वैसे डिलिवरी के समय स्टूल या यूरिन पास हो जाना एक आम प्रक्रिया है। लेकिन, इस प्रक्रिया से काफी महिलाएं शर्माती हैं। हालांकि, इसमे शर्म करने जैसी कोई बात नहीं होती है। इसके लिए डॉक्टर डिलिवरी से पहले पेट को साफ करने के लिए प्री-लेबर एनीमा (Pre-labor enema) देते हैं। इस दौरान स्टूल पाथ में एक छोटी ट्यूब लगाई जाती है और सांस खींचने को बोला जाता है। तरल पदार्थ एनस के मार्ग से अंदर चला जाता है। आपको कुछ देर बाद एहसास होगा कि आपको स्टूल पास करना है। एक बार वाशरूम से आने के बाद आपको फिर से यही लग सकता है। जब तक पेट पूरी तरह से साफ नहीं हो जाता है, आपको ऐसा ही लगेगा।
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क्या एपिड्यूरल से बढ़ जाते हैं स्टूल के चांस?
ऐसा जरूरी नहीं है। अगर आपको एपिड्यूरल दिया गया है तो आपको सेंसेशन नहीं लगेगा। अगर आपके रेक्टम में स्टूल है तो ये पुश करने के दौरान बाहर आ सकता है। ऐसा तब भी हो सकता है जब आपका बेबी बर्थ कैनाल से बाहर आ रहा हो। एपिड्यूरल के बाद आपको स्टूल पास करने के दौरान किसी भी तरह का एहसास नहीं होगा।
डिलिवरी के समय स्टूल पास (पूप ड्यूरिंग डिलिवरी) को लेकर आपके मन में घबराहट है?
अब आपके मन में एक बात तो जरूर आ रही होगी कि डॉक्टर या फिर पार्टनर के सामने अगर पुश के दौरान स्टूल हो जाता है तो मुझे अच्छा नहीं लगेगा या फिर वो लोग क्या सोचेंगे। आप ऐसा बिल्कुल न सोचें क्योंकि ये एक शारीरिक क्रिया है। अगर ऐसा हो भी जाता है तो कोई बात नहीं। डिलिवरी के समय में महिलाओं को असहनीय दर्द होता है, अगर ऐसे में कोई भी समस्या हो जाती है तो डॉक्टर उसे हैंडल कर लेते हैं। डिलिवरी के दौरान कई बार महिलाओं में पूप की समस्या हो जाती है, लेकिन इसमें घराबने की कोई बात नहीं है। ऐसा होना स्वाभाविक भी है। इसके अलावा अगर आपको स्टूल पूप से संबंधित पहले से ही कोई समस्या है तो आप अपने डॉक्टर को पहले से ही बता दें। आपको काफी आसानी होगी।
क्या डिलिवरी के समय स्टूल (पूप ड्यूरिंग डिलिवरी) पास करने से बचा जा सकता है?