एक्सरसाइज करें। व्यायाम, मांसपेशियों का निर्माण करके वजन बढ़ाने में आपकी सहायता कर सकता है। व्यायाम आपकी भूख को भी बढ़ा सकता है। इसके अलावा, ऊपर बताई गई बातों और आहार सलाहकार के डायट चार्ट के अपनाकर आप अपना खोया हुआ वजन और कॉन्फिडेंस भी पा सकते हैं। हेल्दी शरीर में ही हेल्दी दिमाग भी होता है, ये कहावत तो सुनी होगी। इसलिए, वजन बढ़ाने के लिए किसी केमिकल और स्ट्राराइड वाले डायट्री सप्लिमेंट से बचें। आपका शरीर जानता है कि उसे कितना और कैसे खाना है, बस उसे समझ के शरीर की खुराक को संतुलित कीजिए।
आपके कैलोरी का सेवन आपके बीएमआई द्वारा निर्धारित किया जाएगा। वजन बढ़ाने के लिए, आपको 500 कैलोरी अतिरिक्त का सेवन करना चाहिए। जब आप कसरत करते हैं, तो घंटों की संख्या और व्यायाम की तीव्रता के आधार पर, आपको अपने कैलोरी सेवन को कम करना चाहिए। सबसे अच्छी सलाह लेने के लिए अपने डॉक्टर और फिटनेस ट्रेनर से बात करें।
अंडरवेट पुरुष का हो सकता है कमजोर इम्यून सिस्टम
हाल ही में किए गए अध्ययनों में खुलासा हुआ कि अंडरवेट पुरुष को इंफेक्शन से ज्यादा खतरा होता है। शोधकर्ताओं ने रिसर्च के निष्कर्षों में यह भी कहा कि इसका कारण अंडरवेट होना भी हो सकता है या फिर ऐसा मालन्यूट्रिशन होना भी इसकी वजह हो सकती है। उदाहरण के लिए मालन्यूट्रिशन इम्यून सिस्टम को कमजोर करने का काम कर सकता है। साथ ही माल न्यूट्रिशन के कारण भी पुरुष अंडरवेट भी हो सकते हैं। इसके बाद भी शोधकर्ताओं का कहना है कि वजन और इम्यूनिटी सिस्टम के बीच संबंध समझने के लिए कई अध्ययनों की जरूरत है।
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18.5 से कम बीएमआई भी होता है
शोधकर्ताओं का मानना है कि जिन अंडरवेट पुरुषों का बीएमआई 18.5 से कम होता है, उन्हें गंभीर बीमारियां और इन बीमारियों से मौत होने का खतरा 1.8 गुना ज्यादा होता है। वहीं जिनका 18.5 से 24.9 बीएमआई वाले लोग इस खतरे से बचे रहते हैं। दरअसल, बीएमआई इंसान के शरीर का कुल बॉडी फैट होता है। वहीं दूसरी ओर गंभीर बीमारियों से मौत का खतरा ज्यादा वजन वालों को 1.2 फीसदी होता है। इसमें ऐसे लोग शामिल हैं, जिनका बीएमआई 30 से 34.9 फीसदी होता है। इस शोध के निष्कर्षों पर बात करते हुए अमोरिका स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनॉय शिकागो की प्रोफेसर लुई स्टीवन्स कहती हैं कि शोध में कुछ रोचक तथ्य सामने आए हैं। लेकिन, जब तक आगे की रिसर्च नहीं हो जाती है। हम यह नहीं कह सकते हैं कि लो बीएमआई के कारण इंसान की मृत्यु दर पर फर्क पड़ सकता है। साथ ही कई बार देखा गया है कि लो बीएमआई के बावजूद भी लोगों की अच्छी सेहत होती है। वे आगे कहती हैं कि ईटिंग डिसऑर्डर कम मृत्यु दर का कारण हो सकता है। इसके अलावा साइकेटरिक समस्याएं भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकती है।
इस आर्टिकल के माध्यम से आपको अंडरवेट पुरुष की डायट के बारे में जानकारी मिल गई होगी। अगर आप आहार संबंधि अन्य आर्टिकल पढ़ना चाहते हैं तो हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट में विजिट करें। हेल्थ रिलेटेड न्यूज से अपडेट रहने के लिए हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज को लाइक करें। अगर आपको कोई भी स्वास्थ्य संबंधि समस्या हो तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं।