के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Pooja Bhardwaj
किसी भी कपल के लिए प्रेग्नेंट होने की जानकारी मिलना सबसे खुशनुमा पल होता है लेकिन, हिदायतें सिर्फ महिलाओं को ही दी जाती हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के अनुसार, इनफर्टिलिटी से जुड़े तकरीबन 50 प्रतिशत पुरुषों के मामले सामने आए हैं। आल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) के अनुसार भारत में शादीशुदा दंपत्तियों में 10-15 % ऐसे मामले सामने आते हैं, जिनमें महिलाओं के गर्भ धारण न कर पाने का कारण पुरुष होते हैं। पुरुषों में बढ़ती इनफर्टिलिटी के पीछे ध्रूमपान (Smoking) करना सबसे अहम कारण माना गया है। स्मोकिंग की वजह से स्पर्म काउंट में भी कमी आ सकती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, पुरुषों (हस्बैंड) में बढ़ती इनफर्टिलिटी की वजह से महिला (वाइफ) गर्भ धारण नहीं कर पाती हैं।
पिता की स्मोकिंग, बीड़ी या तंबाकू के सेवन से शिशु में अस्थमा जैसी बीमारी का खतरा हो सकता है। गर्भवती महिला के आस-पास सिगरेट पीने से बच्चे और गर्भनाल को क्षति पहुंच सकती है। इससे प्रतिरक्षा प्रणाली भी कमजोर हो सकती है।
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पुरुषों में इनफर्टिलिटी होने पर ऐसा नहीं है कि इसका इलाज नहीं किया जा सकता लेकिन, बेहतर होगा सिगरेट, बीड़ी और तंबाकू जैसे पदार्थों का सेवन न किया जाए।
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इनफर्टिलिटी दूर करने के लिए इलाज तो किए ही जा सकते हैं। लेकिन, इलाज के साथ-साथ पौष्टिक आहार भी जरूरी होता है।
वहीं अगर प्रेग्नेंसी के दौरान महिला स्मोकिंग करती है, तो ऐसे में उनके भ्रूण में पल रहे बच्चे पर इसका असर पड़ सकता है। स्मोकिंग के कारण कैंसर का खतरा बढ़ने के साथ ही हार्ट संबंधी समस्या, एम्फेसिमा (emphysema) व अन्य हार्ट संबंधी बीमारियां हो सकती हैं। प्रेग्नेंसी में स्मोकिंग करने से बच्चों को भी कुछ रिस्क हो सकते हैं।
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प्रेग्नेंट महिलाओं के स्मोकिंग करने के कारण इसका असर होने वाले बच्चे पर प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा प्रेग्नेंसी के पहले भी कुछ समस्याएं देखने को मिल सकती हैं। स्मोकिंग का असर महिलाओं की फर्टिलिटी पर भी पड़ता है। ऐसे में यह समझ लें कि स्मोकिंग का असर गर्भावस्था के दौरान ही नहीं बल्कि गर्भधारण करने में भी समस्या पैदा कर सकता है। महिलाओं में स्मोकिंग के कारण होने वाली ऐसी ही कुछ समस्याएं हैं।
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स्मोकिंग के कारण इनफर्टिलिटी की समस्या से जूझ रहे महिला और पुरुषों को अपनी डायट का ख्याल रखने की भी जरूरत होती है। ऐसे में यह भी देखना जरूरी हो जाता है कि पहले से ही हो चुके स्वास्थ्य हानि की भरपाई कैसे की जाए। इसके लिए डॉक्टर की सलाह लेना तो जरूरी है ही साथ ही आप कुछ रोजमर्रा के फूड आयटम्स को भी अपनी डायट में शामिल करने से स्मोकिंग के कारण हुई इनफर्टिलिटी की समस्या से निजात पाई जा सकती है। ऐसे ही फूड आयटम्स हैं।
स्मोकिंग के कारण इनफर्टिलिटी की समस्या से जूझ रहे मर्दों के लिए जरूरी है कि वे अपनी रेगुलर डायट में मछली को शामिल करें। समुद्री मछलियों में पर्याप्त मात्रा मौजूद फैटी एसिड और ओमेगा 3 स्पर्म काउंट बढ़ाने में मदद करता है। ऐसे में पुरुषों के लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।
पुरुषों को इनफर्टिलिटी की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए अनार भी मददगार साबित हो सकता है। अनार में मौजूद विटामिन और मिनरल्स इनफर्टिलिटी की समस्या को दूर करने मदद करते हैं। ऐसे में सलाह दी जाती है कि स्मोकिंग करने वाले मर्द अपनी डायट में अनार को शामिल करें और नियमित तौर पर इसका सेवन भी करें।
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कदृदू में मौजूद जिंक स्पर्म काउंट को बढ़ाने में मदद करता है। ऐसे में यह भी पुरुषों में इनफर्टिलिटी की समस्या को दूर करने में कद्दू महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
नियमित रूप से ब्रोकली के सेवन से भी लाभ होता है। इसमें मौजूद फाइटोस्टेरॉल हॉर्मोन के स्तर को बनाए रखने में सहायक है।
साथ ही इस बात का भी ध्यान रखने की जरूरत होती है कि किसी भी गर्भवती महिला के आस-पास स्मोकिंग नहीं करनी चाहिए क्योंकि गर्भवती महिलाओं के लिए पैसिव स्मोकिंग भी उतनी है खतरनाक साबित हो सकती है और साथ ही इसका भी होने वाले बच्चे के विकास पर असर पड़ सकता है।
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सिगरेट और नशीले पदार्थों का सेवन पूरी तरह से बंद करना चाहिए।
स्मोकिंग करना खुद से दूसरी बीमारियों को न्योता देने जैसा है। इसलिए बेहतर होगा कि स्मोकिंग ना ही की जाए। स्मोकिंग जो कर रहा है उसकी और आसपास के लोगों की सेहत के साथ-साथ आने वाले बच्चे के सेहत को भी नुकसान पहुंचाता है।
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