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सरोगेट मां का ध्यान रखना है जरूरी ताकि प्रेग्नेंसी में न आए कोई परेशानी

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 27/10/2021

    सरोगेट मां का ध्यान रखना है जरूरी ताकि प्रेग्नेंसी में न आए कोई परेशानी

    जब कोई दंपत्ति नैचुरल तरीके से माता-पिता नहीं बन पाते और आईवीएफ तकनीक भी फेल हो जाए तो दंपत्ति के पास संतान पाने का एक तरीका बचता है, वह है सरोगेसी। इसे किराए कि कोख भी कहा जाता है, क्योंकि बच्चे को जन्म देने वाली मां और बच्चा चाहने वाले दंपत्ति के बीच एक कॉन्ट्रैक्ट होता है जिसके तहत बच्चे को जन्म देने के बाद महिला उस दंपत्ति को बच्चा सौंप देती है। प्रेग्नेंसी के दौरान सरोगेट मां का ध्यान (Surrogate mother care) रखने की जरूरत होती है ताकि प्रेग्नेंसी में दिक्कत न हो।

    कई कारणों से जब महिलाएं मां नहीं बन पाती तो वह सरोगेसी का सहारा लेती हैं। यह एक तकनीक है जिसमें पुरुष के स्पर्म को सरोगेट मदर बनने वाली महिला के अंडाणुओं के साथ फर्टिलाइज किया जाता है और भ्रूण तैयार होने पर सरोगेट मदर के गर्भाशय में डाल दिया जाता है। इस तकनीक में शिशु का जेनेटिक संबंध सिर्फ पिता से ही होता है। जो महिला सरोगेट मां बनती है जन्म के बाद वह बच्चे से किसी तरह का संबंध नहीं रखती और वह दंपत्ति को बच्चा सौंप देती है जिसके बदले करार के मुताबिक उसे पैसे दिए जाते हैं।

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    किसी भी सामान्य गर्भवती महिला की तरह ही सरोगेट मां का ध्यान (Surrogate mother care) रखा जाना भी आवश्यक है। सरोगेट मदर को खुद भी अपनी सेहत के प्रति सतर्क रहना चाहिए क्योंकि उसे भी अपनी प्रेग्नेंसी का उसी तरह ख्याल रखना पड़ता है जैसा कि सामान्य प्रेग्नेंट महिला रखती है। फर्क सिर्फ इतना होता है कि सरोगेट मां जन्म के बाद बच्चे को किसी और को दे देती है। प्रेग्नेंसी के दौरान सरोगेट मदर को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।

    सरोगेट मां का ध्यान (Surrogate mother care) कैसे रखें?

    सरोगेसी प्रक्रिया सफल और ठीक ढंग से हो इसके लिए सरोगेट मां का ध्यान (Surrogate mother care) रखने की कड़ी में सबसे पहले उसकी सेहत का ख्याल रखना होगा। डायट, एक्सरसाइज आदि के जरिए सरोगेट मदर स्वस्थ रह सकती है। सरोगेट मां का ध्यान (Surrogate mother care) किस तरह रखा जा सकता है इस बारे में आपका डॉक्टर और सरोगेसी स्पेशलिस्ट आपको पूरी जानकारी देंगे, उनकी सलाह पर अमल करें। सरोगेट मां का ध्यान रखने से बेबी हेल्दी होगा।

    सरोगेट मां का ध्यान (Surrogate mother care) रखने के लिए सरोगेसी स्पेशलिस्ट के टच में रहें

    सरोगेसी में आपको सरोगेसी स्पेशलिस्ट से हर मुद्दे पर क्लियर बात कर लेनी चाहिए। पूरी प्रेग्नेंसी के दौरान हमेशा उसके टच में रहें और आपके मन में किसी तरह की शंका या सरोगेट मां का ध्यान को लेकर सवाल हैं तो बेझिझक उससे पूछें। यदि आपको इस दौरान किसी तरह की मानसिक या भावनात्मक परेशानी आ रही है तो उससे निपटने के लिए काउंसलर की सलाह लें, क्योंकि फिजिकल फिटनेट का साथ ही प्रेग्नेंसी में आपका मेंटली हेल्दी होना भी उतना ही अहम है।

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    सरोगेट मां कपल के संपर्क में रहे

    जिस कपल के लिए आप सरोगेट मां बन रही हैं, प्रेग्नेंसी पीरियड में उन्हें शामिल रखें। क्योंकि वह यह जानने के लिए उत्साहित रहते हैं कि आप इस दौरान कैसा महूसस करती हैं? वह अपने बच्चे की हर छोटी-छोटी हरकत जानना चाहते हैं, इसलिए हमेशा उनसे संपर्क बनाए रखें और उन्हें हर अपडेट देती रहें। ऐसे कपल को भी सरोगेट मां का ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि आखिरकार वही उनकी संतान की ख्वाहिश को पूरा करने वाली है। आप सरोगेट मां का ध्यान रखने के लिए डॉक्टर से भी कह सकते हैं।

    सरोगेट मां भावनात्मक रूप से खुद को तैयार रखें

    नौ महीने गर्भ में रखने के बाद आपको बच्चे को किसी और को देना होगा, एक मां के लिए यह थोड़ा मुश्किल होता है। इसलिए खुद को पहले ही इस बात के लिए इमोशनली तैयार कर लें। बच्चे के साथ प्रेग्नेंसी के दौरान हुए भावनात्मक जुड़ाव को आपको उस कपल को ट्रांसफर करना होगा।

