखेरते हुए नींद पूरी कर सकेगा।
बेबी ऑयल केवल बच्चे के विकास के लिए ही महत्वपूर्ण नहीं हैं, बल्कि यह मां और बच्चे के बीच में एक रिश्ता भी कायम करता है। शिशु की जन्म के बाद मां के पेट पर जो स्ट्रेच मार्क आ जाते हैं। उससे राहत पाने में भी बेबी ऑयल का इस्तेमाल बहुत कारगर साबित हो सकता है। स्ट्रेस मार्क वाले एरिया पर इससे मालिश करने से धीरे-धीरे इसके निशान हट सकते हैं।
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गांवों में आज भी एक दाई होती है, जो किसी घर मे नवजात के जन्म होने पर हर रोज उसका मालिश करने आती है। उन्हें पता होता है कि, शिशु के शरीर पर कितना दबाव देना चाहिए? नवजात की मालिश, उसके शरीरिक विकास और तंदरुस्ती के लिए बहुत जरूरी होता है। बेबी ऑयल से मालिश करने से शिशु की हड्डियों में मजबूती आती है। साथ ही मालिश के बाद बच्चों को नींद भी अच्छी आती है और वो एक्टिव रहते हैं।
जितना जरूरी है बेबी ऑयल से बच्चों की मसाज, उतना ही जरूरी बेबी ऑयल का चुनाव। इसलिए इसे खरीदते समय कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए।
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