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ब्रेस्ट मिल्क स्टोर करना कितना सही है और कितना गलत

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Shruthi Shridhar


Shayali Rekha द्वारा लिखित · अपडेटेड 27/03/2021

    ब्रेस्ट मिल्क स्टोर करना कितना सही है और कितना गलत

    भागदौड़ भरी जिंदगी में इंसान ने हर चीज का शॉर्टकट तलाश लिया है। जिसका एक उदाहरण है ब्रेस्ट मिल्क स्टोर (Breast Milk Store) करना। वर्किंग मॉम्स को बच्चों को स्तनपान (Breast Feeding) कराने के लिए पूरा समय नहीं मिल पाता है। ऐसे में  महिलाओं ने ब्रेस्ट मिल्क स्टोर कर के बच्चों तक पोषण पहुंचाने का तरीका अपनाया है। लेकिन, सवाल यह उठता है कि ब्रेस्ट मिल्क को स्टोर करना आपके शिशु के लिए कितना सुरक्षित है और अगर कर भी रहें है तो उसे कैसे करना चाहिए। 

    ब्रेस्ट मिल्क स्टोर करते समय रखें इन बातों का खास ध्यान

    ब्रेस्ट मिल्क स्टोर करने पर बीएचयू हॉस्पिटल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. शालिनी टंडन ने हैलो स्वास्थ्य को बताया कि बच्चे को ज्यादातर प्राकृतिक तरह से स्तनपान कराना चाहिए। लेकिन, अगर ब्रेस्ट मिल्क को स्टोर करना बहुत जरूरी है तो उसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। 

  • अगर दूध को दो या तीन घंटों में पिलाना हो तो उसे हमेशा कमरे के सामान्य तापमान पर ही रखें।
  • दूध को स्टोर करने के लिए हमेशा हाईजीन पैक्स का ही इस्तेमाल करना चाहिए। इससे दूध असंक्रमित बना रहता है।
  • दूध को अगर तुरंत या दो घंटों के अंदर नहीं पिलाना है तो आप इसे रेफ्रिजरेट कर सकती हैं। 
  • रेफ्रिजरेट किए गए ब्रेस्ट मिल्क को हाईजीन पैकेट में पैक करने के बाद उसे फ्रिज में पीछे की तरफ रखना चाहिए। 
  • डीप फ्रीजर में रखने ब्रेस्ट मिल्क रखने से वह जम जाता है। जिससे उसके संक्रमित होने का खतरा कम हो जाता है। जब आपको ब्रेस्ट मिल्क को छह महीने के लिए स्टोर करना हो तो ही उसे डीप फ्रीजर में रखें।
  • बच्चे को रेफ्रिजरेट किए गए दूध को 24 घंटे के अंदर पिला दें। लेकिन, डीप फ्रीज कर के ब्रेस्ट मिल्क को लगभग चार दिनों तक रख सकती हैं।
  • बच्चे को दूध पिलाने पहले कमरे के तापमान पर रेफ्रिजरेटर से बाहर निकाल कर रख दें। फिर उसके पिघल जाने के बाद बच्चे को बिना गर्म किए ही दूध को पिला देना चाहिए। 
  • और पढ़ें : जानिए क्या है ब्रेस्ट मिल्क पंप और कितना सुरक्षित है इसका प्रयोग?

    ब्रेस्ट मिल्क स्टोर करते समय भूल कर भी न करें ये काम

    1. आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि जिस बॉटल में बच्चा दूध पीता है, उसमें ब्रेस्ट मिल्क को कभी भी स्टोर कर के ना रखें। इससे दूध में संक्रमण हो जाता है और बच्चे के पीने लायक दूध नहीं रह जाता है। इसके लिए हमेशा आप हाईजेनिक पैक्स का इस्तेमाल करें।
    2. स्तनों से निकाल कर हमेशा बच्चे को तुरंत पिलाने की कोशिश करें। ब्रेस्ट मिल्क को स्तनों से निकालते वक्त सफाई का ध्यान रखें। आपके स्तन साफ सुथरे होने चाहिए। अगर आप ब्रेस्ट मिल्क निकालने के लिए हाथों का इस्तेमाल कर रही है तो हाथों को साबुन से धुलने के बाद ही दूध निकालें।
    3. ब्रेस्ट मिल्क को कभी भी रेफ्रिजरेटर के दरवाजे में या सेल्फ पर ना स्टोर करें। ब्रेस्ट मिल्क को फ्रिज के अंदर तरफ ही स्टोर करना चाहिए। इससे दूध संक्रमित नहीं होगा। अगर ब्रेस्ट मिल्क को आप रेफ्रिजरेटर के अन्य हिस्सों में रखेंगी तो उसके संक्रमित होने का खतरा ज्यादा होता है।
    4. हमेशा कमरे के तापमान पर फ्रीज किए हुए दूध को पिघलाना चाहिए। दूध को गर्म कर के नहीं पिघलाना चाहिए। 
    5. अगर स्टोर किया हुआ ब्रेस्ट मिल्क बच्चे को पिलाया और बच्चे ने पूरा दूध खत्म नहीं किया तो उसे फिर से स्टोर ना करें। बच्चे के लार से दूध संक्रमित होने का खतरा रहता है। झूठे ब्रेस्ट मिल्क को फेंकना ही बेहतर है।

