backup og meta

प्रेग्नेंसी में फूड जिनका सेवन है वर्जित!

और द्वारा फैक्ट चेक्ड Bhawana Awasthi


Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 27/10/2021

    प्रेग्नेंसी में फूड जिनका सेवन है वर्जित!

    गर्भावस्था गर्भवती महिलाओं के लिए जितना महत्वपूर्ण है उतना ही सेंसेटिव भी। इसलिए प्रेग्नेंसी में कई बातों का विशेष ख्याल रखना पड़ता है। प्रेग्नेंसी में फूड्स पर विशेष ध्यान दिया जाता है क्योंकि शिशु को पोषक तत्व मां से ही मिलता है।

    ऐसे कई पौष्टिक आहार के साथ-साथ कुछ भी खाद्य पदार्थ होते हैं जो गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। आज जानेंगे प्रेग्नेंसी में कौन-कौन से खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए।

    प्रेग्नेंसी में फूड्स की होती है अहम भूमिका

    गर्भावस्था में फूड्स की अहम भूमिका होती है जो मां और शिशु दोनों के लिए अत्यधिक जरूरी होती है। अगर प्रेग्नेंसी के दौरान मां का डाइट ठीक नहीं रहेगा तो ऐसे में नवजात कुपोषित होने के साथ-साथ अन्य परेशानी भी हो सकती है।

    प्रेग्नेंसी में फूड, जिनका सेवन नहीं करना चाहिए

    निम्नलिखित खाद्य पदार्थों का सेवन गर्भावस्था में नहीं करना चाहिए।

    और पढ़ें: क्या प्रेग्नेंसी में प्रॉन्स खाना सुरक्षित है?

    1. हाई-मरक्यूरी फिश का प्रेग्नेंसी में सेवन न करें

    हाई-मरक्यूरी फिश जैसे शार्क, स्वॉर्डफिश और टुना जैसे मछलियों का सेवन नहीं करना चाहिए। ये मछलियां टॉक्सिक होती हैं। प्रेग्नेंसी में इनके सेवन से इम्यून सिस्टम और किडनी पर बुरा प्रभाव पड़ता है। हाई-मरक्यूरी फूड्स के कारण गर्भ में पल रहे शिशु के शारीरिक अंगों का विकास ठीक तरह से नहीं हो सकता है। एक महीने में 1 से 2 बार किया जा सकता है लेकिन, उससे ज्यादा नहीं। इसलिए प्रेग्नेंसी में फूड, का सेवन करें लेकिन, हाई-मरक्यूरी फिश को शामिल न करें।

    हाई-मरक्यूरी फिश

    2. रॉ एग (कच्चा अंडा) प्रेग्नेंसी में न खायें

    कच्चे अंडे में साल्मोनेला (Salmonella) होता है जिसकी वजह डायरिया होने की संभावना बढ़ जाती है। ध्यान रखें कच्चा अंडा केक, घर में बनने वाले आइसक्रीम, और मेयोनेज जैसे खाद्य पदार्थों में आसानी से मिल जाते हैं। इसलिए प्रेग्नेंसी में फूड्स जिनमें कच्चे अंडे हों उनका सेवन न करें। गर्भावस्था के दौरान रॉ कुकीज का भी सेवन नहीं करना चाहिए।

    रॉ एग (कच्चा अंडा)

    3. कच्चे स्प्राउट्स का प्रेग्नेंसी में सेवन न करें

    वैसे तो सेहत के लिए स्प्राउट्स कई माइने में फायदेमद होते हैं लेकिन, प्रेग्नेंसी में कच्चे मुंग या अंकुरित खाद्य पदार्थ हानिकारक होते हैं। दरअसल साल्मोनेला या ई-कोली (E. coli) मौजूद होने के कारण इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए पके हुए या उबले हुए अंडे का सेवन करना चाहिए। वहीं ई-कोली पैक्ड जूस और फैक्ड मिल्क में मौजूद होते हैं। इसलिए डिब्बा बंद जूस या दूध दोनों का सेवन नहीं करना चाहिए। इसलिए प्रेग्नेंसी में फूड में कच्चे स्प्राउट्स का सेवन शामिल नहीं किया जाता है।

    स्प्राउट्स

    4.प्रेग्नेंसी फूड में सोडा न पीएं

    प्रेग्नेंसी में सोडा का सेवन नहीं करना चाहिए। सोडा फर्टिलिटी को कम करता है। वहीं सॉफ्ट ड्रिंक किस तरह के कंटेनर में है उसका BPA और केमिकल भी बॉडी के लिए हार्मफुल हो सकता है। इसलिए प्रेग्नेंसी में फूड में सोडा शामिल नहीं है।
    सोडा

