करीब एक प्रतिशत गर्भवती महिलाओं को PUPPP की समस्या होती है, जो कि खतरनाक नहीं होती। लेकिन, यह स्थिति काफी असुविधाजनक होती है, जिसमें त्वचा पर खुजली वाले लाल रैशेज हो जाते हैं। इसके लिए अपने डॉक्टर के पास जाएं, ताकि वो इस समस्या की गंभीरता को जांच सके। अगर, यह गंभीर समस्या होगी, तो वो आपको किसी चर्मरोग विशेषज्ञ के पास भेज सकता है। इसके अलावा, अगर आपको प्रेग्नेंसी वीक 34 में रैशेज के बिना भी पूरे शरीर पर खुजली हो रही हो, तो यह लिवर की समस्या हो सकती है।
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प्रेग्नेंसी वीक 34 में मुझे किन बातों के बारे में चिंतित होना चाहिए?
85 प्रतिशत से ज्यादा गर्भवती महिलाओं का म्यूकस प्लग क्षतिग्रस्त नहीं होता है। लेकिन, अगर आप बची हुई 15 प्रतिशत महिलाओं में हैं और आपका म्यूकस प्लग क्षतिग्रस्त हो गया है, तो डरने की कोई बात नहीं है। म्यूकस प्लग क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में एम्नियोटिक फ्लूड बाहर नहीं गिरने लगता है। म्यूकस प्लग के क्षतिग्रस्त होने की वजह से एम्नियोटिक फ्लूड के बाहर गिरने की संभावना कम रहती है। क्योंकि, आपके शिशु का सिर यूट्रस की ओपनिंग को अवरोध किए रखता है, जिससे एम्नियोटिक फ्लूड अंदर ही रहता है।
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प्रेग्नेंसी वीक 34 में डॉक्टरी सलाह
प्रेग्नेंसी वीक 34 में मुझे डॉक्टर को क्या-क्या बताना चाहिए?
प्रेग्नेंसी वीक 34 के आसपास आपकी डिलिवरी डेट आने वाली होती है। इसलिए, आपको डॉक्टर से अपने मन की सारी शंकाओं और चिंताओं के बारे में बातचीत कर लेनी चाहिए। इसके अलावा आप डॉक्टर से लेबर और डिलिवरी के बारे में भी पूरी जानकारी ले सकती हैं। इसके बाद डॉक्टर से मिली सभी जानकारी और सलाह को आप लिख लीजिए, ताकि भूल जाने पर भी आपको कोई चिंता न हो। प्रेग्नेंसी वीक 34 में अपने डॉक्टर से बात करके किसी अच्छे अस्पताल या नर्सिंग होम का चुनाव कर लीजिए, जहां आप बच्चे को जन्म देंगी। यह अस्पताल या नर्सिंग होम आपके घर से जितना पास होगा, उतना ही बेहतर है।
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