backup og meta

प्रेग्नेंसी के दौरान काम कर रही हैं तो ध्यान रखें ये बातें

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar


Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 17/01/2020

    प्रेग्नेंसी के दौरान काम कर रही हैं तो ध्यान रखें ये बातें

    आज के समय में वर्किंग लेडी और वर्किंग मॉम होना आम है। वर्किंग लेडी अगर प्रेग्नेंट है तो उसके लिए ऑफिस और खुद की लाइफ में बैलेंस करना बहुत जरूरी होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान काम करने के लिए डायट प्लान से लेकर एक्सरसाइज के लिए टाइम निकालना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। हो सकता है कि आप काम में ज्यादा ध्यान देने के कारण खुद पर ध्यान न दे पा रही हो, लेकिन ये सही नहीं है। इससे आपके आपकी और बच्चे की सेहत पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।

    फोर्टिस हॉस्पिटल कोलकाता की कंसल्टेंट गायनेकोलॉजिस्‍ट डॉ. अर्चना सिन्हा कहती हैं कि, ‘प्रेग्नेंसी को किसी बीमारी के तरह नहीं ट्रीट किया जाना चाहिए। प्रेग्नेंसी में महिला का शरीर बीमार नहीं होता है। जैसे वो रोजाना काम करती है, उसे प्रेग्नेंसी में भी जारी रख सकती है। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को अपने स्वास्थ्य पर ज्यादा ध्यान देना पड़ता है। सही खानपान और शरीरिक व्यायाम प्रेग्नेंसी को हेल्दी रखने में मदद करता है।’ प्रेग्नेंसी के दौरान काम करना निजी फैसला है। वर्क के साथ ही खुद का ख्याल रखने के लिए कुछ बातों को ध्यान रखने की जरूरत है। इस आर्टिकल के माध्यम से जानिए कि कैसे प्रेग्नेंसी के दौरान काम करते वक्त अपना ख्याल रखा जाए।

    यह भी पढ़ें : सेकेंड बेबी प्लानिंग के पहले इन 5 बातों का जानना है जरूरी

    प्रेग्नेंसी के पहले ये रखें ध्यान

    कंसीव करने के बारे में सोच रही हैं तो पहले अपनी बुरी आदतों की लिस्ट बनाएं। स्मोकिंग, एल्कोहॉल, फास्ट फूड को अपने से दूर कर दें। अगर आपके पति स्मोकिंग करते हैं तो उन्हें भी मना करें। वर्क प्लेस में इन सभी गतिविधियों से दूरी बनाना उचित रहेगा। आप अपने कलीग्स से भी इस बारे में बात कर उन्हें मना कर सकती हैं।

    यह भी पढ़ें : क्या एबॉर्शन और मिसकैरिज के बाद हो सकती है हेल्दी प्रेग्नेंसी?

    प्रेग्नेंसी के दौरान काम करते वक्त न भूलें प्रीनेटल विटामिन

    वर्किंग वीमन का शेड्यूल बिजी रहता है। सुबह जल्दी उठने से लेकर रात में देर से घर पहुंचने तक महिलाएं जरूरी चीजें भूल जाती हैं। अगर आप कंसीव करने के बारे में सोच रही हैं तो डॉक्टर से कंसल्ट करने के बाद प्रीनेटल विटामिन सप्लिमेंट लेना शुरू कर दें। डॉक्टर से इसकी टाइमिंग पूछें और रोज समय पर इन्हें लें। आप चाहे तो ऑफिस में टेबल पर भी मेडिसिन का टाइम टेबल लगा सकती हैं।

    प्रेग्नेंसी के दौरान काम के बाद पूरी नींद भी है जरूरी

    वर्किंग आवर को प्रेग्नेंसी में बढ़ाने की कोशिश न करें। देर रात तक काम करने से अधिक थकान हो सकती है। रात में 8 से 9 घंटे की नींद जरूर लें। अगर सही से नींद नहीं ली तो अगले दिन काम में जाने के दौरान आपको थकावट महसूस हो सकती है। ऐसे में काम करने में मन नहीं लगेगा। काम के दौरान थोड़ा ब्रेक लेना सही रहेगा।

    यह भी पढ़ें : गोरा बच्चा चाहिए तो नारियल खाएं, कहीं आप भी तो नहीं मानती इन धारणाओं को?

    प्रेग्नेंसी के दौरान काम में अवॉयड करें कैफीन

    काम करने वाली महिलाएं एक दिन में पांच से छह कप तक कॉफी या चाय आसानी से पी जाती हैं। अगर आप भी यह कर रही हैं तो सावधान हो जाएं। प्रेग्नेंसी में कैफीन की अधिक मात्रा नहीं लेनी चाहिए। आप इसकी जगह बटरमिल्क और कोकोनट वॉटर को शामिल कर सकती हैं। एक दिन 300 एमजी से ज्यादा कैफीन नहीं लेनी चाहिए।

    प्रेग्नेंसी के दौरान काम करते वक्त बुरे एक्सपीरियंस करें इग्नोर

    हो सकता है कि प्रेग्नेंसी में वर्क के दौरान आपको अच्छे और बुरे एक्सपीरियंस का सामना करना पड़े। बुरे एक्सपीरियंस से मतलब मॉर्निंग सिकनेस, थकावट और जी मिचलाने से है। जब आपको अच्छा महसूस हो तो ऑफिस का टारगेट पूरा करें और प्रोजेक्ट कम्प्लीट करें। ऐसा करने से आपके बॉस को भी अच्छा लगेगा। जब आप बुरे दिनों का सामना कर रही हो तो कुछ रेस्ट लेकर अपना काम जारी रखें। अगर ऑफिस में लोगों को आपकी प्रेग्नेंसी खबर पता होगी तो वो भी आपको पूरी तरह से सपोर्ट करेंगे।

    प्रेग्नेंसी के दौरान काम में पानी की न होने दें कमी

    प्रेग्नेंसी में वर्क के दौरान अपनी सीट पर पानी की बोतल जरूर रखें। काम करने के दौरान थोड़ी देर में पानी पीते रखने से शरीर में पानी की कमी नहीं होगी। तीन से चार घंटे में पानी की एक बोतल जरूर खत्म कर दें। साथ ही काम के दौरान मितली या उल्टी से बचने के लिए समय से मेडिसिन जरूर लें। चाहे तो पिपरमिंट अपने साथ रख सकती हैं।

    यह भी पढ़ें : मां और शिशु दोनों के लिए बेहद जरूरी है प्री-प्रेग्नेंसी चेकअप

    प्रेग्नेंसी के दौरान काम कर रही हैं तो ऑफिस बैग न रहे खाली

    प्रेग्नेंसी के दौरान काम में सिर्फ बिजी रहना आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। गर्भावस्था में काम आपके लिए जरूरी है तो सही खानपान होने वाले बच्चे के लिए आवश्यक है। प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में हो सकता है कि कुछ चीजें खाने में पसंद न आ रही हो। ऑफिस की कैंटीन का खाना पसंद नहीं आ रहा है तो खुद ही ऑफिस में खाना बनाकर ले जाएं। ऑफिस के बैग में हेल्दी स्नैक्स रखना न भूलें। ऐसे समय में खाना एक साथ खाने की गलती न करें। एक से दो घंटे के अंतराल में खाना सही रहेगा। बैग में फ्रूट्स, ड्राई फ्रूट्स, गुड की चिक्की, दाल का बना हलवा आदि जरूर रखें। उल्टी आने पर चॉकलेट का सहारा भी लिया जा सकता है। अगर आपके ऑफिस की कैंटीन में अच्छा खाना या स्नैक मिलता है तो भी आप वहां पर कुछ खा सकती हैं।

    प्रेग्नेंसी के दौरान काम में लें साथी का सहयोग

    प्रेग्नेंसी के दौरान काम में महिलाओं को वर्कप्लेस पर थकावट महसूस हो सकती है। कुछ काम ऐसे भी होते हैं जिन्हें सहयोगी की हेल्प से पूरा किया जा सकता है। वर्किंग लेडी काम के दौरान सहयोगी से हेल्प मांग सकती है। ऐसा करने से काम भी आसानी से हो जाएगा और प्रेग्नेंट वूमन को रिलैक्स फील होगा। अगर ऑफिस के लोग सपोर्टिव हैं तो आपको कहने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।

    प्रेग्नेंसी के दौरान काम में टाइम का रखें ख्याल

    प्रेग्नेंसी में वर्क पर सारा ध्यान लगाया जाए, ये जरूरी नहीं है। होने वाली मां के लिए टाइम मैनेजमेंट बहुत जरूरी है। पार्टनर के लिए भी इसमें हिस्सा लेना जरूरी है। अगर कपल वर्किंग हैं तो दोनों के लिए साथ में टाइम मैनेज करना बहुत जरूरी है। कठिन समय में पार्टनर का साथ काम आसान कर देता है। दोनों लोगों को अपने काम के अनुसार बच्चे से जुड़े कामों के लिए टाइम सुनिश्चित कर लेना चाहिए। ऐसा करने से दोनों को सुविधा होगी।

    प्रेग्नेंसी के दौरान काम करते वक्त महिलाओं के आसपास का वातावरण बहुत मायने रखता है। अगर लोग सपोर्टिव हैं तो काम आसान हो जाता है। आपको प्रेग्नेंसी में ऑफिस जाने के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, इस बारे में डॉक्टर से जरूर पूछें। साथ ही किसी भी प्रकार की समस्या हो रही हो तो अपने पास ऐसा नंबर जरूर रखें जिसे डायल करने पर आपको वर्क प्लेस में तुरंत मदद मिल सके।

    और पढ़ें 

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

    के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

    Dr Sharayu Maknikar


    Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 17/01/2020

    advertisement iconadvertisement

    Was this article helpful?

    advertisement iconadvertisement
    advertisement iconadvertisement