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बच्चों को नींद न आना (Insomnia in children) कब गंभीर हो सकता है?
बच्चों को नींद न आना (Insomnia in children) कई स्थितियों में गंभीर कारण के वजह से भी हो सकता है। हाल ही के स्वास्थ्य रिपोर्टों से पता चलता है कि अमेरिका में बहुत से बच्चे क्रोनिकली स्लीप डिप्राइव्ड की समस्या से परेशा हैं। उदाहरण के लिए, एक नेशनल स्लीप फाउंडेशन (NSF) के सर्वेक्षण में, शोधकर्ताओं ने पाया कि 10 साल के हर तीन में से दो बच्चे नींद से जुड़ी किसी न किसी समस्या का अनुभव करते हैं। नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर में के अध्ययन में वैज्ञानिकों ने 2 से 5 साल के बीच के 510 बच्चों की नींद पैटर्न का विशलेषण किया। इस अध्ययन से पता चला कि जिन बच्चों को रात में कम नींद आने की समस्या (Insomnia in children) है, उनके दिन के व्यवहार में भी कई तरह की समस्याएं और अनियमितता थी। साथ ही, देखा गया कि, जिन बच्चों में रात में कम नींद आती है उनमें अवसाद (Depression) और चिंता (Tension) के भी लक्षण पाए गए।
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बच्चों में नींद की समस्याओं (Insomnia in children) को दो प्रमुख श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है। जिनमें पहला तरण डिसमेनिया (Desmenia) का होता है, जिसकी निम्न स्थितियां भी बच्चों को नींद न आने (Insomnia in children) का कारण हो सकती हैं जो गंभीर होते हैं, जिनमें शामिल हैंः
इन स्थितियों में आपको समय रहते अपने डॉक्टर से बच्चे का उचित उपचार करवाना चाहिए। बच्चों को नींद न आना (Insomnia in children) मामुली समस्या नहीं है।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
स्वस्थ रहने के लिए पौष्टिक आहार के साथ-साथ नींद भी जरूरी है। नींद की कमी (Sleepless night) किसी को भी बीमार बना सकती है। अब चाहे बड़ो की नींद हो या बच्चों की नींद। नीचे दिए इस क्विज में जानिए बच्चों की नींद से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें।