बच्चों को पॉकेटमनी (Pocket money for kids) में शुरुआत में थोड़े-थोड़े पैसे देना ही सही
बच्चों को पॉकेटमनी (Pocket money for kids) एक बार देने से अच्छा है कि आप उन्हें सप्ताह करके दें। और निर्देश दें कि वह इन पैसों का किन चीजों पर खर्च कर सकता है? बच्चों को मौखिक रूप से यह हिदायत भी दें कि तय समय से पहले पैसे खर्च न करें, वरना फिर से पैसे नहीं मिलेंगे। ऐसी हिदायतें देने से बच्चे में प्लान से खर्च करने की आदत पड़ जाएगी, जो जीवन में आगे भी काम आ सकेगा।
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बच्चों को पॉकेटमनी (Pocket money for kids) देते समय किन खर्चों को शामिल करें?
आप जब भी बच्चों को पॉकेटमनी (Pocket money for kids) दें, उसे अच्छी तरह से समझा दें कि उसे इन पैसों से किस तरह के खर्च निकालने हैं? अगर संभव हो तो बच्चों को पॉकेटमनी से किए जाने वाले खर्चों की लिस्ट बना दें। इससे बच्चा अपने खर्चों का बजट व बचत को समझ पाएगा। जेनरली इन पॉकेट मनी में स्कूल कैंटीन, स्टेशनरी, और अन्य खाने-पीने की चीजें शामिल होती हैं।
चाइल्ड सायकायट्रिस्ट डॉ. जितेंद्र नागपाल कहते हैं कि आज बच्चों को चीजों की कीमत पता है, लेकिन उसकी अहमियत नहीं। पैरंट्स की जिम्मेदारी है कि वे बच्चों को पैसे और मेहनत की वैल्यू समझाएं। पैसे देने से पहले उन्हें सेविंग की जानकारी दें। उन्हें समझाएं कि उनके पास जो पैसे हैं, उन्हें पूरा खर्च नहीं करना है। बच्चे को बहुत ज्यादा पैसे न दें।”
बच्चों को पॉकेटमनी (Pocket money for kids) देना है कितना सही?
बच्चों को पॉकेटमनी (Pocket money for kids) ज्यादा बिलकुल न दें, नहीं तो उनमें फिजूलखर्ची की आदत लग सकती है। पेरेंट्स होने की नाते आपको अपने बच्चों की जरूरत आपको पता होनी चाहिए। उसी को बेस मानकर पॉकेट मनी तय करें। आप अपने बच्चों के दोस्तों के पेरेंट्स से भी इसपर बात कर सकते हैं। शुरुआत में उसे उतने पैसे जरुर दें, जिससे वे अपने लिए छोटी-छोटी चीज़ें, जैसे – मनपसंद टॉफी, पेंसिल, स्टीकर आदि खरीद सकें।
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