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जानें पुरुषों के पीनस साइज से जुड़े कुछ तथ्याें के बारे में

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


shalu द्वारा लिखित · अपडेटेड 15/04/2021

    जानें पुरुषों के पीनस साइज से जुड़े कुछ तथ्याें के बारे में

    आमतौर पर पीनस के साइज को लेकर कई अफवाह हम सुनते रहते हैं। तरह-तरह के पीनस साइज से जुड़े मिथ सामने आते रहते हैं। आखिर पीनस का सही साइज क्या है। क्या उनकी पार्टनर उनके पीनस से संतुष्ट हो पाएगी? यह बड़ा सवाल पुरुषों के बीच बहुत चर्चित होता है। कुछ लोगों का मानना है, कि पीनस के साइज बड़ा होने पर ही पार्टनर संतुष्ट हो पाता है। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि पीनस बहुत मोटा होना चाहिए। वर्ना आपका पार्टनर आपसे संतुष्ट नहीं हो पाएगा। इसी कारण से कुछ पुरुष पीनस साइज बढ़ाना चाहते हैं, तो कुछ पुरुष अपना पीनस मोटा करना चाहते हैं। पीनस साइज से जुड़े मिथ क्या हैं?  क्या वाकई में ऐसा होता है। इस लेख में जानने की कोशिश करेंगे।  

    एक साधारण पीनस (Penis) की परिभाषा क्या है?

    हो सकता है परफेक्ट पीनस नाम कि कोई चीज होती हो, लेकिन एक लाइन में बताएं तो यह पूरी तरह से एक महिला की डिजायर पर और आपके अनुभव पर निर्भर करता है। कैसे आप अपने पार्टनर को खुश करते हैं।  यदि हम शोध के तर्क से देखें तो औसत फ्लेसीड लिंग 2.8 और 3.9 इंच के बीच में होता है। अगर स्तंभ पीनस (erect penis ) कि बात करें तो इसकी औसत साइज 4.7 से 6.3 के बीच होती है। अध्ययन में यह भी पता चलता है कि लगभग 85 प्रतिशत महिलाएं अपने पार्टनर के साइज के साथ संतुष्ट  हैं।

    क्या पुरुषों के जूते के नाप का होता है उनका पीनस?

    ये सुनकर ही आपको अटपटा लग रहा होगा। लेकिन पीनस साइज से जुड़े मिथ कमाल के हैं। आज भी बहुत से लोगों को ऐसा लगता है कि पुरुषों के पीनस उनके जूते के साइज का होता है। इससे जुड़ी सभी बातें केवल एक मिथ हैं। इस बात को लेकर कई ऐसे रिसर्च किए गए हैं। जिसमें, यह पता चलता है कि इंसान कि हाइट या उसके पैर के साइज का उसके पीनस से ताल्लुक नहीं होता है।

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    पीनस साइज मिथ: पीनस के साइज (Penis size) का महिलाओं की संतुष्टी पर प्रभाव होता है?

    पेनिस साइज मिथ

    इस बात पर बहुत बार शोध किया गया है। कई डॉक्टर्स का यह दावा है कि पीनस के साइज का महिलाओं के सेटिस्फेक्शनपर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। डॉक्टर्स का कहना है कि पीनस जब महिला वजाइना में प्रवेश करता है, तो पीनस के प्रवेश के दौरान उसके स्पर्श से महिलाओं में सेनसेशन या उत्तेजना उत्पन्न होती है। उसके पश्चात वो कितना अंदर जाता है। इससे महिलाओं में उत्तेजना नहीं होती है। उनका कहना है कि जब आप बहुत अधिक अंदर जाकर उनके गर्भाशय ग्रीवा को छुते हैं। तो आप अपने साथी को प्लेजर नहीं बल्कि पेन देने लगते हैं।

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    पीनस साइज मिथ: क्या बड़ा पीनस महिलाओं के लिए दर्दनाक हो सकता है?

    आपको बता दें कि हां बहुत बड़ा पीनस औरतों के लिए दर्दनाक हो सकता है। ये केवल वर्जिन लड़कियों के लिए ही नहीं बल्कि अनुभवी महिलाओं को लिए भी यह बहुत दर्दनाक हो सकता है। जिसमें उनको किसी प्रकार का प्लेजर महसूस नहीं होता है। संभवत: उनको इसमें दर्द होता है।

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    पीनस का परफेक्ट साइज क्या है? (What is the Perfect Size of Penis?)

    क्या होता है यदि आपका पीनस बहुत बड़ा या बहुत छोटा होता है। कुछ महिलाओं ने पीनस के परफेक्ट साइज को लेकर एक शब्द का निर्माण किया है। जिसे वो “ब्वॉयफ्रेंड पीनस ” कहती है। इन महिलाओं के हिसाब यह एक परफेक्ट पीनस होता है। यदि आपके साथी  ने आपको इन नाम से बुलाया है तो इसका यह मतलब न समझे कि आपका पीनस बहुत बड़ा है या बहुत छोटा है। यह आपकी तारीफ करने का मात्र एक तरीका है। यदि आपकी साथी आपसे खुश है तो यह आपके पीनस पर नहीं बल्कि उसके वजाइना कि साइज क्या है या उसकी कमोत्तेजक किस क्षेत्र में है यह इन बातों पर निर्भर होता है।

    पीनस कि सही साइज जानने के लिए एक सर्वे हुआ था जिसमें ज्यादातर महिलाओं ने एक अच्छे पार्टनर के लिए 6.3 लंबा और 4.8 इंच मोटा पीनस बताया।उन्होंने बताया  6.4 लंबा और 5 इंच मोटा ज्यादा फोर्स के लिए सही है। इस सर्वे में लगभग एक तिहाई औरतों ने कहा था संतुष्टि के लिए पीनस कि लंबाई मायने रखती है। 

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    पीनस साइज मिथ: क्या दवा से मनचाहा पीनस साइज मिल सकता है? Can the medicine give you the desired size of sinus?

