फॉल्स लेबर का फायदा
एनसीबीआई में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, फॉल्स लेबर से गर्भवती महिला की सेहत को किसी भी तरह का नुकसान नहीं होता है। यूट्राइन की मसल्स की टोनिंग में फॉल्स लेबर में उठने वाले कॉन्ट्रैक्शन एक अहम भूमिका निभाते हैं। इन कॉन्ट्रैक्शन से महिला डिलिवरी के लिए तैयार होती है। कई बार फॉल्स लेबर को डिलिवरी के अभ्यास के रूप में उल्लेखित किया जाता है।
फॉल्स लेबर में होने वाले कॉन्ट्रैक्शन से गर्भाशय ग्रीवा मुलायम हो जाती है। यूट्राइन मसल्स में बीच-बीच में आने वाले कॉन्ट्रैक्शन से प्लेसेंटा में फ्लूड का प्रवाह बढ़ता है। इससे गर्भाशय में खाली पड़ी जगह (जहां पर प्रेशर कम होता है) ऑक्सीजन से भरपूर ब्लड से भर जाती है। इससे शिशु में ऑक्सीजन से भरपूर ब्लड का प्रवाह शिशु में बढ़ जाता है।
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फॉल्स लेबर पेन के लक्षण: ब्रेक्सटन हिक्स संकुचन (Braxton hicks contractions)
प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली ऐठन को भी कुछ महिलाएं लेबर पेन समझ लेती हैं। इसे मेडिकल भाषा में ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन कहते हैं। लेबर पेन के लक्षण गर्भावस्था के दूसरे या तीसरे ट्राइमेस्टर में होता है। हालांकि, अक्सर प्रसव पूर्व होने वाले ब्रेक्सटन हिक्स संकुचन हानिकारक नहीं होते हैं। लेकिन, अगर यह काफी पेनफुल और लंबे समय तक हो तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। ब्रेक्स्टन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन प्रसव पीड़ा से पहले कई बार महसूस किया जा सकता है। गर्भावस्था के आखिर के दिनों में तो यह 10 से 20 मिनट तक मुहसूस हो सकता है। गर्भवती महिला इसे लेबर पेन के लक्षण समझकर परेशान होना न शुरू करें।
अब तो आप असली लेबर पेन के लक्षण और फॉल्स लेबर पेन में अंतर समझ ही गई होंगी। अगर प्रेग्नेंसी के दौरान आपको ये लक्षण दिखाई दें तो परेशान न हो। इन्हें लेबर पेन के लक्षण न समझें लेकिन, अगर पेट का दर्द असहनीय हो जाए और ज्यादा देर तक बना रहे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।