इसके अलावा, डॉक्टर हाथों में ग्लव्स पहनकर बच्चे के गुदा भाग में उंगली डालकर स्टूल की जांच कर सकते हैं। ऐसे में वो ये जांचते हैं कि एनल की ओपनिंग ठीक से है या नहीं और वो सामान्य साइज में है या नहीं।
कुछ मामलों में डॉक्टर बेरियम एनिमा भी कर सकते हैं। ये एक तरह का स्पेशल एक्स-रे (X-Ray) होता है, जिसमें बच्चे की रेक्टम में एक छोटी ट्यूब डाली जाती है और धीरे-धीरे कोलोन के बेरियम से फिल किया जाता है। फिर इसका एक्स-रे लिया जाता है।
कुछ गंभीर मामलों में एनोरेक्टिल मेनोमेट्री (Anorectal manometry) भी की जा सकती है। इसमें भी बच्चे के रेक्टम में एक छोटी ट्यूब डाली जाती है। इसमें ये पता लगाया जाता है कि मल त्यागते समय बच्चे के पेल्विक, एब्डोमिल और एनल मसल्स की क्या स्थिति रहती है।
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इंकोप्रिसिस का इलाज क्या है? (Treatment for Encopresis)
इंकोप्रिसिस का इलाज करने के लिए सबसे पहले कब्ज (Constipation) दूर करने का इलाज किया जा सकता है। कई बार डॉक्टर मिनरल ऑयल, एनिमा या लेक्सेटिव (Laxative) की मदद से इस समस्या का इलाज करते हैं। इसके अलावा, जीवनशैली में बदलाव लाकर जैसे फाइबर (Fiber) युक्त खाना देना, अधिक तरल (Liquid) पदार्थ देना आदि से भी इस समस्या से निजात दिलाई जा सकती है।
इसके अलावा, अगर समस्या ज्यादा बढ़ती है तो डॉक्टर कोलोन में से मल को साफ करके खाली कर सकते हैं और बोवेल हेबिट्स की ट्रेनिंग भी दे सकते हैं।
अगर आप इंकोप्रिसिस से जुड़े किसी सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे। हालांकि अगर इंकोप्रिसिस की समस्या से कोई पीड़ित हैं, तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर से कंसल्टेशन बेहद जरूरी है। हेल्थ एक्सपर्ट पेशेंट की हेल्थ कंडिशन को ध्यान में रखकर इलाज करेंगे।