सही पोषण बच्चे में मोटापे (Obesity) को रोकता है
सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रेवेंशन (Center for disease control and prevention) के मुताबिक 2 साल से 18 साल तक के 25% बच्चों को ओवरवेट पाया गया है। बच्चों का ओवरवेट (Overweight child) होना उन्हें मोटापे (Obesity) की तरफ ले कर जाता है। जिससे उन्हें कई तरह के रोग होते हैं। जैसे टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes), हाय ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure), जोड़ों में दर्द (Joints pain) आदि। आगे चल कर ये मोटापा हाय कोलेस्ट्रॉल और दिल से संबंधित बीमारियों की वजह बनता है। अपने बच्चे को अच्छी आदतें सिखाएं। उसे सही पोषण और भोजन की जानकारी दें। उसे समझाएं कि कम उम्र में मोटा होना अच्छी बात नहीं है। बच्चे को खाने में ताजे फल और सब्जियां दें। अगर आपका बच्चा मोटा हो रहा है तो उसके खाने पर ध्यान दें। कोशिश करें कि उसे कम कैलोरी का खाना दें। साथ ही उसके लिए सही पोषण की मात्रा का भी ध्यान रखें।
सही पोषण से होता है बच्चे का सही विकास (Babies Growth)
बच्चे के शरीर को कई तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है। जैसे- आयरन, विटामिन (Vitamin), कैल्शियम (Calcium), मैग्निशियम, कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrate), प्रोटीन (Protein) आदि। बच्चे को शरीर में इसकी पूर्ति होने से ही उसके शरीर का सही विकास संभव है। बच्चे की थाली में ताजे फल, सब्जियां, साबूत अनाज (Whole Grains), मीट, मछली (Fish), आयरन फोर्टिफाइड फूड (Iron fortified food) आदि शामिल करें। इसके अलावा उसके हड्डियों की मजबूती के लिए उसे दूध दें, ताकि उसके शरीर को कैल्शियम मिल सके। बच्चे को कैल्शियम की कमी कभी ना होने दें। एक बात हमेशा याद रखें कि बचपन में हड्डियों को दिया गया पोषण बुढ़ापे तक रहता है।