    पीनस साइज मिथ

    आपने बहुत सारे ऐसे दवा और इलाज के बारें में सुना और देखा होगा। जहां लोग दावा करते हैं कि दवा लो और मनचाहा पीनस का साइज बढ़ा लो। यह बात सच नहीं है, कोई भी दवा आपके पीनस का साइज नहीं बढ़ा सकती है। जबकि इससे आपके शरीर कि जटिलाएं बढ़ सकती है। पीनस साइज बढ़ाने का एक मात्र तरीका होता है सर्जरी।उसके अलावा कोई दवा आपके पीनस साइज नहीं बढ़ा सकते हैं।

    यदि आप सोच रहे हैं वाइग्रा जैसी दवाइयों के बारें में तो वो केवल नाइट्रिक ऑक्साइड होती है। जिसके कारण आपके शरीर में रक्त का दौरा बढ़ जाता है। यह कम समय का एक उपाय है। यह हमेशा के लिए नहीं किया जा सकता है। इस प्रकार कि दवा लेने से पहले किसी डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।

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    पीनस साइज मिथ: क्या भारतीय पुरुषों का पीनस साइज (Penis) औसत से भी कम होता है?

    यह पीनस साइज से जुड़े मिथ में सबसे चर्चित और सबसे बड़ा मिथ है। जबकि रिसर्च कि मानें तो भारतीय पुरुषों के पीनस साइज दुनिया में सबसे लंबे पीनस कि श्रेणी में दूसरे स्थान पर आते हैं। जैसा कि हमने आपको बताया ये पीनस साइज से जुड़े मिथ हैं केवल इनकी पुष्टि नहीं कि जा सकती है। यह केवल आपके जीन पर निर्भर करता है। लेकिन जीन के हिसाब से अगर हमारे शरीर के रंग से लेकर आखों के रंग तक बदल सकते हैं। तो पीनस के साइज में भी परिवर्तन हो सकता है।

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    लिंग का आकार सीधा होना चाहिए, टेढ़ा लिंग असामान्य होता है

    पेनिस साइज मिथ

    लिंग का आकार किसी भी प्रकार का हो सकता है। टेढ़ा लिंग किसी रोग का कारण नहीं होता है और ना ही इसके कारण व्यक्ति को महिला के जी-स्पॉट तक पहुंचने में मुश्किल आ सकती है।

    हालांकि, अत्यधिक टेड़ा लिंग पेरोनी रोग (Peyronie’s disease) का कारण हो सकता है। इस स्थिति में लिंग के एक तरफ का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो जाता है। अगर आपका लिंग सामान्य से ज्यादा टेढ़ा है तो इस विषय के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें।

    पुरुषों के लिए कंडोम (Condom) के कारण सेक्स के दौरान कम उत्तेजना का कारण बन सकता है

    एक्स्ट्रा लेयर के कारण लिंग पर उत्तेजना की कमी आ सकती है। हालांकि, विभिन्न प्रकार के कंडोम की मदद से सेक्स को अधिक उत्तेजित भी बनाया जा सकता है। बेहतर सेक्स के लिए टाइट व अधिक पतले कंडोम का चयन करें।

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    रोजाना वीर्यस्खलन (Ejaculation) के कारण शुक्रणओं में कमी आ सकती है

    रोजाना हस्तमैथुन या पार्टनर के साथ सेक्स करने से स्पर्म काउंट में कमी जरूर आती है लेकिन यह केवल कुछ ही समय के लिए होता है। यह शुक्राणुओं के उत्पादन को कुछ समय के लिए धीमा कर देता है लेकिन इससे स्पर्म का भंडार हमेशा के लिए खत्म नहीं होता है।

    अगर आप गर्भधारण की तैयारी कर रहे हैं तो लगातार वीर्यस्खलन (Ejaculation) फायदेमंद हो सकता है। वीर्यस्खलन के कारण भले ही स्पर्म काउंट में कमी आती हो, लेकिन इससे नए बनने वाले शुक्राणुओं की क्वालिटी बेहतर होती है क्योंकि वह पुरुष के अंडकोष में अधिक समय के लिए नहीं रहते हैं।

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    ध्यान देने योग्य बातें

    पीनस साइज से जुड़े मिथ केवल एक देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में है। कभी-कभी इसके इलाज का कारण आपके लिए जटिलता पैदा कर सकता है। इसलिए दूसरों के कहने से या उनके साइज से अपने पीनस में अंतर स्पष्ट न करें। रही बात आपके साथी के संतुष्टी कि तो पीनस यदि महिला के वजाइना के अंदर जा सकता है, तो महिलाओं में उसके प्रवेश से ही उत्तेजना पैदा होती है। संतुष्टी केवल संभोग में पीनस वजाइना से ही नहीं दिया जा सकता है।

    एक महिला कि संतुष्टि इस पर निर्भर करता है कि उसका पार्टनर उस के साथ संभोग (sexual intercourse) कि तैयारी कैसे करता है। उसको किस प्रकार संभोग के लिए तैयार करता है। ज्यादातर महिलाओं में ऑर्गेज्म सेनसेशन से ही आता है। इसीलिए पीनस साइज से जुड़े मिथ को ध्यान में न रखें। 

    उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और पेनिस साइज से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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