किसी महिला की उम्र गर्भधारण की उम्र से अधिक होने पर फर्टिलिटी यानी प्रजनन क्षमता के घटने के पीछे का मुख्य कारण महिलाओं में होने वाली ऑव्युलेशन में परेशानी और फैलोपियन ट्यूब का ब्लॉक होना है। फैलोपियन ट्यूब की यह समस्या वजायना में इंफेक्शन की वजह से होती है।
महिलाओं में अधिक उम्र में ऑव्युलेशन से जुड़ी समस्याएं इन कारणों से होती हैं:
ज्यादा उम्र हो जाने के बाद महिलाओं के गर्भाशय में अच्छी गुणवत्ता वाले एग्स (डिंब) बहुत कम रह जाते हैं। जिससे गर्भधारण करना मुश्किल हो जाता है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ अंडाशय में इन एग्स की संख्या भी घटने लगती है।
कई रिपोर्ट्स के मुताबिक लगभग एक प्रतिशत महिलाएं समय से पहले ही रजोनिवृति (Menstruation) के दौर से गुजरने लगती हैं। परिणामस्वरूप 40 की उम्र से पहले ही ऑव्युलेशन होना बंद हो जाता है।
एक समय के बाद महिलाओं में पीरियड्स पहले जैसे नियमित नहीं होते। जैसे-जैसे मेनोपॉज (Menopause) पास आता है, पीरियड्स (Periods) काफी कम और देर से आने लगते हैं। इससे ऑव्युलेशन भी ठीक प्रकार से नहीं हो पाता है। यह गर्भधारण की उम्र को प्रभावित करने वाले कारकों में सबसे महत्वपूर्ण होता है।
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40 के बाद की उम्र वाली महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान क्या समस्याएं आ सकती हैं?
ऐसी महिलाओं में स्वाभाविक रूप से गर्भवती होने की क्षमता में भारी गिरावट आ जाती है। इस समय 3 महीने तक कोशिश करने के बाद भी गर्भधारण की संभावना लगभग 7 प्रतिशत है। समय के साथ एग्स की मात्रा और गुणवत्ता में गिरावट आती है। पुराने एग्स में अधिक क्रोमोसोम संबंधी समस्याएं हो सकती हैं जो बर्थ-डिफेक्ट्स वाले बच्चों को जन्म देने की चांसेस बढ़ाती हैं।
इस दौरान निम्नलिखित जोखिम बढ़ सकते हैं: