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महिलाओं की प्रजनन क्षमता बढ़ाने में सहायक 5 योगासन

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar


Nikhil Kumar द्वारा लिखित · अपडेटेड 08/04/2022

    महिलाओं की प्रजनन क्षमता बढ़ाने में सहायक 5 योगासन

    सेलिब्रिटी योगा ट्रेनर सूर्या नारायण सिंह मुंबई में रहते हैं। वे कई फिल्म स्टार्स को योग ट्रेनिंग देते हैं। हैलो स्वास्थ्य से बात करते हुए उन्होंने बताया कि, ‘कुछ ऐसे योगासन हैं जो बॉडी में ब्लड सर्क्युलेशन में सुधार करते हैं। इससे स्ट्रेस दूर होता है साथ ही प्रोस्टेट ग्लैंड और ऑवरी से रिलेटेड प्रॉब्लम भी दूर होती है। इससे पुरुषों और महिलाओं दोनों की फर्टिलिटी बढ़ाने में मदद मिलती है।’ इन्हें फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योगासन कहा जा सकता है।

    गर्भवती होने के लिए शरीर का स्वस्थ और मानसिक रूप से शांत होना बहुत आवश्यक है। यह गर्भधारण और प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है। इसके लिए फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योगासन बहुत जरूरी है। योग महिलाओं में फर्टिलिटी पावर बढ़ाने का एक अच्छा तरीका है। क्योंकि योग शरीर को मजबूत और तंदरूस्त बनाए रखने में मदद करता है। फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योगासन विशेष योग नहीं है जो गर्भधारण की संभावनाओं को बढ़ाते हैं। यह विभिन्न योग मुद्राओं का समूह है जो तनाव को कम करने और विषाक्त पदार्थों को शरीर से निकालने करने में मदद करता है।

    हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एक शोध में यह बात सामने आई है कि महिलाएं जिन्होंने प्रजनन क्षमता बढ़ाने में लाभदायक योग को फॉलो किया उनमें गर्भधारण की क्षमता अन्य महिलाओं से ज्यादा पाई गई। आइए जानते हैं फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योगासन के बारे में और उनको करने का तरीका भी। 

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    फर्टिलिटी को कम करने वाले कारण

    चिंता, तनाव, आत्मग्लानी और स्ट्रेस फर्टिलिटी के स्तर को कम कर देते हैं। हालांकि, इसमें स्ट्रेस सबसे अहम भूमिका निभाता है। गर्भधारण करने में योग की 100 प्रतिशत गारंटी नहीं है क्योंकि इनफर्टिलिटी के पीछे कुछ और भी कारण हो सकते हैं। हालांकि यह फर्टिलिटी के स्तर को बढ़ा सकता है। इससे गर्भधारण करने की संभावना बढ़ जाती है। योग करने से ना सिर्फ आपका दिमाग सकारात्मक दिशा में रहता है बल्कि यह उसे शांत भी रखता है। इसलिए फर्टिलिटी के लिए योगासन का विकल्प अपनाना बेहतर माना जाता है।

    महिलाओं में इनफर्टिलिटी और इसमें योग की भूमिका के बारे में हमने योग एक्सपर्ट और डायटीशियन सुची बंसल से बात की। सुचि ने बताया कि, “हार्मोन का असंतुलन और तनाव इनफर्टिलिटी की समस्या के बड़े कारण हो सकते हैं। योगासन से बॉडी में हार्मोन के स्तर को पुनः संतुलित किया जा सकता है। तनाव बढ़ने से कोर्टिसोल हार्मोन (स्ट्रेस हार्मोन) का स्तर बढ़ जाता है। इससे फर्टिलिटी प्रभावित होती है।”

    सुचि के मुताबिक, “फर्टिलिटी के लिए योगासन कर सकती हैं। शशांकासन, उत्कट, पेल्विक टिल्ट ब्रिज आसन कर सकती हैं। यह सभी आसन तनाव को कम करके रिप्रोडक्टिव ऑर्गन्स में ब्लड फ्लो बढ़ा देते हैं। इससे फर्टिलिटी के स्तर में सुधार आता है।”

    फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योगासन

    किन योगासनों से मुझे प्रजनन क्षमता बढ़ाने में मदद मिल सकती है?

    आप प्रेग्नेंसी के दौरान फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए इन योगासनों का डेली अभ्यास कर सकती हैं।

    फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योगासन: गर्भासन

    गर्भ में जो शिशु के शरीर की पुजिशन होती है, वही पुजिशन इस आसन में बनाई जाती है। इसलिए इसे गर्भासन कहा जाता है। यह महिलाओं के शारीरिक सौंदर्य को निखारता है तथा मासिक धर्म (मेंस्ट्रुअल साइकल) को अमियमितता से बचाता है। यह योगासन फर्टिलिटी बढ़ाने में सहायक है।

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    गर्भासन कैसे करें?

    • जमीन पर एक चटाई बिछा लें और दोनों टांगें सामने फैलाकर बैठ जाएं। अब पद्मासन मुद्रा में आ जाएं।
    • दोनों हाथों को टांगों एवं जांघों के मोड़ के बीच से निकालिए। धीरे-धीरे कोहनियों को अंदर और जांघों के मोड़ को ऊपर कीजिए।
    • जब कोहनी बाहर निकल जाएं, तो दोनों गालों पर हाथ रखकर बैठ जाएं।

    फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योगासन: उत्तनासन

    उत्तानासन को स्टैंडिंग फॉरवर्ड बेंडिंग पोज भी कहा जाता है। यह पेल्विक एरिया और नर्व सिस्टम में ब्लड सर्क्युलेशन को बढ़ाता है। उत्तनासन रीढ़ को अधिक फ्लेक्सिबल बनाता है और एब्डोमिनल एरिया को तनाव से मुक्त करता है। इससे किसी महिला के गर्भवती होने की संभावना बढ़ती है। फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योगासन में यह महत्वपूर्ण है।

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    उत्तनासन कैसे करें?

    • एक चटाई बिछाकर उस पर सीधे खड़े हों।
    • फिर दोनों पैरों को एक-दूसरे से पास रखें तथा दोनों हाथों को ऊपर सीधा कर लें।
    • धीरे-धीरे सामने की ओर कमर से नीचे झुकें दोनों हाथों से पंजों को छूने की कोशिश करें।
    • इस आसन में आप 60 से 90 सेकंड के लिए रहें फिर आसन से बाहर आ जाएं।

    फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योगासन: जानुशिरासन

    जानु का अर्थ होता है घुटना। इस आसन में सिर को घुटनों से सटाया जाता है। इसलिए इसे जानुशिरासन कहा जाता है। यह लोअर बैक में अच्छी तरह खिंचाव लाता है। जिससे पीठ को मजबूती मिलती है। गर्भावस्था के लिए शरीर को तैयार करते समय यह आवश्यक है। जानुशिरासन तनाव से भी मुक्त करने में सहायक है। इसलिए इसे फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योगासन में शामिल किया जाता है।

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    जानुशिरासन कैसे करें?

    • जमीन पर आसन बिछाकर दोनों टांगें सामने की ओर फैलाकर बैठ जाएं।
    • दाईं टांग को फैला रहने दीजिए। इसके पंजे और तलवे को दाईं जांघ से चिपकाइए।
    • अब दोनों हाथों से दाएं पैर के अंगूठे या पंजे को पकड़िए। यह मुद्रा बाईं पैर के साथ भी दोहराएं।
    • पेट को नाभी पर जोर देते हुए अंदर की ओर चिपकाएं।
    • इसके एक सेट पूरा करने के लिए फिर से उठें तथा चार-पांच बार दोहराएं।

    फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योगासन: बालासन

    बालासन भी फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योगासन में गिना जाता है। क्योंकि यह तनाव दूर करने और ब्लड फ्लो बढ़ाने में मदद करता है। यह फर्टिलिटी बढ़ाने में महत्वपूर्ण है। बालासन से पीठ, घुटनों, कूल्हों और जांघों की मांसपेशियों का खिंचाव होता है। इस आसन का अभ्यास करने से पहले यह ध्यान रखें कि आपका पेट खाली हो। 

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    कैसे करें बालासन?

    • फर्श पर घुटने टेकें और एड़ी के बल बैठें। देखें कि आपकी एड़ी एक दूसरे को स्पर्श करती है।
    • अपने घुटनों के कूल्हे के केंद्र से चौड़ाई में फैलाएं और धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें।
    • अपनी बाहों को आगे बढ़ाएं और उन्हें अपने सामने रखें।
    • जब तक आप कर सकते हैं, सामान्य रूप से सांस लेना जारी रखें उसी स्थिति में लेटे रहें।

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    फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योगासन: भ्रामरी प्राणायाम 

    इनफर्टिलिटी के मुख्य कारणों में से एक तनाव और चिंता है जो आज महिलाओं तथा पुरुषों को घेरे रखा है। अतः इस तनावपूर्ण जीवनशैली में भी प्रजनन क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए भ्रामरी प्राणायाम करना बेहद जरूरी माना जाता है। भ्रामरी प्राणायाम तनाव को दूर रखने में बेहद कारगर है। इसे भी फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योगासान में शामिल किया गया है। 

    भ्रामरी प्राणायाम कैसे करें?