    और पढ़ें : स्तनपान करवाते समय न करें यह गलतियां

    ब्रेस्ट मिल्क स्टोर करने के लिए कैसे निकालें ब्रेस्ट मिल्क 

    स्तनों से मिल्क निकालने के लिए ब्रेस्ट मिल्क पंप का इस्तेमाल करना चाहिए। ब्रेस्ट मिल्क पंप दो प्रकार के होते हैं।

    1- मैन्युअल ब्रेस्ट पंप (Menual Breast Pump)

    इस तरह के मैन्युअल ब्रेस्ट पंप को खुद से ही संचालित कर के इस्तेमाल करना होता है। इस पंप से दूध निकालने से लेकर उसको स्टोर करने तक का काम स्वयं ही करना होता है। सही तरह से पंप का इस्तेमाल न करने से ये ज्यादा प्रभावी नहीं होता है। ऐसा इसलिए भी है कि इसे मैन्युअली प्रयोग करना होता है जिससे पूरी मात्रा में दूध निकल नहीं पाता है। इसके बाद निकले हुए दूध को ब्रेस्ट मिल्क स्टोर पैक में भर कर फ्रीज कर दें। 

    और पढ़ें : मां और बच्चे के लिए क्यों होता है स्तनपान जरुरी, जानें यहां

    2- इलेक्ट्रिक ब्रेस्ट पंप (Electric Breast Pump)

    इस तरह का ब्रेस्ट पंप कामकाजी महिलाओं के लिए ज्यादा आसान है। इलेक्ट्रिक ब्रेस्ट पंप बिजली या बैट्री से संचालित होता है। इसका फायदा यह है कि मां कम समय में जल्दी दूध निकाल कर संग्रहित कर सकती है। इसे मां एक साथ दोनों स्तनों पर लगा कर इस्तेमाल कर सकती है। इसके बाद ब्रेस्ट मिल्क स्टोर विधि को अपना कर दूध को सुरक्षित रख सकती हैं।

    ब्रेस्ट मिल्क स्टोर के लिए ब्रेस्ट मिल्क पंप (Breast Milk Pump) कैसे काम करता है?

    दोनों तरह के पंप दबाव के कारण काम करते हैं, जिसे आम भाषा में वैक्यूम कहा जा सकता है। मैन्युअल पंप हो या इलेक्ट्रिक ब्रेस्ट पंप, दोनों वैक्यूम दबाव के कारण काम करते हैं। मैन्युअल ब्रेस्ट पंप को मां स्तन पर लगा कर अपने हाथों से पंप करती हैं। जिससे बनने वाले दबाव से दूध पंप से जुड़े बोतल में भरने लगती है। इसी तरह से इलेक्ट्रिक ब्रेस्ट पंप भी काम करता है। इसका रख-रखाव भी काफी आसान है और महिला इसे अपने हिसाब से वैक्यूम दबाव के साथ इस्तेमाल कर सकती हैं। 

    इन सभी बातों का ध्यान रख कर आप चाहे तो ब्रेस्ट मिल्क को आसानी से स्टोर कर सकती हैं। लेकिन, पूरा प्रयास करें कि आप बच्चे को प्रत्यक्ष रुप से ही स्तनपान कराएं। जो जच्चा-बच्चा दोनों के स्वास्थ्य के लिए बेहतर रहेगा।

    हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

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    Shayali Rekha द्वारा लिखित · अपडेटेड 27/03/2021

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