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प्लांट-बेस मिल्क है बच्चों के लिए हेल्थ ड्रिंक
कई बच्चों को दूध पीना पसंद नहीं होता तो कुछ को इससे एलर्जी होती है। लेकिन दोनों ही मामलों में बच्चों की कैल्शियम की पूर्ति करना जरूरी होता है। ऐसे में कई पेरेंट्स पाउडर मिल्क या मार्केट में उपलब्ध अन्य विकल्पों का सहारा लेते हैं। हालांकि, आपको बता दें कि प्लांट-बेस मिल्क दूध का सबसे बेहतरीन विकल्प है जो न केवल कैल्शियम का बेहतर स्रोत होता है बल्कि बच्चे को कई मिनरल, विटामिन और प्रोटीन प्रदान करता है।
प्लांट-बेस मिल्क पौधों से निकला दूध होता है जिसमें हेम्प, कोकोनट, बादाम, काजू, राइस और सोया मिल्क शामिल होते हैं।
बादाम के दूध के 240 एमएल गिलास में केवल 40 कैलोरी होती हैं। खाने के साथ लो कलौरी वाले हेल्थी ड्रिंक्स देने से बच्चे का पेट लिक्विड से जल्दी नहीं भरता और वह ज्यादा खाना खा पाता है। इसके अलावा प्लांट-बेस मिल्क में कई प्रकार के विटामिन (खासतौर से विटामिन बी12 और विटामिन डी), मिनरल और कैल्शियम होते हैं। यह सभी पोषक तत्व बच्चे के विकास में मदद करते हैं और उसके स्वास्थ्य के लिए बेहतर होते हैं। प्लांट-बेस मिल्क स्वीटेंड और अनस्वीटेंड फॉर्म में आते हैं। बेहतर और सुरक्षित परिणामों के लिए अनस्वीटेंड प्लांट-बेस मिल्क चुने।
बच्चों के लिए हेल्दी ड्रिंक्स होती हैं हर्बल टी
आमतौर पर चाय को बच्चों के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। लेकिन कुछ हर्बल टी बच्चों के लिए हेल्दी और सेफ होती हैं। हर्बल चाय जैसे लेमनग्रास, मिंट (पुदीना), राइबोस और कैमोमाइल बच्चों और बड़ों दोनों के लिए कैफीनेटेड ड्रिंक्स का एक बेहतरीन और स्वस्थ विकल्प होता है। हर्बल टी बेहतर स्वाद के साथ कई न्यूट्रिशनल फायदे भी पहुंचाती हैं और बच्चों में एंग्जायटी व बुखार के लक्षणों के इलाज में भी करती हैं।
कैमोमाइल और लेमनग्रास टी को लंबे समय से घबराहट से आराम पहुंचने के घरेलू उपायों में इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसके अलावा कैमोमाइल चाय को पेट की समस्याओं जैसे गैस, कब्ज और अपच के आयुर्वेदिक उपचार में इस्तेमाल किया जाता रहा है।
कैमोमाइल और मिंट हर्बल टी को बच्चों के लिए हेल्थ ड्रिंक की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। बच्चों को किसी भी प्रकार की हर्बल टी का सेवन करवाने से पहले पेडियाट्रिशन या डॉक्टर से सलाह लें।
बच्चों के लिए इन हानिकारक ड्रिंक का सेवन बंद करें
सोडा
सोडा जैसे बेवरेजेस में भारी मात्रा में शुगर मिलाई जाती है जो आपके बच्चे में कई हेल्थ कंडीशन जैसे मोटापा, नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर और डायबिटीज का खतरा बड़ा सकती हैं। ऐसे में इन पेय पदार्थों से अपने बच्चों को जितना हो सके उतना दूर रखें।
जूस
जूस कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होता है लेकिन जब बात आती है फल खाने की तो जूस से बेहतर होगा की आप अपने बच्चे को फल खाने को दें। फल जूस से अधिक लाभदायी होते हैं।
कैफीन
कैफीन बच्चों में एंग्जायटी, अनियमित दिल की धड़कन और नींद संबंधी समस्याएं पैदा कर सकती है। इसलिए बच्चों को कॉफी और चाय जैसे बेवरेजेस का सेवन नहीं करने देना चाहिए।
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हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
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