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ऊपर बताए गए कारण जुड़वां बच्चों का जन्म रिस्की बना सकते हैं लेकिन, ट्विन्स प्रेग्नेंसी को हेल्दी बनाया जा सकता है। जानिए कैसे?
1. गर्भ में जुड़वा बच्चे: हमेशा बेड पर लेटे न रहें
अगर डॉक्टर ने आपको बेड रेस्ट की सलाह नहीं दी है, तो हमेशा लेटे न रहें। इससे कोई भी शारीरिक लाभ नहीं मिलेगा।
2. आहार पर ध्यान दें
गर्भवती महिला के शरीर में ट्विन बेबी है इसलिए पौष्टिक आहार का सेवन करें। हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ट्विन प्रेग्नेंसी के दौरान ठीक तरह से आहार का सेवन करना चाहिए। अगर इस दौरान सामान्य से ज्यादा वजन बढ़ता है तो घबराएं नहीं। यह ट्विन्स के हेल्दी होने की निशानी हो सकती है। इसलिए आहार में प्रोटीन, कैल्शियम जैसे अन्य पौष्टिक तत्वों का जरूर शामिल करें। जुड़वां बच्चों का जन्म (Twins baby birth) कठिन हो सकता है क्योंकि इस दौरान शरीर का वजन भी ज्यादा बढ़ जाता है। जिससे चलने या फिर उठने-बैठने में भी परेशानी हो सकती है।
3. हाइड्रेटेड रहें
डॉ. अनीता गुप्ता कहती हैं कि, ‘प्रेग्नेंसी कोई भी हो लेकिन, पानी कम पीने के कारण इस दौरान डीहाइड्रेशन की समस्या शुरू हो सकती है। ऐसे में प्रीमैच्योर बेबी की डिलिवरी का खतरा ज्यादा रहता है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं और तरल पदार्थों का सेवन करें। जुड़वां बच्चों का जन्म (Twins baby birth) सामान्य प्रेग्नेंसी से अलग होता है।’
4. प्रीनेटल केयर
यह सबसे जरूरी है कि प्रेग्नेंसी के दौरान प्रीनेटल केयर अवश्य और नियमित करवाएं। इससे शरीर में हो रहे बदलाव को समझने का मौका मिलेगा और ट्विन प्रेग्नेंसी हेल्दी रहेगी।
डॉ. अनीता गुप्ता कहती हैं कि,’ ट्विन्स प्रेग्नेंसी के दौरान नॉर्मल प्रेग्नेंसी की तुलना में गर्भवती महिला का वजन 17 से 25 किलो तक बढ़ सकता है। अगर गर्भवती महिला एक्सरसाइज करना चाहती हैं, तो डॉक्टर के सलाह अनुसार कर सकती हैं। हालांकि अगर महिला को पहले से एक्सरसाइज करने की आदत नहीं है तो इस दौरान अचानक से एक्सरसाइज न करें। बेहतर होगा कि प्रेग्नेंट लेडी वॉक करें। वैसे इस दौरान स्विमिंग और योगा भी एक्सपर्ट्स के साथ किया जा सकता है।’
अगर आप जुड़वां बच्चों का जन्म (Twins baby birth) और इससे जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।