मॉर्निंग सिकनेस
मॉर्निंग सिकनेस का शाब्दिक अर्थ है, सुबह के समय अजीब सा लगना। मॉर्निंग सिकनेस के कारण तीसरी तिमाही में उल्टी होना सामान्य कारण है। लेकिन ये जरूरी नहीं है कि उल्टी सिर्फ सुबह के वक्त ही हो, ये शाम को या रात में भी हो सकती है। मॉर्निंग सिकनेस का मुख्य कारण अभी भी अज्ञात है, लेकिन ज्यादातर एक्सपर्ट का मानना है कि मॉर्निंग सिकनेस हॉर्मोनल बदलाव के कारण होता है। 80 फीसदी महिलाओं में मितली और उल्टी आने की समस्या प्रेग्नेंसी के छठे हफ्ते से शुरू हो जाती है।
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हार्टबर्न या सीने में जलन (Acid Reflux)
गर्भावस्था के दौरान कई बार महिलाएं सीने में जलन महसूस करती हैं, जिसके कारण भी उन्हें तीसरी तिमाही में उल्टी होना शुरू हो जाती है। जब कोई व्यक्ति कुछ भी खाता है तो वह फूड पाइप से हो कर उसके पेट में जाता है। इस पूरी प्रक्रिया में फूड पाइप (oesophagus) और पेट के बीच में एक वॉल्व पाया जाता है, जो खाने को वापस उल्टा फूड पाइप में नहीं आने देता है।
कुछ हॉर्मोनल बदलाव के कारण पेट में मौजूद एसिड उल्टा फूड पाइप में आ जाता है, जिससे सीने में जलन होने लगती है। कई बार इस कारण से भी गर्भावस्था में उल्टी होती है। वहीं, एक दूसरा कारण यह भी है कि प्रेग्नेंसी में गर्भाशय का आकार बड़ा होता है, जिससे वह पेट पर अतिरिक्त दबाव बनाता है। इस कारण से भी पेट का एसिड फूट पाइप में आ जाता है और उल्टी हो जाती है।
फूड पॉइजनिंग
कई बार फूड पॉइजनिंग के कारण भी तीसरी तिमाही में उल्टी होना एक सामान्य बात हैं। यह मां और बच्चे दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। फूड पॉइजनिंग को पैदा करने वाले इंफेक्सियस ऑर्गेनिज्म गर्भावस्था में उल्टी का कारण बनते हैं।
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