डॉक्टर्स से या अपनी सहेलियों से बात करें जो मां बन चुकी हैं। उनसे जानने और समझने की कोशिश करें कि डिलिवरी के वक्त क्या-क्या करना चाहिए और क्या नहीं। ऐसा करने से आप प्रेग्नेंसी स्ट्रेस (Pregnancy stress) या गर्भावस्था में चिंता से बच सकते हैं।
8. ऑफिस वर्क कन्टीन्यू करें (Continue to work office)
प्रेग्नेंसी शुरू होते ही ऑफिस जाना बंद ना करें क्योंकि ये भी तनाव पैदा कर सकता है। कुछ महिलाएं खाली घर पर बैठने से तनाव महसूस करती हैं। इसलिए आप अपनी सुविधा के अनुसार काम करें।
9. डॉक्टर्स अपॉइंटमेंट टालें नहीं (Never postpone doctors appointment)
डॉक्टर द्वारा बताए गए समय पर उनसे मिलें और बताए गई जांच जरूर करवाएं। कभी भी डॉक्टर के अपॉइंटमेंट को टालने की गलती न करें। कई बार यह परेशानी का कारण बन सकता है।
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कुछ बातों को ध्यान रखकर प्रेग्नेंसी खुशनुमा बनाएं। यह आपके बच्चे के दिमाग पर सकारात्मक असर करेगा और आपके लड़ले या लाड़ली का मानसिक विकास बेहतर तरीके से होगा। हम उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में प्रेग्नेंसी स्ट्रेस (Pregnancy stress) या गर्भावस्था में स्ट्रेस से जुड़ी जानकारी दी गई है। यदि इस लेख से जुड़ा आपका कोई प्रश्न है तो आप कमेंट कर पूछ सकते हैं। आप प्रेग्नेंट हैं और आपको कोई कॉम्प्लीकेशन्स हैं तो अधिक जानकारी के लिए बेहतर होगा आप अपने चिकित्सक से कंसल्ट करें।