क्या है शिशुओं में रिफ्लक्स या दूध उलटने की समस्या?
शिशुओं में रिफ्लक्स या दूध उलटने की समस्या को पासेटिंग भी कहा जाता है। इसकी समस्या तब होती है जब शिशु दूध पीने के तुरंत बाद उसकी उल्टी कर देता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि, बच्चे दावा पीया गया दूध भोजन नलिका में ऊपर की तरफ आ गया होता है। मेडिकल टर्म में इसे गैस्ट्रो इसोफेगल रिफ्लक्स (जी.ई.आर.डी) कहा जाता है।
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शिशुओं में रिफ्लक्स या बच्चे का दूध पलटना किन कारणों से हो सकता है?
आमतौर पर इसकी समस्या फॉर्मूला दूध पीने वाले और स्तनपान करने वाले दोनों ही शिशुओं को हो सकता है। जिसकी वजह एसिड हो सकता है। दरअसल, बच्चों के पेट में एक अम्ल (एसिड) होता है जो दूध को पचाने में मदद करता है। अगर दूध और एसिड का यह मिश्रण भोजन नलिका में ऊपर की तरफ आ जाए तो बच्चे को परेशानी भी हो सकती है। इसके कारण बच्चे के सीने में जलन महससू हो सकती है। हालांकि, इसकी स्थिति गंभीर नहीं मानी जाती है और न ही यह शिशु के विकास या मानसिक क्षमताओं को प्रभावित करता है।
यूं तो बेबी का दूध पलटना या उल्टी करना शुरुआती महीनों में एक सामान्य समस्या है लेकिन, वॉमिटिंग कभी-कभी सर्दी-जुकाम, यूरिन इंफेक्शन या कान में इंफेक्शन की वजह से भी हो सकता है। अगर इन कारणों से बच्चे को उल्टी हो रही है, तो इसे नजरअंदाज न करें। ऐसे में बच्चे को डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए।