बड़े बच्चों (3 से 12 वर्ष) में कब्ज होने के लक्षण क्या हैं?
ऊपर बताए गए लक्षणों के साथ बड़े बच्चों में पेट दर्द की शिकायत और अंडरवियर में खून के निशान दिखाई दे सकते हैं। आपके बच्चे को मल त्याग के दौरान भी दर्द महसूस हो सकता है या वह मल त्याग करने से परहेज करने लग सकता है।
शिशुओं में कब्ज का कारण बनते हैं ये फूड ( Is Your Child’s Diet Causing Constipation?)
अधिक दूध पीने से होता है बच्चों को कब्ज
डॉक्टर बिरजदार ने कहा, ‘छह महीने तक शिशु मां के दूध पर निर्भर रहते हैं। अत्याधिक दूध पीना भी कब्ज का एक कारण‘ होता है। छह महीने की अवधि पूरा करने के बाद शिशु को अन्य सॉलिड फूड या खाना ना खिलाने से कब्ज हो सकता है।’ उन्होंने कहा कि दूध में कैल्शियम होता है। शिशु की बॉडी में कैल्शियम जैसे पोषक तत्व का अधिक मात्रा में होने से स्टूल सख्त हो जाता है। इससे उन्हें कब्ज हो जाता है।
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पानी की कमी से होता है बच्चों को कब्ज
उन्होंने बताया कि शिशु एवं बच्चों की बॉडी में पानी की कमी से स्टूल कड़ा हो जाता है। इससे कब्ज की समस्या पैदा हो जाती है। इसके अतिरिक्त, बच्चों को डायट में फल और सब्जियां ना देने से भी कब्ज हो सकता है क्योंकि, फल और सब्जियों में फाइबर होता है, जो स्टूल को मुलायम बनाने का कार्य करता है। इसके अलावा, बच्चों का सिर्फ नॉनवेज डायट पर निर्भर रहना भी कब्ज को पैदा करता है।
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फास्ट फूड से होता है कब्ज
अत्यधिक प्रोसेस्ड फूड्स, पनीर, व्हाइट ब्रेड और मीट खाने से शिशुओं को कब्ज की समस्या हो जाती है। इस प्रकार के फूड्स में फाइबर की मात्रा कम होती है।
फॉर्मूला फूड (Formula Food)
अधिकतर महिलाएं अपने बच्चों और शिशुओं को फॉर्मूला फूड बहुत ही जल्दी देना शुरू कर देती हैं। फॉर्मूला फूड में कुछ विशेष प्रकार के तत्व होते हैं, जिनका पाचन बच्चों के लिए मुश्किल होता है। नतीजतन बच्चों को कब्ज हो जाता है। फॉर्मूल मिल्क में कॉमप्लैक्स प्रोटीन होता है, जिसका डायजेशन मुश्किल होता है।
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गाजर (Carrot)
आमतौर पर कच्ची गाजर या इसका जूस बच्चों के लिए हेल्दी होता है। शिशु को उबली हुई गाजर खिलाने से उन्हें कब्ज हो सकता है। उबली हुई गाजर स्टूल को सख्त बनाने का कार्य करती है।
कच्चे केले
कच्चे केले में एक विशेष प्रकार का स्टार्च होता है, जिसकाे पचाना बच्चे के लिए मुश्किल होता है।
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शिशुओं में कब्ज को ठीक कर सकते हैं ये फूड
ब्रोकली (Broccoli)
बच्चों के लिए ब्रोकली किसी सुपर फूड से कम नहीं है। इसमें प्रोटीन और फाइबर होता है। इसमें विटामिन सी, विटामिन के और फोलेट भी होता है। पालक और ब्रोकली जैसी हरी सब्जियों से स्टूल वजनी बनता है। इससे बच्चे को गट के माध्यम से स्टूल पास करने में आसानी होती है।
शकरकंद (Sweet Potato)
कब्ज को ठीक करने के लिए शकरकंद एक बढ़िया फूड है। इसमें अनेक प्रकार के जरूरी पोषक तत्व होते हैं। साथ ही इसमें अच्छी कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो शिशु के विकास के लिए आवश्यक हैं।
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बैरी (Berry)
बैरी में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। बैरी में फाइबर उच्च मात्रा में होता है। फाइबर स्टूल को मुलायम बनाता है, जिससे बच्चों की कब्ज की समस्या कम होती है।