डिलिवरी के दौरान महिलाओं के शरीर में खून की कमी हो सकती है। अगर डिलिवरी नॉर्मल हुई है तो खून कम होने का रिस्क थोड़ा कम रहता है। वहीं सी-सेक्शन से डिलिवरी होने पर महिला के शरीर में खून की कमी हो जाती है। अगर महिला ने सी-सेक्शन की हेल्प से दो से ज्यादा बच्चों को जन्म दिया है तो पेट के आसपास के टिशू ढीले पड़ने लगते हैं। जब एक महिला कंसीव करती है तो उसे ग्रेविडा शब्द से संबोधित करते हैं। अगर एक महिला ने अपने जीवन में सात बार प्रेग्नेंट हुई तो मल्टीग्रेविडा G7 कहा जाएगा। मल्टीग्रेविडा की संख्या बढ़ने के साथ ही होने वाली मां के साथ रिस्क भी जुड़ते चले जाते हैं। सी-सेक्शन हो या फिर नॉर्मल डिलिवरी, प्रेग्नेंसी की संख्या बढ़ने के साथ ही भविष्य में इससे संबंधित रिस्क के बढ़ने की संभावना भी रहती है। इस आर्टिकल के माध्यम से जानिए कि मल्टीग्रेविडा का क्या मतलब होता है।