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प्रेग्नेंसी में बाल कलर कराना कितना सुरक्षित है?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar


Sunil Kumar द्वारा लिखित · अपडेटेड 19/10/2020

    प्रेग्नेंसी में बाल कलर कराना कितना सुरक्षित है?

    क्या आप प्रेग्नेंसी में बाल कलर कराना चाहती हैं? गर्भावस्था एक ऐसी स्थिति होती है, जब महिलाओं को हजारों बंदिशों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में प्रेग्नेंसी में बाल कलर करना कहीं आपके बच्चे के लिए नुकसानदायक तो नहीं? ऐसे ही कई सवाल हर गर्भवती महिला के दिमाग में चलते हैं। प्रेग्नेंसी में महिलाओं को एक खास दिनचर्या का पालन करने की सलाह दी जाती है। भोजन से लेकर चलने फिरने और कपड़े पहनने तक के संबंध में गायनेकोलॉजिस्ट विशेष सलाह देते हैं। प्रेग्नेंसी में बाल कलर करने से पहले आपको इसके तमाम वैज्ञानिक पक्षों के बारे में जानकारी जुटानी चाहिए। आज हम इस आर्टिकल में आपको प्रेग्नेंसी में बाल कलर करने के संबंध में एक व्यापक जानकारी देने जा रहे हैं।

    प्रेग्नेंसी में बाल कलर करना सुरक्षित है?

    प्रेग्नेंसी में बाल कलर करना सुरक्षित है या नहीं, इस संबंध में अनेकों अध्ययन किए जा चुके हैं। किसी भी प्रकार की हेयर डाई या शैंपू में कैमिकल्स मिले होते हैं। इन कैमिकल्स की बदौलत आपके बालों का कायकल्प होता है। हालांकि, कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि हेयर डाई या हेयर कलर में मिले कैमिकल्स ज्यादा विषैले नहीं होते हैं, जो प्रेग्नेंसी के दौरान आपको या भ्रूण को नुकसान पहुंचा सकें। चूंकि, इन अध्ययनों की संख्या सीमित है इसलिए पूर्णतः आंख मूंदकर इन पर विश्वास कर लेना सुरक्षित नहीं होगा। प्रेग्नेंसी में बाल कलर करने से कैमिकल्स का कुछ हिस्सा त्वचा अपने अंदर सोख लेती है। कैमिकल्स का यह हिस्सा प्लेसेंटा के जरिए भ्रूण तक पहुंच सकता है।

    हालांकि, कुछ अध्ययनों में इसे नुकसानदायक नहीं माना गया है। ब्रेस्टफीडिंग के दौरान भी समान स्थिति पैदा होती है। ब्रेस्टफीडिंग के दौरान बाल कलर करने के संबंध में कोई आधिकारिक आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं। त्वचा के साथ-साथ ब्लडस्ट्रीम में भी कैमिकल्स का कुछ हिस्सा सोख लिया जाता है। इससे इन कैमिकल्स की मां के दूध में प्रवेश करने की संभावना बढ़ जाती है, जो शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

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    प्रेग्नेंसी में बाल कलर के लिए कुछ ऑप्शन

    प्रेग्नेंसी में बाल कलर कराने को लेकर यदि आपको शंका है तो आप कुछ सुरक्षित विकल्पों को अपना सकती हैं। उदाहरण के लिए आप प्रेग्नेंसी में बाल कलर में हाईलाइट्स करा सकती हैं। प्रेग्नेंसी में बाल कलर में हाईलाइट्स कराने पर डाई को बालों की जड़ों तक नहीं लगाया जाता है, जिससे हेयर कलर आपके स्कैल्प तक नहीं पहुंचते हैं।ख नहीं पाती है, जिससे यह ब्लडस्ट्रीम तक नहीं पहुंचते हैं। इसके अलावा आप प्रेग्नेंसी में बाल कलर में नैचुरल डाई जैसे हिना को चुन सक

