एक ही तरफ से ब्रेस्टफीड करवाने से दूसरी साइड के ब्रेस्ट में दूध भर जाता है जिससे वह बड़ा हो जाता है और दर्द भी होता है। डिलिवरी के पहले कुछ सप्ताह तक यह अधिक होता है, क्योंकि इस दौरान स्तनों में दूध अधिक बनता है और वह बच्चे की आवश्यकता के मुताबिक एडजस्ट होने की कोशिश में रहता। ऐसे में दर्द दूर करने के लिए जब बच्चा एक तरफ से फीड कर रहा हो तो दूसरे ब्रेस्ट से पंप या हाथ की मदद से दूध निकाल दें, इससे राहत मिलेगी। साथ ही यदि आप इसे पंप नहीं करेंगी तो इसमें दूध की आपूर्ति कम हो सकती है।
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असामान्य ब्रेस्ट
जब आप एक ही साइड से ब्रेस्टफीड करवाती हैं तो दोनों ब्रेस्ट का साइज भी अलग-अलग हो जाता है। जिस ब्रेस्ट से आपने फीड करवाया है वह छोटा और दूसरा बड़ा दिखता है, क्योंकि इसमें दूध भरा होता है जो अगली बार फीड करवाने पर खाली होगा। वैसे यह कोई समस्या नहीं है, बल्कि यह आपको याद रखने में मदद करता है कि अगली बार किस ब्रेस्ट से फीड करवाना है। लेकिन आपको यदि अपने स्तनों की यह असमान्यता परेशान कर रही है तो हर बार दोनों ब्रेस्ट से फीड करवाएं।
कब है सावधान होने की जरूरत?
वैसे तो बच्चे को एक बार में एक ही ब्रेस्ट से स्तनपान कराने में कोई परेशानी नहीं है, क्योंकि एक ब्रेस्ट का मिल्क (Breast Milk) बच्चे का पेट भरने के लिए पर्याप्त होता है, लेकिन यदि बच्चा बार-बार दूसरे ब्रेस्ट से दूध (Milk) पीने से इनकार करता है, तो फिर आपको ध्यान देने की जरूरत है। हो सकता है किसी संक्रमण या बीमारी की वजह से दूसरे ब्रेस्ट मिल्क (Breast milk) का स्वाद बदल गया हो इसलिए बच्चा नहीं पी रहा है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर के पास जाएं ताकि वजह का पता चल सके और यदि कुछ गंभीर समस्या है तो तुरंत उसका इलाज हो सके।
बेस्ट ब्रेस्टफीडिंग प्रैक्टिस से जुड़ी अन्य जानकारियों के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।