और पढ़ें : क्या होती है बेबी ड्रॉपिंग? प्रेग्नेंसी के दौरान कब होता है इसका अहसास?
प्रेग्नेंसी के दौरान कुत्ते से ये नुकसान हो सकते हैं
आमतौर पर गर्भवती और नवजात शिशुओं के लिए कुत्तों का आसपास होना सुरक्षित माना जाता है। यदि आपका पालतू कुत्ता स्वस्थ है और उसे सभी तरह के जरूरी टीके लगे हैं तो ऐसे में आपको कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। गली के कुत्ते किसी को भी खासतौर पर गर्भवती महिला या छोटे बच्चे के लिए मुश्किल का कारण बन सकते है। इसलिए, निम्नलिखित बातें अवश्य सुनिश्चित करें :
- सुनिश्चित करें कि आपके पालतू कुत्ते की नियमित जांच होती हो और समय-समय पर उसे टीके लग रहे हों।
- यदि कुत्ते का व्यवहार अनियमित हो तो ऐसे में उन्हें ट्रेनिंग दें।
- कुत्तों में ईर्ष्या की भावना हो सकती है, ऐसे में बच्चे और मां का ख्याल ज्यादा रखें।
- उन कुत्तों से सावधान रहें जिन्हें आप नहीं जानते हैं और अपने बच्चे को घर लाने से पहले कुत्ते के व्यवहार संबंधी संकेतों पर ध्यान दें।
- अपने कुत्ते को टिक्स (जूं) से बचाएं।
और पढ़ें-प्रेग्नेंसी के दौरान योग और व्यायाम किस हद तक है सही, जानें यहां
बिल्ली से हो सकता है इंफेक्शन
गर्भावस्था में पालतू जानवर से सावधानी बरतने की जरूरत होती है। यदि आपके पास बिल्ली है तो बता दें बिल्ली के मल में पैरासाइट होता है जो की टोक्सोप्लाज्मोसिस का कारण बनता है। टोक्सोप्लाज्मोसिस एक सामान्य संक्रमण है और गर्भवती महिला और बच्चे को यह संक्रमण प्रभावित नहीं करता है। यदि आप काफी समय से बिल्लियों के आसपास रहे हैं, तो संभावना है कि आप इस इन्फेक्शन के शिकार हो जाएं। हालांकि, सभी बिल्लियों में पैरासाइट नहीं होता है। वैसे घर में रहने वाली बिल्लियों में टोक्सोप्लाज्मोसिस या किसी अन्य बीमारी होने की संभावना कम होती है, लेकिन संक्रमण कब और किसे घेर ले, यह कहना मुश्किल है। इसलिए, संक्रमण को रोकने के लिए ये टिप्स फॉलो करें-