एक्सरसाइज हो सकता है बेहतर विकल्प, जानें कितना करें व्यायाम
बुढ़ापे में भी रिजनिंग स्किल्स को बढ़ाे के लिए, दिमाग तेज गति से काम करें इसलिए लिए उन्हें एक्सरसाइज की आवश्यकता पड़ती है। करीब छह महीनों में कम से कम 52 घंटे व्यायाम जरूर करना चाहिए। बुजुर्ग चाहें तो लो इंटेंसिटी वाली एक्सरसाइज को दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं। इसमें वाकिंग के काफी लाभ है। नियमित तौर पर इसे लाइफ में शामिल कर बुजुर्ग चाहें तो स्ठ्रेंथ बढ़ा सकते हैं।
दिमाग के लिए है काफी लाभकारी
एक्सरसाइज हमारे दिमाग के लिए काफी लाभकारी होता है। हाल में हुए शोध के अनुसार जो व्यक्ति नियमित तौर पर रनिंग करेत हैं उनकी यादाश्त ज्यादा बेहतर रहती है, वहीं वो लोग तनावमुक्त जीवन यापन कर पातचे हैं। बता दें कि शोध से यह भी पता चला है कि नियमित एक्सरसाइज करने से दिमाग को शिथिल होने से बचा सकते हैं। वैसे बुजुर्ग जो महीने में चार सप्ताह लगातार एक्सरसाइज करते हैं वो दूसरों की तुलना में ज्यादा फिट रहते हैं।
बुजुर्गों के दिमाग पर असर डालती है एक्सरसाइज
गोमस-ओसमैन और उनकी टीम ने करीब 98 शोध किए, जिसमें 11 हजार बुजुर्गों ने हिस्सा लिया। शोध में 73 साल तक के बुजुर्ग शामिल थे, इनमें करीब 59 फीसदी बुजुर्ग हेल्दी थे। इसके अलावा इन बुजुर्गों में करीब 26 फीसदी में एमसीआई के लक्षण थे, 15 फीसदी में पूरी तरह से डिमनेशिया डेवलप कर चुका था। टेस्ट के तहत इन बुजुर्गों को एक्सरसाइज के तहत वाकिंग कराया जाता था। कुछ एक्सरसाइज में इन्हें एरोबिक एक्सरसाइज, जैसे बाइकिंग व डांसिंग कराया जाता था। इससे इनकी स्ट्रेंथ में इजाफा देखने को मिला। इन तमाम एक्सरसाइज को कराने से इनके दिमाग में विकास देखने को मिला। शोध से पता चला कि यदि छह महीनों तक कोई बुजुर्ग 52 घंटे एक्सरसाइज करता है तो उससे उसकी प्रोसेसिंग स्पीड में इजाफा होता है, ऐसे में उसका दिमाग ज्यादा ताकतवर होने के साथ वो काम को आसानी से अंजाम दे पाता है। वैसे व्यक्ति जो हेल्थी थे या फिर जिन्हें एमसीआई की बीमारी थी दोनों में ही वृद्धावस्था में ब्रेन स्ट्रेचिंग के फायदे देखने को मिले।
हमेशा लें एक्सपर्ट की सलाह
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर वृद्धावस्था में ब्रेन स्ट्रेचिंग या इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। बुजुर्गावस्था में संभव है कि कई प्रकार की बीमारी आपको हो, ऐसे में उचित यही होगा कि हेल्थ ट्रेनर, एक्सपर्ट के दिशा निर्देश में एक्सरसाइज कर आप ज्यादा से ज्यादा लाभ उठा सकते हैं।