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थायरॉइड की समस्या के कारण प्रेग्नेंसी में हेयरफॉल
हायपोथायरायडिज्म की वजह से शरीर में थायरॉइड हार्मोन की कमी से भी हेयरफॉल होता है। गर्भावस्था के दौरान थायरॉइड से बालों का झड़ना बहुत सामान्य है। शरीर में इस हॉर्मोन की कमी होने से प्रेग्नेंसी में बाल झड़ने की समस्या बढ़ जाती है।
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के कारण प्रेग्नेंसी में हेयरफॉल
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यह प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाला एक हॉर्मोनल असंतुलन है। जो महिलाओं के ओवरी में होता है। यह भी प्रेग्नेंसी में हेयरफॉल का बड़ा कारण हो सकता है। क्योंकि इसकी वजह से ओवरी में अंडे पूरी तरह से ग्रोथ नहीं कर पाते। जिसके कारण महिलाओं को पीरियड्स आने में दिक्क्त होती है। इसके दौरान शरीर में एण्ड्रोजन हॉर्मोन का उत्पादन ज्यादा होता है। यह प्रेग्नेंसी में बाल झड़ने का कारण बनता है।
विटामिन बी-12 की कमी के कारण प्रेग्नेंसी में हेयरफॉल
बालों के बढ़ने के लिए विटामिन बी-12 बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह बालों के विकास में मदद करता है। विटामिन बी-12 की कमी के कारण बालों का विकास कम हो जाता है। इसकी कमी से भी प्रेग्नेंसी में हेयरफॉल की समस्या होती है।
आनुवंशिकी के कारण प्रेग्नेंसी में हेयरफॉल
गर्भावस्था के दौरान बालों के झड़ने का एक कारण आनुवंशिक भी हो सकता है। ऐसा माना जाता है कि अगर परिवार में प्रेग्नेंसी में हेयरफॉल की समस्या किसी को भी रही हो तो आपको भी बाल टूटने की समस्या हो सकती है।
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गर्भावस्था में बाल झड़ना:प्रेग्नेंसी के दौरान हेयरफॉल को रोकने के घरेलू उपचार क्या हैं?
1. अंडे की सफेदी