    इसके चलते स्किन हेयर कलर में मौजूद कैमिकल्स को सोखते हैं। यदि आप फिर भी प्रेग्नेंसी में बाल कलर को लेकर चिंतित हैं तो आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। हालांकि, कुछ डॉक्टर प्रेग्नेंसी में बाल कलर के लिए पहले या तीसरे ट्राइमेस्टर का इंतजार करने की सलाह देते हैं। वहीं, कुछ प्रेग्नेंसी में बाल कलर करने के बजाय डिलिवरी के बाद ऐसा करने की सलाह देते हैं।

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    प्रेग्नेंसी में बाल कलर के लिए सलाह

    यदि आप प्रेग्नेंसी में बाल कलर कराना चाहती हैं तो नीचे दिए गए बिंदुओं पर विचार कर सकती हैं।

    दूसरे ट्राइमेस्टर तक इंतजार करें

    प्रेग्नेंसी में बाल कलर को लेकर कुछ जानकार दूसरे ट्राइमेस्ट तक का इंतजार करने की सलाह देते हैं। इसमें कोई दोहराय नहीं है कि आप प्रेग्नेंसी के चौथे हफ्ते में हेयर कलर सकती हैं। इस अवधि में आपकी बॉडी में हाॅर्मोन प्रबल होते हैं और आपके बाल सामान्य के मुकाबले तेजी से बढ़ते हैं। इस दौरान बालों का टैक्सचर भी बदल जाता है।

    प्रेग्नेंसी के शुरुआती 12 हफ्ते शिशु के विकास के लिए काफी अहम होते हैं। इस दौरान भ्रूण का आकार, मांसपेशियों का विकास और वोकल कॉर्ड का निर्माण होता है। साथ ही नेल बेड्स और बालों के रोम का निर्माण शुरू हो जाता है।

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    प्रेग्नेंसी में बाल कलर करने का सुरक्षित तरीका

    डॉक्टर से प्रेग्नेंसी में बाल कलर कराने के लिए आपने सोच लिया है तो आपको हेयर कलर तकनीक का चुनाव करते वक्त समझदारी दिखानी होगी। रूट-टच अप (Root-touch-ups) और रूट-टु-टिप (root-to-tip) चेंज बालों को कलर करने की एक सिंगल प्रक्रिया है। इसका मतलब यह हुआ कि इन दोनों ही प्रक्रियाओं में हेयर डाई स्कैल्प पर लगाई जाती है, जहां पर त्वचा के रोम छिद्र होते हैं। इन्हीं रोम छिद्रों के जरिए कैमिकल्स आपकी बॉडी में जाता है। प्रेग्नेंसी में बाल कलर कराने के लिए आपको ऐसी तकनीक का चुनाव करना है, जिनमें हेयर डाई को बालों के साफ्ट पर लगाया जाता है (हाईलाइट्स, लोलाइट्स, फ्रोस्टिंग और स्ट्रीक)। उदाहरण के लिए बालों को स्कैल्प से उठाकर उनके ऊपर कलर लगाना थोड़ा असामान्य है, लेकिन यह तरीका सुरक्षित माना जाता है।

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    प्रेग्नेंसी में बाल कलर में जेंटल कलर जरूरी

    प्रेग्नेंसी में बाल कलर कराते वक्त आपको रंगों का खासतौर पर ध्यान रखना है। सुरक्षा की दृष्टि से आप अपने हेयर स्टाइलिश से जेंटल विकल्प जैसे अमोनिया फ्री बेस वाले रंगों के बारे में पूछ सकती हैं। यदि आप (DIY) पसंद करती हैं तो आप सेमिपर्नेंमाट कलर पर विचार कर सकती हैं। इसमें ब्लीच नहीं होता है। यह परमानेंट डाई से ज्यादा बेहतर साबित होते हैं। सेमिपर्मानेंट कलर एक महीने या इससे अधिक अवधि के बाद अपने आप ही चले जाते हैं।

