कैसे काम करता है ब्लैडर? (How does bladder work?)
लीकी ब्लैडर की समस्या से महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान और बाद में समस्या हो सकती है। हमारे शरीर में ब्लैडर कैसे काम करता है, इस बात की जानकारी भी होनी चाहिए। मूत्राशय यानी ब्लैडर गोल, मांसपेशियों वाला अंग है जो श्रोणि की हड्डियों ( pelvic bones) के ऊपर स्थित होता है। पेल्विक मसल्स इसे सपोर्ट करती हैं। ब्लैडर से बाहर यूरिन के लिए एक ट्यूब होती है जिसे यूरेथ्रा (urethra) कहते हैं। जब ब्लैडर से यूरिन पास हो जाती है तो ब्लैडर मसल्स रिलैक्स हो जाती हैं। जबकि स्फिन्क्टर मसल्स (sphincter muscles) यूरिन को पास होने के पहले तक ब्लैडर को क्लोज रखने में हेल्प करती हैं। जब ब्लैडर में यूरिन रहता है तो नर्व ये सूचना ब्रेन तक पहुंचाने का काम करती है। यूरिन पास करना है या नहीं, ये सूचना नर्व और मसल्स से ही हमें मिलती है। जब नर्व और मसल्स प्रॉपर काम करते हैं, तभी ब्लैडर भी नॉर्मल वर्क करता है।
चाइल्ड बर्थ (Childbirth) के बाद क्या होता है?
चाइल्ड बर्थ के बाद लीकी ब्लैडर की समस्या कम हो जाए, ऐसा जरूरी नहीं है। वजायनल डिलिवरी (Vaginal delivery) के बाद मसल्स और नर्व इंजर्ड हो सकती हैं। लेबर के दौरान पुश करने में कई बार नर्व डैमेज हो जाती हैं। अमेरिकन कांग्रेस ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट्स ने माना कि सिजेरियन डिलिवरी के पहले साल के दौरान लीकी ब्लैडर की समस्या से निजात मिल सकता है। हो सकता है कि दो से पांच साल बाद तक महिलाओं को किसी भी दिक्कत का सामना न करना पड़ें।
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लीकी ब्लैडर की समस्या से कैसे पाएं निजात? (How to get rid of the problem of the leaky bladder?)
लीकी ब्लैडर की समस्या से निजात पाने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं। घर में ही एक्सरसाइज के माध्यम से इस समस्या का हल निकाला जा सकता है। अगर महिलाएं डिलिवरी के बाद कीगल एक्सरसाइज (Kegel exercise) पर ध्यान देती हैं तो लीकी ब्लैडर से काफी हद तक छुटकारा मिल सकता है। कीगल एक्सरसाइज से पेल्विक फ्लोर मसल्स टाइट होती हैं। साथ ही मसल्स को स्ट्रेंथ मिलती है। अगर आपको कीगल मसल्स का पता लगाना है तो इसका आसान तरीका है। यूरिनेशन के दौरान कुछ समय के लिए रुक जाएं। जो मसल्स यूरिनेशन के फ्लो को रोकने का काम करती है, उसे की कीगल मसल्स कहते हैं। जब ये मसल्स ढीली पड़ जाती हैं तो बार-बार यूरिन पास करने का मन करता है।
कीगल एक्सरसाइज (Kegel exercise) के दौरान
- एब्डॉमिनल, थाई और बटॉक्स मसल्स को रिलेक्स करें।
- पेल्विक फ्लोर मसल्स को टाइट करें।
- पेल्विक मसल्स को 10 तक गिनने तक होल्ड रखें।
- 10 तक गिनने के बाद पेल्विक मसल्स को रिलेक्स होने दें।