ओवर-दि-काउंटर प्रोडक्ट झुर्रीदार त्वचा के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। रेटिनॉल (विटामिन ए), अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड, ग्लाइकोलिक एसिड, लैक्टिक एसिड, मैलिक एसिड, सिट्रिक एसिड और टार्टरिक एसिड के बने हुए प्रोडक्ट आप इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि, इन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर बात कर लें। क्योंकि कुछ लोगों में ये प्रोडक्ट एलर्जिक रिएक्शन कर सकते हैं। जिससे त्वचा पर चुनचुनाहट और जलन हो सकती है।
वैसे तो झुर्रियों वाली त्वचा (Wrinkled skin) की परेशानी 40 साल के बाद होती है, लेकिन कभी-कभी ये 20 साल की उम्र से शुरू हो जाती हैं। जिसका कारण कोई विशेष हेल्थ कंडीशन हो सकती है। कई बार अचानक वजन कम होने की वजह से भी त्वचा पर झुर्रियां आ सकती हैं। ऐसे में नमी प्रदान करने वाली क्रीम आदि का चयन भी बहुत ध्यान से करें। उसमें मौजूद तत्वों के बारे में जांच कर लें। ऐसे प्रोडक्ट्स का उपयोग करें जिनमें लुब्रिकेंट जैसे कि हाइड्रॉक्सी एसिड हो।
यदि आप 40 या उससे अधिक उम्र के हैं, तो आपकी त्वचा अब उस तरह से तेल का उत्पादन नहीं करती है जैसे तब करती थी जब आपकी उम्र कम थी। ये तेल पर्यावरण में मौजूद रसायनों से त्वचा की रक्षा करते हैं जो जलन और सूजन का कारण बनते हैं। अपनी त्वचा की देखभाल की दिनचर्या में एमोलेयर्स और हाइड्रॉक्सी एसिड क्लींजर को शामिल करने से न केवल आपकी त्वचा को क्रीपी होने से बचाने में मदद मिलती है, बल्कि अगर आपकी त्वचा पहले से ही ढीली है तो इससे और अधिक नुकसान को रोकने में मदद मिलती है।
एक्सपर्ट रेटिनॉल युक्त क्रीम की सिफारिश करते हैं जो कि क्रेपी लुक को कम करने में मदद करती है। रेटिनोल त्वचा की लोच और कोलेजन (जो हमारी त्वचा को इसकी संरचना देता है) को इलास्टिन (जो हमारी त्वचा को खिंचाव देता है) को बहाल करने में मदद करता है।
प्रिस्क्रिप्शन क्रीम
ट्रेटिनोइन एक प्रिस्क्रिप्शन क्रीम है, जिसे आपके डॉक्टर आपको दे सकते हैं। इसे अक्सर उन्हें इस्तेमाल करने के लिए दिया जाता है, जो यूवी लाइट के संपर्क में आए हो और उन्हें झुर्रियां हो गई हो। इसमें विटामिन ए या विटामिन सी का इस्तेमाल त्वचा की टाइटनिंग के लिए किया जाता है।
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फिलर
त्वचा की झुर्रियों को खत्म करने के लिए डर्मल फिलर का इस्तेमाल किया जाता है। हाथों और पैरों पर पड़ी झुर्रियों को ठीक करने के लिए रैडिसी (Radiesse) नामक डर्मल फिलर का इस्तेमाल किया जाता है। खास कर के रैडिसी का इस्तेमाल अपर आर्म की झुर्रियों को खत्म करने के लिए किया जाता है। फिलर का प्रयोग करने से त्वचा में वॉल्यूम बढ़ता है और ये लंबे समय तक टिकने वाला ट्रीटमेंट है।
फ्रैक्शनल लेजर ट्रीटमेंट (Fraxel)
फ्रैक्शनल लेजर ट्रीटमेंट में लेजर का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे त्वचा के छोटे से भाग को लेजर के द्वारा गर्म किया जाता है, जिससे नया कोलेजन बनाने के लिए कोशिकाएं प्रेरित होती हैं। इससे आंखों के पास की झुर्रियां और हाथ की झुर्रियों को ठीक किया जाता है।
अल्थेरा
डर्मेटोलॉजिस्ट रेडियोफ्रीक्वेंसी डिवाइस की मदद से अल्ट्रासाउंड करते हैं, जिसे अल्थेरा कहते हैं। अल्थेरा की मदद से अल्ट्रासाउंड को गर्म कर के प्रभावित टिश्यू पर डाला जाता है। जिससे त्वचा की कोशिकाएं कोलेजन का निर्माण करने लगती हैं।
क्रायोलिपॉलिसिस