    वेजेटेबल और हिना डाई में विषाक्ता का स्तर काफी कम होता है, जिन्हें आप घर पर इस्तेमाल कर सकती हैं। हालांकि प्रेग्नेंसी में बाल कलर करने से पहले किसी भी डाई के लेबल को जरूर पढ़ें। नैचुरल कलर का दावा करने वाली कई हेयर डाई में अपनी प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के मुकाबले ज्यादा कैमिकल्स होते हैं।

    वेंटिलेशन और कवर्ड का रखें ध्यान

    प्रेग्नेंसी में बाल कलर कराते वक्त आपको कुछ खास एहतियात का ध्यान रखना होगा। जानकार भी इन पर अपनी सहमति देते हैं। यदि आप प्रेग्नेंसी में बाल कलर कराने के लिए किसी सैलून में हैं तो ऐसी सीट पर बैठें, जो अच्छे से वेंटिलेटेड हो। यदि आप घर पर हैं तो खिड़कियां खोल दें ताकि आप जहरीली खुशबू में सांस लेने के बजाय ताजी हवा में सांस लें।

    प्रेग्नेंसी में बाल कलर करते वक्त यदि आप खुद ही हेयर कलर लगा रही हैं तो हाथों में दस्ताने पहनें। इससे हेयर कलर और आपकी स्किन में एक फासला बना रहेगा। प्रेग्नेंसी में बाल कलर करने के लिए आप अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह ले सकती हैं।

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    प्रेग्नेंसी में बाल कलर से पहले करें हेयर टेस्ट

    प्रेग्नेंसी के दौरान हर महिला की बॉडी में हार्मोन अलग तरह से प्रतिक्रिया देते हैं। हार्मोन के इसी बदलाव से आपके बाल अलग ढंग से प्रतिक्रिया दे सकते हैं। इसकी जांच करने के लिए आप कुछ बालों पर हेयर कलर लगाकर इसकी जांच कर सकती हैं। यदि आपको अपेक्षित नतीजा नहीं मिलता है तो आप किसी बड़े साइड इफेक्ट्स से बच सकती हैं। प्रेग्नेंसी में बाल कलर कराते वक्त आपको एकाएक पूरे सिर पर हेयर कलर नहीं करना है। सबसे अहम बात कि आपको प्रेग्नेंसी में बाल कलर करते वक्त किसी भी हेयर डाई को लंबे वक्त तक लगाए नहीं रखना है। आपको यह सुनिश्चित करना है कि प्रेग्नेंसी में बाल कलर करने के बाद आप अंत में बालों को अच्छे से धो लें, जिससे बालों से कलर पूरी तरह से निकल जाए।

    प्रेग्नेंसी में बाल कलर के दौरान किस तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए?

    अगर आप प्रेग्नेंसी में हेयर कलर करवाना चाहती हैं, तो आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए। जिसमें शामिल हैंः

  • खुद से कलर करने से बचें। किसी सदस्य यया पार्लर में जाकर ही बालों को कलर करवाएं। खुद से कलर करना आपकी गर्भावस्था में जटिलताओं का कारण बन सकता है।
  • तेज गंध बाले हेयर कलर का इस्तेमाल न करें। इससे सांसों की समस्या हो सकती है। जो गर्भ में पल रहे शिशु को भी प्रभावित कर सकती है।
  • आंखों या स्किन के संपर्क में आने से बचे रहें।
  • गर्भावस्था के दौरान आपको हमेशा प्राकृतिक हेयर कलर के विकल्प को चुनना चाहिए।
  • कलर करवाने से पहले इसकी जांच करें कि उसमे मिले किसी पदार्थ से आपको एलर्जी की समस्या न हो।
  • अंत में हम यही कहेंगे यदि आप डॉक्टर या एक्सपर्ट की देखरेख में प्रेग्नेंसी में बाल कलर कराती हैं तो यह सुरक्षित होगा।

    डिस्क्लेमर

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    के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

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