मैटरनिटी लीव के दौरान “इस समय क्या चल रहा है’ इसके बारे में जानने से बेहतरीन मौका और कभी नहीं होता है। इस समय आपको कोई डिस्टर्ब नहीं करता और न ही आपके पास अधिक चीजों के बारे में सोचने को होता है। ऐसे में समय के साथ जीना सीखें। अपना सारा ध्यान वर्तमान में लगाने से आप भूतकाल व भविष्य से जुड़ी समस्याओं के बारे में भूल जाएंगी। वर्तमान में रहने से न केवल आप उस पल को अच्छे से जी पाएंगी बल्कि अपने नजवात शिशु की अच्छी देखभाल भी कर सकेंगी और मैटरनिटी लीव के दौरान सबसे ध्यान योग्य जगह वही होनी चाहिए।
क्या आपको जॉब पर वापिस जाने के बारे में सोचकर बुरा महसूस होता है? अगर हां तो यह बेहद महत्वपूर्ण है कि आप अपनी मैटरनिटी लीव के सभी पलों को अच्छे से जिएं और बीती हुई गलतियों व भविष्य में आने वाले काम के बारे में न सोचें। असल में आपको अंत में ऑफिस जाना पड़ेगा और वह कठिन भी हो सकता है। लेकिन आप ऑफिस तब तक नहीं जाने वाली हैं जब तक आपकी मातृत्व अवकाश खत्म न हो जाए। जिसमें अभी समय होगा? तो इस पल में सभी कुछ एंजॉय करें, बाहर घूमें, शिशु के साथ समय बिताएं और दोस्त बनाएं।
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मैटरनिटी लीव की जर्नल या किताब बनाएं
अब से पहले आपका पूरा रूटीन सुबह उठना, ऑफिस जाना और घर आकर सो जाना हुआ करता था। लेकिन आपके शिशु ने आपके इस रूटीन को पूरी तरह से बदल दिया होगा। अब इस नए रूटीन को कैसे अपनाया जाए? तो चलिए जानते। हैं। आमतौर पर नजवात शिशु का होना आपको बदलावों के बारे में अधिक सोचने का समय नहीं देता है जिसके कारण चिंता अपने आप ही कम हो जाती है। इस स्थिति में आप केवल वही करती हैं जो जरूरी होता है।
हालांकि, यह आपको काम के बारे में सोचने से नहीं रोक पाता है। खासतौर से जब आप देर रात स्तनपान के लिए जाग रही हों। मैटरनिटी लीव में कार्यस्थल से जुड़े ख्यालों को रोक पाना बेहद मुश्किल होता है। लेकिन घबराने की कोई बात नहीं है क्योंकि यह एक सामान्य ख्याल होता है जो की मातृत्व अवकाश के दौरान हर किसी के मन में आता है। आपको हो सकता है ऑफिस के छूटे काम या किसी कस्टमर की पेंडिंग फाइल को लेकर रातों में टेंशन होने लगे।
ऑफिस के कामों से पीछा छुड़वाने और मैटरनिटी लीव को सही तरह से एंजॉय करने के लिए रोजाना अपने थॉट्स को एक जर्नल या डायरी में लिखें। अगर आप लिख नहीं सकती हैं या लिखना नहीं चाहती हैं तो आप वॉइस भी रिकॉर्ड कर सकती हैं। जर्नल में उदाहरण के तौर पर आप निम्न सवालों से जुड़े ख्यालों के बारे में लिख सकती हैं –