बाइसेक्शुअल लोगों को ज्यादा स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं
अक्सर देखा गया है कि सामान्य लोगों की तुलना में बाइसेक्शुअल लोगों को स्वास्थ्य समस्याएं ज्यादा होती हैं। 2019 में हुई एक स्टडी में अलग-अलग सेक्सुअल ओरिएंटेशन और बैकग्राउंड के लोगों को शामिल किया गया। जिन्हें कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं थी। उदाहरण के तौर पर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्या, अर्थराइटिस और मोटापा ज्यादातर बाइसेक्शुअल महिला और पुरुष में था। इसके अलावा जो महिलाएं बाइसेक्शुअल होती है, उनका स्वास्थ्य खराब रहता है। वहीं, पुरुषों में कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर और कार्डियोवैस्कुलर आदि परेशानियां हो सकती है।
उभयलिंगी महिलाओं और ट्रांसजेंडर लोगों में खराब स्वास्थ्य के साथ डिप्रेशन और सुसाइड जैसी समस्या भी देखी गई हैं।
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बाइसेक्शुअल लोगों को ज्यादा स्वास्थ्य समस्याएं क्यों होती हैं?
बाइसेक्शुअल लोगों के स्वास्थ्य पर रिसर्च किया गया, जिसमें ये बात सामने आई कि समाज के कारण वे काफी तनाव से गुजरते हैं। जिसमें उन पर इस बात का तनाव रहता है कि समाज उन्हें स्वीकारेगा या नहीं। कुछ मामलों में ये बात भी सामने आई है कि वे परिवार या समाज के दबाव में खुद को एक्सपोज नहीं कर पाते हैं, जिस कारण वे अवसाद के शिकार होते हैं। समाज में एक स्टीरियोटाइप मान्यता है कि बाइसेक्शुअल महिलाएं स्वच्छंद होती हैं, तो पुरुष एचआईवी के वाहक होते है। इन कारणों से ऐसे लोगोंं पर सामाजिक दबाव बहुत अधिक होता है और वे खुद को समाज के सामने स्वीकार नहीं पाते हैं। ऐसे में जब मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है, तो शारीरिक स्वास्थ्य भी खुद बखुद प्रभावित होता है।
बाइसेक्शुअल महिला अगर किसी महिला के साथ रिलेशनशिप में है, लेकिन किसी पुरुष के साथ भी सेक्स कर चुकी है और किसी भी तरह के गर्भ निरोध का इस्तेमाल नहीं किया है या उसे सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन की जानकारी नहीं है। ऐसे में महिला ये सोचती है कि वह एक लेस्बियन है और वह गर्भवती नहीं हो सकती है या उसे कोई सेक्सुअल डिजीज नहीं हो सकती है। इस धारणा के चलते ही महिला STI की शिकार हो सकती है।
इसके अलावा मेंटल हेल्थ को समाज की सोच हानि पहुंचाती है। इस स्थिति में व्यक्ति को मजबूती के साथ खुद को समाज के सामने उभयलिंगी के रूप में एक्सपोज करना चाहिए। ना कि खुद को एकांतवास या समाज से अलग-थलग रखना चाहिए। इससे उभयलिगीं व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।
बाइसेक्शुअल लोगों को क्या करना चाहिए?
अगर आप बाइसेक्शुएलिटी से संबंधित हैं तो आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर कर सकते हैं :