    5. प्रेग्नेंसी फूड में ट्रांस फैट के सेवन से बचे

    ट्रांस फैट कुछ खास तरह के फूड्स जैसे चिप्स, माइक्रोवेव पॉपकॉर्न या बेक किये हुए खाद्य पदार्थों में मौजूद होता है। इन फूड्स के भी सेवन करने से फर्टिलिटी पर बुरा प्रभाव पड़ता है। ट्रांस फैट फूड प्रोडक्ट के ज्यादा सेवन से ब्लड वेसल्स, रिप्रोडक्टिव सिस्टम और शरीर में मौजूद न्यूट्रेशन लेवल पर बुरा असर डालता है। इसलिए प्रेग्नेंसी में फूड या गर्भावस्था में फूड्स खासकर ट्रांस फूड का सेवन नहीं करना चाहिए। यही नहीं पुरुषों में ट्रांस प्रोडक्ट के सेवन से स्पर्म की क्वॉलिटी के साथ-साथ काउंट पर भी बुरा असर डालता है
    ट्रांस फैट

    6.प्रेग्नेंसी फूड में लो-फैट डेयरी का सेवन न करें

    लो-फैट डेयरी प्रोडक्ट में एंड्रोजेन की मौजूदगी मेल हॉर्मोन के साथ ही फीमेल हॉर्मोन पर भी बुरा असर डालती है। गर्भावस्था में हॉर्मन में बदलो पहले से होता रहता है इसलिए प्रेग्नेंसी में फूड खासकर लो-फैट डेयरी प्रोडक्ट का सेवन नहीं करना चाहिए। दरअसल कम फैट वाले दूध सामान्य दूध की तुलना गर्भवती महिलाओं के लिए स्वास्थ्यप्रद विकल्प होते हैं। यदि आप गर्भावस्था के दौरान पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करती हैं, तो कैल्शियम की कमी हो सकती है। इसका असर गर्भवती महिला पर पड़ने के साथ-साथ गर्भ में पल रहे शिशु पर भी पड़ सकता है।
    प्रेग्नेंसी में फूड

    7.प्रेग्नेंसी फूड में कैफीन का सेवन ज्यादा न करें

    प्रेग्नेंसी में फूड के साथ-साथ ड्रिंक का भी विशेष ख्याल रखना चाहिए। कैफीन की ज्यादा मात्रा मिसकैरिज का कारण बन सकती है। इसलिए गर्भावस्था में चाय, कॉफी और हर्बल टी का सेवन एक दिन में 1 कप या 2 कप से ज्यादा न करें। ध्यान रखें आजकल ग्रीन टी पीने का भी अत्यधिक चलन है। इसलिए अगर आप ग्रीन टी का सेवन करतीं हैं तो इसके सेवन से बचें। 4 से 5 बजे के बाद कॉफी, चाय या ग्रीन टी जैसे पे पदार्थों का सेवन न करें। क्योंकि रात को या शाम के वक्त इनके सेवन से नींद आने में परेशानी हो सकती है।

    प्रेग्नेंसी में फूड

    8.प्रेग्नेंसी में एल्कोहॉल का सेवन न करें

    गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं को शराब पीने से पूरी तरह से बचने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इससे गर्भपात होने का खतरा बढ़ जाता है। यहां तक ​​कि एल्कोहॉल का कम से कम सेवन भी आपके बच्चे के मस्तिष्क के विकास पर नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। इसलिए प्रेग्नेंसी में फूड  या गर्भावस्था में फूड्स का सेवन करें लेकिन, एल्कोहॉल जैसे नशीले पदार्थों का सेवन न करें।

    और पढ़ें: गर्भावस्था के दौरान कितना खाएं? प्रत्येक तिमाही के अनुसार जानें

    9.प्रेग्नेंसी फूड में एनर्जी ड्रिंक का सेवन न करें

    प्रेग्नेंसी में फूड में नजअंदाज करें एनर्जी ड्रिंक। एनर्जी ड्रिंक का सेवन गर्भवती महिलाओं को नहीं करना चाहिए। एनर्जी ड्रिंक में भी कैफीन की मात्रा अत्यधिक होती। इसलिए इसका सेवन बर्जित होता है।

    10.प्रेग्नेंसी में सब्जियों को अच्छी तरह करें साफ

    गर्भावस्था के दौरान आहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए। ये तो हम सभी जाते हैं लेकिन, सब्जियों और फलों की अच्छी तरह से पानी से धोना चाहिए। दरअसल फल या सब्जियों को ठीक तरह से नहीं धोकर खाने से टोक्सोप्लास्मोसिस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। यह गर्भ में पल रहे शिशु के लिए खतरनाक हो सकता है। इसलिए किसी भी परेशानी से बचने के लिए इनका सेवन जरूर करें लेकिन, पानी से अच्छी तरह धोकर करना चाहिए।

    और पढ़ें: 5 फूड्स जो लेबर पेन को एक्साइट करने का काम करते हैं

    इन 10 खाद्य पदार्थों और पे पदार्थों का सेवन गर्भावस्था के दौरान सोच समझकर करें लेकिन, अगर आप प्रेग्नेंसी में फूड या गर्भावस्था में फूड्स से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

    और द्वारा फैक्ट चेक्ड

    Bhawana Awasthi


    Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 27/10/2021

    advertisement iconadvertisement

    Was this article helpful?

    advertisement iconadvertisement
    advertisement iconadvertisement