8. परिवार के सदस्यों का होना भी है जरूरी
छोटे बच्चे को संभालना जिम्मेदारी भरा काम है। अगर माता-पिता कामकाजी हैं तो बच्चे की परवरिश के लिए किसी अन्य सदस्य की जरूरत भी पड़ेगी। अगर आपके परिवार में सास-ससुर या माता-पिता आपका सहयोग कर सकते हैं तो ये आप दोनों के लिए बेहतर होगा। आप चाहे तो किसी परिचित को भी घर में रखने की व्यवस्था कर सकते हैं। दो बच्चों की जिम्मेदारी के साथ ऑफिस का काम करना पॉसिबल नहीं है। बेहतर होगा कि आप घर में किसी अन्य की व्यवस्था भी करें।
दूसरे बच्चे की प्लानिंग करते समय बेबी बॉय के बारे में विश कर रही हैं तो पति की अधिक उम्र इसमें रोड़ा बन सकती है। स्टडी से ये बात सामने आई है कि अधिक उम्र के पुरुष के अंदर x क्रोमोसोम अधिक होते हैं। इस कारण से लड़की पैदा होने की संभावना अधिक हो सकती है।
दूसरे बच्चे की जिम्मेदारी आसान काम नहीं है। पति-पत्नी की आपसी रजामंदी होना बहुत जरूरी है। सेकेंड बेबी की प्लानिंग (Second baby planning) से पहले एक बार अपने डॉक्टर से भी मिले। इस विषय में आपको कुछ भी पूछना हो तो कृपया अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
उम्मीद करते हैं कि आपको सेकेंड बेबी की प्लानिंग (Second baby planning) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।