अक्सर देखा जाता है कि पेरेंट्स बच्चे को थाली में अधिक खाना परोस देते हैं। ये गलत है। बच्चे को खाना देते समय आपको कम मात्रा में खाना देना चाहिए। बच्चे नई रेसिपी या फूड को अपनाने में समय लगा सकते हैं। आप उसे थोड़ा खाना परसें और खाने के लिए प्रोत्साहित करें। बच्चे को खाने को दें और करीब 20 मिनट तक इंतजार करें। अगर बच्चा न खाएं, तो खाना हटा दें और उसके स्थान पर कोई भी अल्टरनेटिव फूड या स्नैक्स न दें।
डिश के साथ न करें समझौता (Don’t negotiate)
बच्चे को खाना परोसने के बाद ये कहना गलत हैं कि आप ये नहीं बल्कि दूसरी वाली डिश खा लों। आपको बच्चे की प्लेट में हेल्दी फूड परोसना चाहिए। आप उसे ही तय करने दीजिए कि वो क्या खाएगा। हो सकता है कि आपने उसे जो परोसा हो, वो अपनी मर्जी से सब कुछ खा लें।
सभी साथ में खाएं खाना (Have family meals together)
अगर आप बच्चे को फैमिली के साथ खाना नहीं परोसेंगी, तो उसे साथ में खाने की आदत बिल्कुल भी नहीं पड़ेगी। फैमिली के साथ खाने से बच्चे को समय पर खाना खत्म करने और प्लेट में परोसे गए खाने को खत्म करने की बात समझ आएगी। अगर बच्चा रोजाना अकेला खाएगा, तो उसे खाने से ज्यादा खेलने का मन करेगा, जो कि ठीक नहीं है।अक्सर बच्चे खाते समय पूरा मुंह भर लेते हैं और फिर खाना फंसने की समस्या हो जाती है। बच्चे को थोड़ा-थोड़ा खाना सिखाएं।
फ्रेंड्स को करें इनवाइट
अगर आपका बच्चा फ्रूट्स और वेजीटेबल्स को खाने में रुचि नहीं दिखा रहा है, तो आप उसके फ्रैंड्स को घर बुलाकर साथ ही उन्हें फल खाने के लिए दे सकती हैं। फैंड्स को फ्रूट्स खाते देख आपका बच्चा भी फल खाने लगेगा। आपको ऐसे अवसरों की तलाश करनी होगी।
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कब करना चाहिए डॉक्टर से संपर्क?
अगर आपका बच्चा सामान्य कारणों की वजह से खाना नहीं खा रहा है, तो आप उपरोक्त टिप्स अपनाकर उसकी आदतों को बदल सकते हैं। कई बार किसी परेशानी के कारण बच्चों को भूख नहीं लगती है। अगर उपरोक्त टिप्स अपनाने के बाद भी बच्चा खाना नहीं खा रहा है, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत है। डॉक्टर बच्चे की जांच करेंगे और भूख न लगने के कारण के बारे में जांच करेंगे। आप बच्चों में निम्न लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।