अब आप सोच रहे होंगे कि ये फोर्टिफाइड दूध (fortified milk) बनता कैसे है? दरअसल फोर्टिफाइड दूध में जरूरी न्यूट्रिएंट्स को अलग से डाल दिया जाता है, जो आपको बाजार में मिलनेवाले आम दूध से नहीं मिलते। इन न्यूट्रिऐंट्स में
विटामिन डी और विटामिन ए के अलावा ज़िंक (zink), आयरन (iron), फोलिक एसिड (folic acid) आदि न्यूट्रिंएट्स भी डाले जाते हैं। ये सभी न्यूट्रिएंट्स हीट रेसिस्टेंट होते हैं, यानी दूध को प्रोसेसिंग के दौरान गर्म करने पर ये नष्ट नहीं होते। लेकिन सिर्फ
विटामिन बी (vitamin B) ऐसा न्यूट्रिएंट होता है, जिसे दूध की प्रोसेसिंग के बाद डाला जाता है। जाहिर है बच्चों के लिए फोर्टिफाइड दूध बेहद लाभकारी होता है।
फोर्टिफाइड मिल्क और अनफोर्टिफाइड मिल्क (unfortified milk) में फर्क क्या है जानते हैं आप?
जैसा कि हम पहले बता चुके हैं फोर्टिफाइड दूध में भरपूर मात्रा में विटामिन ए और डी होता है, साथ ही ये जरूरी न्यूट्रिएंट्स से भी भरपूर होते हैं, जो बच्चों की बढ़ती उम्र के लिए लाभकारी माने जाते हैं। ये जरूरी तत्व बच्चों को अनफोर्टिफाइड दूध (unfortified milk) से नहीं मिलते। इसके अल्वा फोर्टिफाइड मिल्क में कैलरीज (calories), प्रोटीन (protein), फैट (fat), कार्ब (carb), विटामिन ए, बी12, डी, कैल्शियम (calcium), फॉस्फोरस (phosphorus), सेलिनियम, ज़िंक, रिबोफ्लेविन
जैसे न्यूट्रिएंट्स ज्यादा मात्रा में मिलते हैं। जाहिर है, बच्चों को पूरा पोषण देने के लिए फोर्टिफाइड दूध आपके बेहद काम आ सकता है।