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बच्चों के लिए एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करना क्या सुरक्षित है?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Ankita mishra द्वारा लिखित · अपडेटेड 30/09/2021

    बच्चों के लिए एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करना क्या सुरक्षित है?

    एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल एक जड़ी-बूटी के तौर पर किया जाता है। इसका इस्तेमाल कई शरीर में होने वाले दर्द को दूर करने, मूड को अच्छा बनाने के साथ-साथ भीनी-भीनी महक के तौर पर भी किया जाता है। इसके अलावा नवजात और छोटे बच्चों की मालिश करने के लिए भी एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, बच्चों के लिए एसेंशियल ऑयल कितना सुरक्षित है, इसके बारे में हर पेरेंट्स को सारी जानकारी रखनी जरूरी हो सकती है। क्योंकि, अधिकतर माता-पिता बच्चों के लिए एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल किसी न किसी रूप में करते ही हैं।

    बच्चों के लिए एसेंशियल ऑयल सुरक्षित है या हानिकारक?

    एक्सपर्ट्स के मुताबिक बच्चों के लिए एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करना पूरी तरह से सुरक्षित हो सकता है। एसेंशियल ऑयल पूरी तरह से प्राकृतिक होते हैं। इसके अलावा सिर्फ कुछ ही ऐसे ऑयल हैं, जिनका इस्तेमाल करना बच्चों के लिए हानिकारक हो सकता है। एसेंशियल ऑयल की बात करें, तो प्राकृतिक तौर पर इनमें हल्की खुशबू होती है। कुछ तरह के एसेंशियल ऑयल की खुशबू काफी तेज हो सकती है। जो बच्चों की सेहत को प्रभावित कर सकते हैं। अगर आप बच्चे की मालिश करने के लिए इस तेल का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो बच्चों के लिए एसेंशियल ऑयल के तौर पर भीनी महक वाले जैसे लैवेंडर, नीलगिरी और कैमोमाइल का इस्तेमाल कर सकते हैं। जो पूरी तरह के बच्चों के ​लिए सुरक्षित माने जाते हैं और इनसे बच्चे को अच्छी व गहरी नींद भी आती है। इसके अलावा इनका इस्तेमाल बच्चों के पेट से जुड़े दर्द को दूर करने के लिए भी किया जा सकता है।

    बच्चों के लिए एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

    बच्चों के लिए एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करते समय आपको कई बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिनमें शामलि हैंः

    तीन माह के बाद ही करें इस्तेमाल

    बच्चों को एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल तभी करें जब वह तीन माह का हो जाए। जन्म के तीन माह तक बच्चों को एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करना असुरक्षित हो सकता है।

    मिश्रण की करें जांच

    अगर आप बच्चे के लिए एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करना चाहती हैं, तो खरीदने से पहले उसमें मिले सभी उत्पादों के मिश्रण और मात्रा की जांच करें। वह ऑर्गेनिक है या नहीं इसकी भी जांच करें। साथ ही, ब्रांड से इस बांत की जानकारी लें कि वो बच्चे के इस्तेमाल के लिए कितना सुरक्षित है।

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    सिंथेटिक न हो

    किसी तरह के सिंथेटिक महक वाले एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल अपने बच्चे के लिए न करें। इनमें एल्कोहल की मात्रा हो सकती है। जिससे बच्चे को सांस से जुड़ी परेशानियां और सिरदर्द की समस्या हो सकती है।

    एसेंशियल ऑयल खरीदने से पहले उसकी क्वालिटी को जरूर टेस्ट करें। इसके लिए आप इसका एक पैच अपनी गर्दन के हिस्से पर लगाएं या अंडरऑर्म्स में भी लगा सकती हैं। क्योंकि, यह काफी नाजुक त्वचा होती है, जो किसी भी तरह के जलन, खुजली या एलर्जी से बहुत जल्दी प्रभावित हो सकती है।

    हमेशा मिश्रण के साथ लगाएं

    अगर आप एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल बच्चे की मालिश करने के लिए कर रही हैं, तो उसे पहले नारियल, जैतून या सरसों के तेल में मिलाएं। इसके लिए आप दोनों ही तेलों के बराबार मिश्रण ले सकती हैं। क्योंकि, ये तेल बहुत ही गाढ़े होते हैं जिसकी वजह से बच्चे को परेशानी हो सकती है।

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    बच्चों के लिए एसेंशियल ऑयल कैसे फायदेमंद हैं?

    यह तेल आपको लैवेंडर, नीलगिरी और कैमोमाइल जैसे प्राकृतिक औषधियों और फूलों के तेलों के रूप में मिल सकती हैं। जिसके इस्तेमाल से आपके बच्चे को कई तरह के फायदे हो सकते हैं, जैसेः

    जब बच्चा तीन माह से बड़ा हो जाए, तो उसके शरीर की मालिश करने के लिए जैतून और सरसों के तेल का इस्तेमाल करें। जिनमें आप एसेंशियल ऑयल मिला सकती हैं। इससे बच्चे को अच्छी नींद आएगी और वह लंबे समय तक सोता रहेगा। इसके लिए आप कैमोमाइल ऑयल का चुनाव कर सकती हैं। इसकी महक बहुत ही हल्की होती है। बच्चा इसे सूंघ के बाद शांत होने लगता है और उसे नींद आने लगती है।

    त्वचा की एलर्जी को रखे दूर

    बच्चों की त्वचा बहुत ही नाजुक और पलती होती है। साथ ही, उन्हें स्किन से जुड़ी किसी भी तरह की एलर्जी होने का खतरा भी अधिक बना रहता है। जिससे बचाव करने के लिए आप अपने बच्चे के शरीर को मालिश करने वाले तेल में लैवेंडर का मिश्रण कर सकती हैं। लैवेंडर में एंटी बैक्टिरियल गुण होते हैं, जो त्वचा की खुजली और एलर्जी जैसी समस्या को दूर करने में मददगार होते हैं।

    पाचन तंत्र रखे सही

    अगर बच्चे को पाचन से जुड़ी कोई समस्या है, तो किसी भी तेल में मिक्स करके बच्चे की नाभि में इस तेल को लगाएं।

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    एक्जिमा से राहत दिलाए

    अगर बच्चे को एक्जिमा की समस्या हो रही है, तो उसके मालिश करने वाले तेल में सूरजमुखी का तेल मिलाएं। सूरजमुखी का तेल भी एसेंशियल ऑयल होता है। इसकी खुशबू बहुत ही हल्की होती है। ऐसे बच्चे जिनकी त्वचा बहुत ज्यादा संवेदनशील होती है और उन्हें एक्जिमा की समस्या है, तो उनके शरीर की मालिश करने के लिए आप सूरजमुखी के तेल का इस्तेमाल कर सकती हैं। एक अध्ययन के मुताबिक, सूरजमुखी के तेल से त्वचा में होने वाली जलन से राहत मिल सकता है।

    बच्चे के नहाने के पानी में करें इस्तेमाल

    आप अपने बच्चे के नहाने के पानी में भी एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदे मिला सकती हैं। एसेंशियल ऑयल मिले पानी से नहाने से बच्चे की त्वचा ड्राई नहीं होती है और उसे गहरी नींद भी आती है।

    अरोमा लैंप के तौर पर भी कर सकती हैं इस्तेमाल

    बच्चे अक्सर दिन भर सोते हैं और रात में रोते हैं। ऐसे में आप बच्चे के सोने के कमरे में अरोमा लैंप और एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल कर सकती हैं। इससे आपके बच्चे का मूड शांत और अच्छा होगा और वो बहुत ही जल्दी सो भी जाएगा।

    हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।

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