अपने घर की उन जगहों को स्क्रीन फ्री रखें, जहां आपका परिवार एक साथ बैठता है। जैसे कि डाइनिंग एरिया, पारिवारिक पार्टी और बच्चों का बेडरूम। डिजिटल वर्ल्ड में बच्चे टीवी और इंटरनेट जैसी चीजों से बहुत जुड़े रहते हैं। अगर आप टीवी नहीं देख रहे हैं, तो उसे बंद करें क्योंकि परिवार के साथ बैठने में पीछे से चल रहे टीवी का शोर आपका ध्यान भटका सकता है। बच्चों के इंटरनेट इस्तेमाल का एक रुटिन बनाएं, जिससे आप ज्यादा से ज्यादा फैमिली टाइम बिता सकें। ये बदलाव आपको अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताने, हेल्दी इटिंग हैबिट और अच्छी नींद में मदद करते हैं।
बच्चे की गलतियों पर दें ध्यान
याद रखें की मीडिया के अधिक एक्सपोजर की वजह से बच्चों से कई बार गलतियां हो जाती हैं। उनकी गलतियों पर उनको डांटने से बेहतर है उनकी गलतियों को संभालने की कोशिश करें। लेकिन अंजाने में हुई गलतियां जैसे कि सेक्सटिंग, किसी को धमकाना या खुद को नुकसान पहुंचाने वाली तस्वीरें पोस्ट करना आपके लिए एक वॉर्निंग है कि आगे बड़ी गलती हो सकती है, जिससे आप मुसीबत में पड़ सकते हैं। डिजिटल वर्ल्ड में माता-पिता को बच्चे के व्यवहार को सावधानी से नजर में रखना चाहिए और अगर जरूरी हो, तो परिवार के डॉक्टर से इसके बारे में सलाह लेनी चाहिए।
मीडिया और डिजिटल इंस्ट्रूमेंट आज हमारे जीवन का महत्तवपूर्ण हिस्सा हैं। इसके अपने फायदे भी हैं। अगर आप इसे ठीक से इस्तेमाल करते हैं, तो यह बहुत फायदेमंद भी साबित हो सकता है। लेकिन, बहुत से शोध से पता चला है कि परिवार, दोस्तों और शिक्षकों के साथ फेस-टू-फेस कम्यूनिकेशन बच्चों को चीजों को सीखने और उनके विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हमेशा कोशिश करें कि अपने बच्चों से सामने से बात करें ताकि इस डिजिटल वर्ल्ड में बच्चे परिवार के महत्व को समझ सकें।