आंवले में एंटी वायरल गुण पाया जाता है। हेपेटाइटिस बी से निपटने के लिए आप आंवले के रस में शहद मिलाकर दिन में कई बार इसका सेवन करें। इसके अलावा आंवले के रस को पानी में मिलाकर पिएं या आंवला पाउडर में गुड़ मिलाकर एक महीने तक दिन में दो बार खाएं। प्रेग्नेंसी में हेपेटाइटिस होने पर भी इस उपाय को अपनाया जा सकता है, लेकिन डॉक्टर से पूछने के बाद ही इसे खाएं।
प्रेग्नेंसी में हेपेटाइटिस-बी से लड़ने में मदद कर सकता है लहसुन
लहसुन में मेटाबोलाइट्स और अमीनो एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो, हेपेटाइटिस बी के वायरस को तेजी से खत्म करने में मदद करता है। कच्चे लहसुन की कलियां चबाने से लिवर की बीमारी से छुटकारा मिलता है।
यह भी पढ़ें :
चुकंदर का जूस लिवर की बीमारियों में है फायदेमंद
चुकंदर में पर्याप्त मात्रा में आयरन, पोटैशियम, फॉलिक एसिड, मैग्नीशियम, कैल्शियम और कॉपर के अलावा विटामिन ए, बी और सी पाया जाता है। ये सभी मिनरल्स लिवर में डैमेज सेल्स को दोबारा जोड़कर सूजन और दर्द से राहत दिलाते हैं। दो गिलास चुकंदर का जूस रोजाना पीने से पीलिया में जल्दी आराम मिलता है।
ऑलिव लीफ है बहुत काम की
ऑलिव लीफ में फाइटोकेमिकल नाम का एक कंपाउंड पाया जाता है जिसे ओलेरोपिन कहते हैं, जिसमें एंटी वायरल और एंटी फंगल गुण अधिकता में मौजूद होते हैं। एक कप पानी में एक चम्मच सूखे ऑलिव लीफ को दस मिनट तक उबालें और फिर इसे छानकर दिन में तीन बार पिएं। ऑलिव लीफ की जगह बाजार में उपलब्ध ऑलिव लीफ के 500 एमजी कैप्सूल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन सिर्फ डॉक्टरी सलाह से ही।
हेपेटाइटिस- बी से बचाव के लिए इन खतरों से बचें