हालांकि, सामान्य प्रसव (नॉर्मल डिलिवरी) बेहतर होती है, लेकिन कुछ कॉम्प्लिकेशन होने पर सी-सेक्शन की भी जरूरत पड़ सकती है।
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नॉर्मल प्रसव (Normal delivery) से ही अच्छी मां बना जा सकता है कितना सच है?
बच्चे का जन्म चाहे नॉर्मल तरीके से हुआ हो या सी-सेक्शन (c-section) से मां और बच्चे की बॉन्डिंग सबसे मजबूत होती है। इसलिए जो लोग यह कहते हैं कि नॉर्मल डिलिवरी से ही अच्छी मां बना जा सकता है, इसे सही नहीं ठहराया जा सकता। क्या आपने नॉर्मल तरीके से मां बनी और सी सेक्शन से मां बनी महिलाओं का अपने बच्चे के लिए प्यार अलग-अलग देखा है? दोनों ही मां हैं और उनके लिए उनका बच्चा सबसे महत्वपूर्ण होता है। मां और शिशु की बॉन्डिंग तो तभी से बन जाती है जब बच्चा मां के गर्भ में आता है। डिलिवरी प्रक्रिया का मां के अच्छी या बुरी होने से कोई संबंध नहीं है। बच्चे के जन्म से जुड़े ऐसे कई और मिथक है जिसे कुछ लोग सच मान बैठते हैं जैसे-
नॉर्मल प्रसव (Normal delivery) के बजाय क्या सी सेक्शन सही है?
माना कि नॉर्मल डिलिवरी अच्छी होती है, लेकिन सी सेक्शन को गलत और अनावाश्यक नहीं ठहराया जा सकता है। कई मामलों में जटिलताएं उत्पन्न होने पर सी सेक्शन के जरिए ही मां और बच्चे दोनों का बचाया गया है। सी सेक्शन अक्सर हाइपर एक्टिव थायरॉइड, डायबिटीज, संकीर्ण बर्थ कैनाल और एक से अधिक भ्रूण के साथ प्रेग्नेंट महिलाओं का किया जाता है। इन स्थितिओं में सी सेक्शन न करने पर मां और बच्चे दोनों की जान को भी खतरा हो सकता है। इसलिए सी सेक्शन की जरूरत से इनकार नहीं किया जा सकता। वैसे में कोई महिला डिलिवरी का कौन सा तरीका चुनना चाहती है यह उसकी निजी राय है।