और पढ़ें – शिशु की गर्भनाल में कहीं इंफेक्शन तो नहीं, जानिए संक्रमित अम्बिलिकल कॉर्ड के लक्षण और इलाज
खराब आहार के कारण होने वाले रोग
अस्वस्थ आहार का सेवन करने से बच्चों में सबसे सामान्य रोग कब्ज को माना जाता है। आहर में फाइबर और अन्य महत्वपूर्ण न्यूट्रिएंट्स की कमी के कारण यह स्थिति उत्पन्न होती है।
अगर आपका शिशु एक सप्ताह में 3 बार से कम बार मल त्याग करता है या उसे मल त्याग में समस्या जैसे सख्त मल व सुखा मल आता है तो उन्हें कब्ज की परेशानी हो सकती है। इसके साथ ही अगर बच्चा अत्यधिक दूध का सेवन करता है तो भी कब्ज का खतरा बड़ जाता है।
डायट के कारण नवजात शिशुओं में भी कब्ज की समस्या बढ़ जाती है। ऐसा आमतौर पर तब होता जब शिशु लिक्विड डायट से सॉलिड डायट पर जाते हैं।
बच्चों में पानी या फाइबर की कमी के कारण कब्ज की स्थिति विकसित होती है। इसके साथ ही अधिक मात्रा में चीज, जंक फूड, सफेद ब्रेड और मीट के कारण भी कब्ज होने का खतरा रहता है।
बच्चों को कब्ज से बचाने के लिए फाइबर युक्त आहार और पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करवाएं।
और पढ़ें – Constipation: कब्ज (कॉन्स्टिपेशन) क्या है? जानिए इसके कारण, लक्षण और उपाय
बच्चों के लिए नुकसानदायक फूड की लिस्ट तो पढ़ ली आपने और इसमें कई ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिसे आप हेल्दी मानते थें वो नुकसानदायक भी हो सकते हैं। इसलिए निम्नलिखित खाद्य पदार्थ बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए अवश्य दें।
तो चलो ये तो हो गई बच्चों के लिए नुकसानदायक आहार और उनके कारण होने वाली बिमारियों की बात अब जरा जान लेते हैं कि उनको कौन-कौन से आहार का सेवन करवाना चाहिए जिससे उनका स्वास्थ्य और विकास बेहतर बना रहे।
नेशल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी (NCBI) के अनुसार बच्चों को हमेशा पूरी तरह से पके हुए खाद्य पदार्थ दें। हरी सब्जियां, दूध (कच्चे नहीं), रोटी, सेब, दही, दाल, रोटी, चावल और सलाद अवश्य खिलाएं या उन्हें ऐसे खाने की आदत डालें। बच्चों को डिहाइड्रेट न होने दें। इसलिए पानी और फ्रेश जूस पिलाएं।
और पढ़ें – बच्चे को पसीना आना : जानें कारण और उपाय
बच्चों के लिए फायदेमंद आहार की लिस्ट
ऊपर बताए गए आहार के वैकल्पिक तौर पर कई स्वादिष्ट व स्वस्थ आहार भी मौजूद हैं जिन्हें आप अपने नादान को खिला सकते हैं। ऐसा करने का सबसे बेहतर तरीका है बच्चों के लिए सामान खरीदते समय लेबल पर लिखे इंग्रेडिएंट्स के बारे में अच्छे से पढ़ना।
सभी खाद्य पदार्थों के लेबल पर लिखा होता है कि उनमें कितना ट्रांस फैट, प्रोटीन, कार्ब्स और गुड व बैड फैट है।
बच्चों को कार्बोहाइड्रेट्स, फैट और प्रोटीन की नियंत्रित मात्रा की जरूरत होती है। तीनों ही बच्चों के विकास में महत्वपूर्ण रोल निभाते हैं। बच्चों को स्वादिष्ट खाना खिलाने का सबसे अच्छा तरीका है उनकी प्लेट को आकर्षित बनाना, यानि उन्हें अच्छे रंगों के मेल वाले व अच्छी बनावट वाले आहार दें। जैसे की गाजर, खीरा, शिमला मिर्च और आदि।
और पढ़ें – World Ocean’s Day: पास्केटेरिआन डायट के बारे में जानते हैं आप, अगर नहीं तो जानिए क्यों है ये खास ?