हर किसी का भावनाओं को महसूस करने का स्तर अलग-अलग होता है। कोई अपनी भावनाओं पर काबू रखता है और कोई ज्यादा भावुक हो सकता है। चाहें वह एक बच्चा हो या कोई बड़ा हर किसी का परिस्थिति को संभालने का तरीका अलग होता है। किसी भी उम्र में रोना एक ऐसा भाव है जो गुस्सा, डर, तनाव या यहां तक कि खुशी जैसी भावनाओं से अभिभूत होने के लिए एक सामान्य प्रतिक्रिया है। हालांकि, कुछ बच्चे दूसरों की तुलना में अधिक रोते हैं। आइए जानते हैं भावुक बच्चे (Emotional child) को हैंडल करने के टिप्स (Tips for handling an emotional child) जो आपके और बच्चे के बीच हेल्दी रिलेशन बनाएंगे। इस बात का ध्यान रखें कि ये टिप्स जरूरी नहीं है कि हर बच्चे के लिए उपयोगी हो। अगर आपका बच्चा किसी गंभीर परिस्थिति का सामना कर रहा है तो, चाइल्ड काउंसलर से सलाह लें।