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3. मिसकैरिज के कारण: खराब जीवनशैली और वातावरण
कुछ आदतें जैसे-नशीली दवाओं का सेवन, गर्भावस्था के दौरान शराब पीना, धूम्रपान, ज्यादा मात्रा में कैफीन लेना आदि गर्भपात का कारण बन सकते हैं। इसलिए अगर आप बेबी प्लान कर रही हैं या प्रेग्नेंट हैं, तो सबसे पहले इन खराब आदतों को छोड़ दें। इसके अलावा, ‘प्रदूषित शहर में रहना’ भी मिसकैरिज के खतरे को बढ़ा सकता है। दरअसल, फरवरी 2019 में प्रकाशित फर्टिलिटी एंड स्टेरिलिटी के एक अध्ययन पाया गया कि बढ़े हुए नाइट्रोजन डाइऑक्साइड के स्तर के संपर्क में रहने से गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है। स्टडी में पाया गया कि सात दिनों तक 10-पीपीबी वाले नाइट्रोजन डाइऑक्साइड के स्तर वाले क्षेत्र में रहने से गर्भपात की संभावना 16% से अधिक थी।
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4. मिसकैरिज के कारण: मां की उम्र
मिसकैरिज का मां की आयु से गहरा संबंध है। मां की ज्यादा उम्र गर्भपात का कारण बन सकती है क्योंकि उम्र बढ़ने पर भ्रूण (Fetus) के विकास में समस्या होने लगती है जिससे गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है। रिसर्च के अनुसार 35 साल से कम उम्र की महिलाओं में गर्भपात की संभावना लगभग 15% होती है जबकि 35-45 वर्ष की महिलाओं में मिसकैरिज की संभावना 20-35% होती है। वहीं 45 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में गर्भपात की संभावना 50% तक बढ़ जाती है।
मिसकैरिज के अन्य क्या कारण हो सकते हैं? (Other Reasons Of Miscarriage)
- एक महिला जिसका पहले भी गर्भपात हो चुका है, उसका मिसकैरिज होने की संभावना 25% बढ़ जाती है।
- हार्मोन की समस्याएं जैसे-प्रोजेस्टेरोन की कमी या एस्ट्रोजन की अधिकता भी मिसकैरिज के कारण में से एक है।
- महिलाओं का खराब इम्यून सिस्टम भी गर्भपात में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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