अमेरिकी खाद्य और औषधि प्रशासन के अनुसार, कच्चा अनानास पोषण का सबसे बड़ा स्त्रोत हो सकता है। अनानास के नियमित सेवन से शरीर में घुले विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं। इसमें क्लोरीन की भरपूर मात्रा होती है, जो पीलिया (Jaundice), गले के रोग और मूत्र रोगों (Urinary diseases) में लाभकारी होती है। अगर आप दिन भर में एक गिलास अनानास का रस पीते हैं, तो आपके शरीर में मैग्नीशियम की 75 फीसदी की पूर्ति होगी। यह आंखों की रोशनी बढ़ाने में भी मददगार होता है। ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों का दावा है कि यह कैंसर (Cancer) के खतरे को भी कम करता है। इसमें उच्च एंटी-ऑक्सिडेंट पाया जाता है, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है। अनानास के स्वास्थ्य लाभ (Health benefits of pineapple) मिलते हैं गंभीर रोगों (Serious disease) में
अनानास का फल एंटीऑक्सिडेंट का एक अच्छा स्रोत होता है। यह हृदय रोग, मधुमेह (डायबिटीज) और कुछ कैंसर जैसे पुराने रोगों के जोखिम को कम कर सकता है। अनानास में कई एंटीऑक्सिडेंट बाध्य होते हैं, जिनका प्रभाव शरीर में लंबे समय तक बना रहता है। अनानास के स्वास्थ्य लाभ (Health benefits of pineapple) के जरिए इसके एंटीऑक्सीडेंट अणु हमारे शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव से निपटने में मदद प्रदान करता है। ऑक्सीडेटिव तनाव एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में बहुत अधिक मुक्त कण होते हैं। ये मुक्त कण शरीर की कोशिकाओं के साथ इंटरैक्शन करते हैं और शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं। जिसके कारण पुरानी सूजन, कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली और कई हानिकारक बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। इसके साथ ही, अनानास विशेष रूप से एंटीऑक्सिडेंट में फ्लेवोनोइड और फेनोलिक एसिड के रूप में सबसे समृद्ध फल होता है।
अनानास के स्वास्थ्य लाभ: आर्थराइटिस के लक्षणों (Arthritis symptoms) को कम कर सकते हैं
अर्थराइटिस की समस्या की बात करें, तो डायबिटीज (Diabetes) और ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) की समस्या के बाद अर्थराइटिस के मरीजों की संख्या लगातार तेजी से बढ़ रही है। अर्थराइटिस को हिंदी में गठिया की समस्या कहते हैं। इसकी समस्या में शरीर के अलग-अलग हड्डियों के जोड़ों में दर्द होता है। अर्थराइटिस के कई अलग-अलग प्रकार होते हैं। हालांकि, अनानास के स्वास्थ्य लाभ (Health benefits of pineapple) आपको हर प्रकार के अर्थराइटिस में मिल सकता है। चूंकि अनानास में ब्रोमेलैन होता है, जिसमें एंटी इंफ्लामेट्री गुण होते हैं, इसलिए यह सूजन वाले गठिया के कारण होने वाले दर्द से राहत प्रदान करने में मददगार हो सकता है।
इस तथ्य को लेकर, 1960 के दशक की शुरुआत में एक शोध भी किया गया था। जिसमें यह पाया गया था कि ब्रोमेलैन का उपयोग गठिया के लक्षणों को दूर करने के लिए किया जा सकता है। जिसके बाद कई हालिया अध्ययनों ने गठिया के इलाज के लिए ब्रोमेलैन की प्रभावशीलता पर ध्यान भी दिया।ऑस्टियोआर्थराइटिस के रोगियों में एक अध्ययन में पाया गया कि ब्रोमेलैन युक्त पाचन एंजाइम का इस्तेमाल करना गठिया के इलाज के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले दवा के समान ही लाभकारी होता है।
साथ ही, यह गठिया के लक्षणों को बहुत ही कम समय में कम करने में मदद भी करता है। हालांकि, यह गठिया के लक्षणों को कब तक के लिए दूर कर सकता है, इस बारे में अभी भी अध्ययन किया जा रहा है।