    सरोगेट मां रखे डायट का ख्याल

    सरोगेट मां के लिए अपने और बच्चे की सेहत के लिए हेल्दी डायट लेना बहुत जरूरी है। किसी भी प्रेग्नेंट महिला की तरह ही उन्हें अपनी डायट में सभी पोषक तत्वों को शामिल करना चाहिए। सरोगेट मां का ध्यान रखने के लिए बहुत जरूरी है कि उन्हें हेल्दी डायट प्लान की जाए।

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    पोषण

    सरोगेट मां को प्रेग्नेंसी के दौरान सभी तरह के जरूरी विटामिन, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और अन्य पोषक तत्वों को डायट में शामिल करना चाहिए ताकि बच्चे का संपूर्ण विकास हो सके। डायट के बारे में आप डॉक्टर से सलाह ले सकती हैं। एक बाद का ध्यान रखें कि इस दौरान आपको सिर्फ हेल्दी डायट ही लेना ही जंक फूड, फास्ट फूड आदि से दूर रहें। ताजे फल, सब्ज़ियां, ड्राई फ्रूट्स, फैटी फिश, साबूत अनाज, दूध, दही आदि का सेवन करें। कपल को भी सरोगेट मां का ध्यान रखने के लिए उसकी डायट का ख्याल रखना चाहिए।

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    हेल्दी वेट गेन

    प्रेग्नेंसी के दौरान वजन बढ़ता है, लेकिन यदि यह वजन आपके मोटापे की वजह से बढ़ रहा है तो यह आपके और बच्चे दोनों के लिए खतरनाक हो सकता है। इसलिए फैटी चीजों को खाने से बचें। अधिक वजन और डायिबिटीज सीजेरियन डिलिवरी की संभावना को बढ़ा देती है। प्रेग्नेंसी के पहले, दूसरे और तीसरे ट्राइमेस्टर में कितना वजन बढ़ना चाहिए इस बारे में डॉक्टर आपको बताएगा ताकि आप यह देख सकें कि वजह समान्य रूप से बढ़ रहा है या आप ओवरवेट हो रही हैं। सरोगेट मां का ध्यान रखने के लिए उनके वजन पर भी नजर रखना जरूरी है।

    पैरेंट्ल विटामिन

    पैरेंट्ल विटामिन लेना आपके लिए आवश्यक है। यह सामान्य विटामिन से अलग होते हैं, क्योंकि यह गर्भवती महिला की पोषण की जरूरत को पूरा करते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान फोलिक एसिड लेना भी बहुत जरूरी है। पैरेंट्ल विटामिन बच्चे के विकास को सुनिश्चित करते हैं। यदि आपको विटामिन लेने से किसी तरह की दिक्कत होती है तो तुरंत डॉक्टर को इस बारे में बताएं। बच्चे के सही विकास के लिए सरोगेट मां का ध्यान रखा जाना जरूरी है।

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    सरोगेट मां का ध्यान रखने के लिए इन चीजों से परहेज जरूरी

    सरोगेट मदर का ध्यान रखने और उसे स्वस्थ रखने के लिए इन चीजों से परहेज की सलाह दें।

    एल्कोहॉल– सरोगेट मां को प्रेग्नेंसी के दौरान एल्कोहॉल का सेवन नहीं करना चाहिए। एल्कोहॉल सीधे तौर पर बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती है। सरोगेट मां का ध्यान रखते वक्त कपल को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

    कुछ तरह की मछलियां– हाई मरक्यूरी फिश खाने से भी बचें। इस तरह की मछलियां भ्रूण के लिए हानिकारक होती हैं।

    अनपाश्च्युराइज्ड डेयरी प्रोडक्ट्स- इपोर्टेड सॉफ्ट चीज, कच्चा दूध और अन्य अनपाश्च्युराइज्ड डेयरी प्रोडक्ट्स में खतरनाक बैक्टीरिया होते हैं, जिससे भ्रूण को संक्रमण हो सकता है। इन्हें खाने से स्टिलबर्थ या अन्य गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।

    कच्चा मीट- कच्चा मीट और मछली न खाएं, क्योंकि इसमें हानिकारक बैक्टीरिया होते हैं जिससे संक्रमण हो सकता है। पकाने पर यह बैक्टीरिया मर जाते हैं।

    फास्ट और जंक फूड- प्रेग्नेंसी में कुछ महिलाओं को भूख अधिक लगती है, यदि आपके साथ भी ऐसा होता है तो भूख मिटाने के लिए जंक और फास्ट फूड न खाएं। फ्रूट, फ्रूट जूस और ड्राई फ्रूट जैसे हेल्दी ऑप्शन चुनें। आपके लिए सरोगेट मां का ध्यान रखना उतना ही जरूरी है जितना गर्भावस्था के दौरान पार्टनर का।

    सरोगेट मां भले ही जन्म के बाद बच्चे का पालन पोषण नहीं करती, लेकिन स्वस्थ बच्चे के लिए डिलिवरी से पहले सरोगेट मां का ध्यान रखा जाना आवश्यक है।

    हम उम्मीद करते हैं कि सरोगेट मां का ध्यान कैसे रखें विषय पर आधारित यह आर्टिकल आप सभी को पसंद आया होगा। यहां सरोगेट मां का ध्यान रखने के लिए जरूरी टिप्स दी गई हैं। जिन्हें फॉलो करके आप सरोगेट मां का ध्यान रख सकते हैं। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार प्रदान नहीं करता।

    डिस्क्लेमर

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