    • एक चटाई पर आंखें बंद करके पद्मासन मुद्रा में बैठ जाएं।
    • दोनों हाथों के तर्जनी से कान के छेद को बंद करें।
    • ओम का गुंजन करते हुए गहरी सांस लें और सांस छोड़ें। सांस को बीच में होल्ड करके भी रखें।
    • इसे 5-6 बार दोहराएं और प्रत्येक क्रिया को तब तक करें जब तक आप कर सकती हैं।

    प्रजनन क्षमता बढ़ाने के अन्य योगासन

    फर्टिलिटी के लिए योगासन: शशांकासन 

    यह योगासन आपके दिमाग को शांत रखने का कार्य करता है। इससे तनाव भी कम होता है। इसे करते वक्त आपको अपनी रीढ़ की हड्डी को नीचे की तरफ स्ट्रेच करना पड़ता है। जिससे यह स्पाइन को और ज्यादा लचीला बनाता है। पुरुषों में ब्लड सर्क्युलेशन ठीक ना होने की वजह से उन्हें कई बार इनफर्टिलिटी की समस्या से जूझना पड़ता है। यह लोअर बॉडी में ब्लड सर्क्युलेशन को बढ़ाता है।

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    फर्टिलिटी के लिए योगासन: तितली आसन

    इस आसन में आपको दोनों पैरों के तलवों को एक साथ चिपकाना है। इसके बाद कमर को सीधा रखते हुए दोनों पैरों को नीचे की तरफ लेकर जाना है। इसके बाद दोनों हाथों को आराम देते (चित्र में दिखाए गए) हुए गहरी सांस लें। आंखों को बंद करके पेल्विक में स्थित आंतरिक अंगों पर फोकस करें। गहरी सांस लेते हुए और छोड़ते हुए इस हिस्से में ब्लड फ्लो को महसूस करें। ऐसा करने से इस हिस्से की मसल्स को आराम मिलेगा। लोअर बॉडी के ऑर्गन्स में ब्लड फ्लो बढ़ने से फर्टिलिटी का स्तर भी बढ़ेगा।

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    फर्टिलिटी के लिए योगासन: पेल्विक टिल्ट ब्रिज आसन

    पेल्विक के हिस्से में ब्लड फ्लो बढ़ाने में यह आसन काफी कारगर साबित होता है। यह ना सिर्फ पेल्विक की मसल्स को मजबूत करता है बल्कि, उन्हें आराम भी देता है। इसे करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं। दोनों पैरों को फ्लोर पर रखें। इसके बाद कंधों पर जोर देते हुए लोअर और अपर बॉडी को ऊपर की तरफ उठाएं (चित्र के अनुसार)।

    इसके बाद आपकी बॉडी की पोजिशन ब्रिज जैसी बन जाएगी। इसके बाद गहरी सांस लें और छोड़ें। सांस छोड़ते वक्त अपने पेल्विक एरिया को उठाएं। सांस को छोड़ते वक्त आपको बॉडी को नीचे की तरफ लेकर जाना है। यह योग आसन आपकी लोअर बॉडी के अंगों में एक नई ऊर्जा भर देता है। इससे ब्लड फ्लो भी बढ़ता है, जिससे फर्टलिटी के स्तर में इजाफा होता है।

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    फर्टिलिटी के लिए योगासन: उत्कट कोणासन

    महिलाओं के लिए यह योगासन काफी महत्वपूर्ण है। यह हिप्स और पेल्विक के हिस्से (रिप्रोडक्टिव एरिया) में ब्लड फ्लो बढ़ा देता है। इससे आपकी फर्टिलिटी में सुधार आता है। दिए गए चित्र के अनुसार आप इसे कर सकती हैं। फर्टिलिटी के लिए योगासन उत्कट कोणासन अच्छा विकल्प माना जाता है।

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    फर्टिलिटी के लिए योगासन: मत्स्यासन

    महिलाओं में इनफर्टिलिटी के पीछे हार्मोन का बिगड़ा हुआ लेवल एक बड़ी वजह होती है। यदि आप मत्स्यासन करती हैं तो यह आपके हार्मोन को संतुलित करता है। यह थाइरॉयड और पेराथाइरॉयड ग्लैंड के माध्यम से ब्लड फ्लो को पुनः बढ़ा देता है। इससे हार्मोन का बिगड़ा हुआ स्तर दोबारा संतुलित होता है और फर्टिलिटी के लिए योगासन बेहतर विकल्प है।

    इन फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योगासान से आप गर्भवती होने की संभावना को बढ़ा सकती हैं। इन्हें नियमित रूप से करना होगा तभी असर दिखेगा। फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योगासन में से किसी भी आसान को शुरू करने से पहले एक बार किसी योग एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

    उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योगासन के बारे में जानकारी मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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