अगर महिला का एक से ज्यादा बार मिसकैरिज हुआ है तो डॉक्टर आपको कंसीव करने से पहले कुछ टेस्ट करवाने की सलाह दे सकते हैं। ब्लड टेस्ट के दौरान हार्मोन और इम्यून सिस्टम की प्रॉब्लम के बारे में जांच की जाती है। क्रोमोसोमल टेस्ट के दौरान आपके साथ ही पार्टनर के ब्लड का टेस्ट किया जाता है। इस दौरान ये भी देखा जाता है कि क्या कोई क्रोमोसोम मिसकैरिज का फैक्टर तो नहीं है। साथ ही यूटेराइन प्रॉब्लम को डिटेक्ट करने के लिए टेस्ट किया जाता है।
मिसकैरिज के बाद प्रश्न उठता है कि अपना ख्याल पहले की तरह ही रखना चाहिए या फिर विशेष ध्यान देना चाहिए। मिसकैरिज के बाद खुद का ध्यान रखना जरूरी हो जाता है, लेकिन ज्यादा परेशान होएंगी तो कुछ गलती भी हो सकती है। मिसकैरिज के बाद प्रश्न पूछने के दौरान महिलाएं ये सवाल अक्सर करती हैं। डॉक्टर का इस बारे में कहना है कि मिसकैरिज के बाद प्रेग्नेंसी पहले जैसी ही होती है। जो कारण पिछली मिसकैरिज के लिए जिम्मेदार थे, उनको लेकर जरूर सावधान रहे। डॉक्टर की सलाह के बाद महिला साधारण प्रेग्नेंसी की तरह ही खानपान अपना सकती है और एक्सरसाइज भी। साथ ही समय-समय पर डॉक्टर की राय लेने से मन में संतुष्टि बनी रहती है।
मिसकैरिज के बाद प्रश्न- डॉक्टर को क्या बताना चाहिए?
डॉक्टर से कोई भी बात छिपाना आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है। बेहतर रहेगा कि आप अपने डॉक्टर को मिसकैरिज संबंधी सभी बातें बताएं। आप चाहे तो डॉक्टर से इस बारे में बात करते समय अपने साथ परिवार का सदस्य भी साथ ले जा सकते हैं।
अगर मिसकैरिज के बाद आप प्रेग्नेंसी के बारे में सोच रही हैं तो बेहतर होगा एक बार अपने डॉक्टर से मिले। मिसकैरिज के बाद प्रश्न पूछने से डॉक्टर आपकी समस्या को ठीक से समझ पाएंगे और अपनी राय देंगे। डॉक्टर आपकी कुछ जांच भी कर सकते हैं। प्रश्न पूछने के बाद आपकी परेशानी कुछ हद तक दूर हो जाएगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट की मदद लें।