प्रेग्नेंसी में एसटीडी से बचाव कैसे करें? (How to prevent STD in pregnancy?)
के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
प्रेग्नेंसी में एसटीडी से बचाव कैसे करें? (How to prevent STD in pregnancy?)
एसटीडी यानि सेक्शुअल ट्रांसमिटेड डिजीज, ऐसे रोग जो यौन संबंध बनाने से फैलते हैं उन्हें एसटीडी कहते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान भी एसटीडी का खतरा रहता है इसलिए प्रेग्नेंसी में STD से बचाव बेहद जरूरी है। प्रेग्नेंसी में महिला को सेहत का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। ऐसे में अगर एसटीडी का खतरा हो तो मां और शिशु दोनों के लिए खतरनाक हो सकता है।
प्रेग्नेंसी में यौन संचारित रोगों से मां की सेहत को तो रिस्क रहता ही है, साथ ही बच्चे को भी मां से संक्रमण का डर बना रहता है। प्रेग्नेंसी के दौरान मां का शरीर बच्चे के विकास में लगा रहता है जिस वजह से उसके शरीर में कई हार्मोनल बदलाव आते हैं। जिससे उनका शरीर किसी दूसरे संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार नहीं रहता है। ऐसे में असुरक्षित यौन संबंध बनाने से एसटीडी का खतरा बढ़ जाता है। अगर पार्टनर एसटीडी से पीड़ित है तो यौन संबंध बनाते समय सुरक्षा रखना जरूरी है ताकि किसी तरह की एसटीडी से बचा जा सके।
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यौन संचारित रोगों में क्लैमिडिया (Chlamydia), गोनोरिया (Gonorrhea) , हेपेटाइटिस-बी (Hepatitis-B), सिफिलिस (Syphilis), एचआईवी एड्स (HIV AIDS), जेनिटल वार्ट्स (Genital warts), ट्राइकोमोइसिस मुख्य है। इन सब रोगों के लक्षण अलग-अलग हैं, इसके इलाज भी अलग-अलग है। सवाल ये है कि रोग होने पर इलाज तो किया जा सकता है, लेकिन क्यों न पहले से ही सावधानी रखी जाएं ताकि प्रेग्नेंसी में STD से दूर रहा जा सके। तो आइए जानते है प्रेग्नेंसी में STD से बचाव के लिए क्या सावधानियां रखी जानी चाहिए?
प्रेग्नेंसी में STD से बचाव के लिए कई तरह की सावधानियां रखना जरूरी है। वैसे तो प्रेग्नेंसी के दौरान स्पेशल केसेस में यौन संबंध बनाने की मनाही की जाती है, लेकिन अगर सब नॉर्मल चल रहा है तो विशेष सावधानियां अपनाकर प्रेग्नेंसी दौरान शारीरिक संबंध बनाएं जा सकते हैं। अगर प्रेग्नेंसी में शारीरिक संबंध बना रहे हैं तो एसटीडी का खतरा भी बना रहता है ऐसे में सावधानियां रखना जरूरी है। तो आइए जानते हैं वे कौन-सी सावधानियां हैं जिन्हें अपनाने से प्रेग्नेंसी के दौरान एसटीडी से बचा जा सकता है-
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प्रेग्नेंसी के दौरान एसटीडी का खतरा रहता है ऐसे में इससे बचाव बेहद जरूरी है। यदि प्रेग्नेंसी के दौरान पार्टनर एसटीडी से पीड़ित है तो हो सकता है की आपको भी एसटीडी हो जाए, इसलिए एसटीडी से बचाव के लिए निम्न तरीकों को आजमाना जरूरी है।
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प्रेग्नेंसी में STD से बचाव बेहद जरूरी है, इसके लिए प्रेग्नेंट होने के बाद एसटीडी के टेस्ट करवाएं जाने चाहिए और संबंध बनाते समय सावधानी रखी जानी जरूरी है। अगर आपको प्रेग्नेंसी के दौरान इंफेक्शन के किसी भी तरह के लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। हैलो हेल्थ ग्रुप चिकित्सक सलाह, निदान या उपचार प्रदान नहीं करता है।
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