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डिटॉक्स डायट प्लान को फॉलो कर भी घटा सकते हैं वजन, रहेंगे तरो-ताजा भी

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Mubasshera Usmani द्वारा लिखित · अपडेटेड 27/04/2021

    डिटॉक्स डायट प्लान को फॉलो कर भी घटा सकते हैं वजन, रहेंगे तरो-ताजा भी

    क्या आपने सुना है डिटॉक्स डायट वजन घटाने में मददगार होती है? जानें उसका राज.. डिटॉक्स डायट कैसे काम करती है जानने से पहले यह जानना जरुरी होगा कि आखिर यह डायट क्या होती है? आइए जानते हैं:

    डीटॉक्सीफिकेशन उस प्रक्रिया को कहते हैं जिसमें एक खास डायट प्लान के जरिए शरीर से हानिकारक तत्व निकाल दिए जाते हैं इसमें आपको बहुत अधिक पानी पीने और फल-सब्जियां ज्यादा खाने की सलाह दी जाती है समय-समय पर डायट के इस तरीके को फॉलो करना अच्छा होता है और यह वजन कम करने में मददगार साबित हो सकती है डेटॉक्सीफिकेशन के द्वारा अगर वजन घटाया जाता है तो वह वजन हमेशा के लिए कम नहीं होता,इसके दोबारा बढ़ने का खतरा रहता है

    डिटॉक्स डायट क्या है?

    डिटॉक्स डायट कई तरह की होती हैं, इनमें से किसी-किसी डायट में कुछ समय खाना बिल्कुल नहीं खाया जाता सिर्फ लिक्विड डायट पर रहना होता है। जबकि कुछ में आप केवल फल खा सकते हैं। वजन कम करने की दवाएं भी डिटॉक्स का हिस्सा होती हैं डायटीशिअन्स मानते हैं कि यह डायट शरीर से हानिकारक तत्वों को बाहर निकालने में मदद करती है

    विषाक्त पदार्थ (हानिकारक तत्व) किसे कहते हैं?

    टॉक्सिंस, जैसा कि नाम जाहिर हो रहा है, रसायन होते हैं जो आपके शरीर को नुकसान पहुंचाने की क्षमता रखते हैं। यह पदार्थ हर जगह हो सकते हैं जैसे, आपके खाने में, आपके ऑफिस या घर में, आपकी कार में या आप के फर्नीचर पर हर जगह हो सकते हैं विषाक्त पदार्थ, जब आपके शरीर में जगह पाते हैं तो किडनी और लिवर द्वारा साफ होते हैं और फिर बाद में पेशाब, पसीना और मल त्याग द्वारा समाप्त हो जाते हैं।

    और पढ़ें : ऑटोइम्यून प्रोटोकॉल डायट क्या है?

    क्या डिटॉक्सडायट आपको हानिकारक पदार्थों से छुटकारा पाने में मदद करती है:

    यह सच है कि यह हानिकारक पदार्थ पसीने और पेशाब के जरिए से हमारे शरीर को पूरी तरह से नहीं छोड़ते हैं। यह टॉक्सिंस हमारे पाचन और लिम्फ सिस्टम में जमा होने लगते हैं। यह पदार्थ आपको बीमार बना सकते हैं। डीटॉक्सीफिकेशन के दौरान उन खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल बंद करना होता है, जिनमें टॉक्सिन्स हो सकते हैं। डिटॉक्स डायट के सकारात्मक प्रभावों के बारे में कोशिश करने वाले लोगों का कहना है कि इसका पालन करने से आपके शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ जाता है और कुछ मामलों में, यह बिमारियों की रोक-थाम और इलाज में भी योगदान देता है

    डिटॉक्स डायट से वजन कम करना:

    डिटॉक्स डायट प्लान बहुत ज्यादा फैशन में हैं, आजकल आप ऑफिस में अपने साथियों में से किसी को ऑफिस में खीरागाजर के साथ पानी की बोतल ले कर बैठते हुए जरूर देखते होंगे यदि आप कुछ समय तक कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन बंद कर दें और अपने खाने की मात्रा पर भी नियंत्रण कर लें तो यह स्पष्ट रूप से आपको वजन कम करने में मदद कर सकता है लेकिन डिटॉक्स के जरिए हमेशा के लिए वजन घटाना मुमकिन नहीं है, डायट छोड़ने के कुछ समय बाद आपका वजन दोबारा बढ़ सकता है यह डायट हर किसी को सूट नहीं करती क्योंकि इसमें बाकि सभी खाद्य पदार्थ छोड़ने पड़ते हैं

    डिटॉक्स डायट और मसल्स कम होना:

    डिटॉक्स प्रक्रिया के दौरान, आपका जो वजन कम होता है वह पानी वाला वजन होता है, शारीरिक वसा नहीं। यही कारण है कि एक बार जब आप इसे फॉलो करना बंद कर देते हैं, तो आपका घटाया हुआ वजन दोबारा बढ़ जाता है। डिटॉक्स डायट से मसल्स भी कम होने लगते हैं और वजन कम करने की प्रक्रिया में मसल्स कम होना खुशी की बात नहीं है मसल्स कुछ एक्टिविटी न करने पर भी आपकी कैलोरी बर्न करने में सहायता करते हैं आपके मसल्स आपके शरीर में अपनी जगह बनाए रखने के लिए निश्चित संख्या में कैलोरी जलाती हैं

    और पढ़ें : वेट गेन डायट प्लान से जानें क्या है खाना और क्या है अवॉयड करना?

    मेटाबोलिज्म:

    मेटाबॉलिज्म वजन कम करने में बहुत मददगार होता है आपका मेटाबॉलिज्म जितनी तेजरफ्तारी से काम करेगा उतनी ही तेजी से आपका वजन कम होगा बता दें, डिटॉक्स से आपका मेटाबोलिज्म धीमा हो जाता है जिसके कारण आप आसानी से वजन कम नहीं कर पाते

    डिटॉक्स डायट का पालन किसे नहीं करना चाहिए:

    गर्भावस्था वाली महिलाऐं, डायबिटीज, कम उम्र के बच्चे, वह लोग जिन्हें दिल की बीमारी या कोई और गंभीर बीमारी का शिकार हों  वह लोग जिन्हें खाने-पीने की शिकायत रहती है उन्हें भी इस डायट का पालन नहीं करना चाहिए वह लोग जो स्पोर्ट्स खेलते हों या बहुत मुश्किल जॉब करते हों उन्हें भी यह डायट नहीं करनी चाहिए क्योंकि इससे शरीर में पौष्टिक तत्वों और ऊर्जा को खोने का खतरा रहता है

    डिटॉक्स डायट कैसे करें प्लान

    डिटॉक्स डायट शुरू करने से एक हफ्ते से पहले ही एल्कोहॉल और कैफीन का इनटेक बंद कर देना चाहिए। उदाहरण के लिए अगर आप दिन भर में दो कम कॉफी पीते हैं, तो धीरे-धीरे इसे दिन में एक कप तक लाएं और डायट शुरू करने से पहले इसे पूरी तरह से बंद कर दें। कैफीन का इनटेक बंद करने पर आपको सिरदर्द और थकावट की समस्या रह सकती है। अगर आपको डायबिटीज और हार्ट की समस्या है, तो पहले डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें।

    और पढ़ें : वेट गेन डायट प्लान से जानें क्या है खाना और क्या है अवॉयड करना?

    डिटॉक्स डायट शुरू करने से पहले ये परहेज करें

    डिटॉक्स डायट फॉलो करना शुरू करने से पहले आपको ग्लूटन से लेस अनाज जैसे कि ओट्स, राई या गेहूं से बने फूड आयटम्स से परहेज करने की जरूरत होगी। इसके अलावा आपको डेयरी प्रोडक्ट्स से भी दूरी बनाने की जरूरत हो सकती है। आपको अपनी डायट से दूध, योगर्ट, पनीर और मक्खन निकालना होगा। चीनी की इनटेक का भी ध्यान रखना होगा। इसके तहत आपको स्वीट्स और मिठाईयों से भी दूरी बनाने की जरूरत हो सकती है। साथ ही आपको रिफाइंड प्रोडक्ट्स जैसे कि सफेद चावल, बिस्किट और बेकरी प्रोडक्ट्स से भी दूरी रखनी पड़ेगी।

    डिटॉक्स डायट में कौन से फूड आयटम करने है शामिल

    • ताजा फलों और सब्जियों को डायट में शामिल करें और रेगुलर एक्सरसाइज करें
    • स्टीम बाथ और मसाज से भी टॉक्सिन बॉडी से बाहर निकलते हैं।
    • कार्ब की क्रेविंग हो, तो आप दालचीनी वाली चाय पी सकते हैं।
    • डिटॉक्स डायट के तहत अगर आप ब्रेकफास्ट के लिए कुछ हल्का-फुल्का खाना चाहते हैं, तो आप भुना हुआ शकरकंद या फिर केले के चिप्स खा सकते हैं।

    आपको चाहिए कि डिटॉक्स डायट शुरू करने से पहले अपने खान-पान के बारे में डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह कर लें

    डिस्क्लेमर

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