एफडीए द्वारा बताई गई इस जानकारी में यह भी निर्धारित किया गया है कि कुछ प्रकार की मछली प्रेग्नेंसी में नहीं खानी चाहिए। इसमें शार्क, स्वोर्डफिश, किंग मैकेरल और टाइलफिश जैसी बड़ी मछलियां शामिल हैं। इन सभी मछलियों में मरकरी की मात्रा अधिक होती है जिसके कारण डॉक्टर भी प्रेग्नेंसी में इन मछली को खाने से मना करते हैं।
मरकरी सभी वयस्कों पर एक समान प्रभाव डालता है, लेकिन प्रेग्नेंसी में मछली खाने से परहेज की सलाह दी जाती है। इसके अलावा यदि आप गर्भवती बनने का प्लान कर रही हैं तब भी इसका सेवन करने से परहेज करें। यदि आप रोजाना मरकरी युक्त मछली का सेवन करते हैं तो वह समय के साथ रक्त प्रवाह में शामिल हो जाता है। खून में अत्यधिक मरकरी होने से शिशु के मस्तिष्क और नर्वस सिस्टम के विकास को नुकसान पहुंच सकता है।
यहां हम आपको प्रेग्नेंसी में मछली खाना (Eating fish during pregnancy) क्यों आवश्यक है, उसके फायदे, सही खुराक और नुकसानों के बारे में बताएंगे।
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प्रेग्नेंसी में मछली खाने के फायदे (Benefits of eating fish during pregnancy)
प्रेग्नेंसी में मछली खाना जिन्हें पसंद है उनके लिए एक खुशखबरी है कि गर्भावस्था में शिशु और मां दोनों के लिए मछली खाना फायदेमंद होता है। प्रेग्नेंसी में मछली खाना कई फायदे एक साथ प्राप्त करने का अच्छा विकल्प हो सकता है :